शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने उन खबरों का खंडन किया है कि उनकी मां, बांग्लादेश की पूर्व प्रधान मंत्री, ने संयुक्त राज्य अमेरिका पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया था। वाशिंगटन में रहने वाले वाजेद ने एक्स पर कहा कि ये रिपोर्टें "पूरी तरह से झूठी और मनगढ़ंत" हैं।
वाजेद ने स्पष्ट किया कि उनकी मां ने ढाका छोड़ने से पहले या बाद में कोई बयान नहीं दिया और उन्होंने सीधे उनसे इसकी पुष्टि की। यह बयान उन रिपोर्टों के सामने आने के तुरंत बाद आया है जिनमें दावा किया गया था कि शेख हसीना ने 5 अगस्त को प्रधान मंत्री पद से इस्तीफा देने और देश से भागने से पहले भाषण देने की योजना बनाई थी। जिसमें इसके लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया जाना था।
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि हसीना के अघोषित भाषण में आरोप लगाया गया था कि उनके निष्कासन के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका जिम्मेदार था। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 76 वर्षीय नेता ने कहा कि अगर वह "सेंट मार्टिन और बंगाल की खाड़ी अमेरिका को देने" पर सहमत होती तो वह सत्ता में बनी रह सकती थीं।
कथित भाषण में, हसीना को यह कहते हुए कोट किया गया था, "मैंने इस्तीफा दे दिया ताकि मुझे छात्रों की मौतें न देखनी पड़े। वे शवों पर सत्ता प्राप्त करना चाहते थे, लेकिन मैंने इसे रोका। अगर मैं चाहती तो मैं सत्ता में बनी रह सकती थी। अगर मैं सेंट मार्टिन द्वीप की संप्रभुता और बंगाल की खाड़ी पर अमेरिका को नियंत्रण करने की अनुमति दे देती। मैं अपने देश के लोगों से आग्रह करती हूं कि वे कट्टरपंथियों के बहकावे में न आएं।''
सेंट मार्टिन द्वीप बांग्लादेश का सबसे दक्षिणी भाग है और बंगाल की खाड़ी के उत्तरपूर्वी भाग में स्थित है। यह बांग्लादेश और भारत के लिए रणनीतिक महत्व रखता है। कहा जाता है कि सेंट मार्टिन द्वीप पर अमेरिका की नजर बहुत पहले से है। वो यहां पर अपना सैन्य अड्डा बनाना चाहता है। बांग्लादेश में सरकार और विपक्ष के बीच जब भी कोई विवाद खड़ा होता है तो सेंट मार्टिन द्वीप का मुद्दा भी उछलता है। बेगम खालिदा जिया जब बांग्लादेश की प्रधानमंत्री थीं तो विपक्षी नेता शेख हसीना ने खालिदा पर सेंट मार्टिन द्वीप की डील का आरोप लगाया था।