ऐसे समय जब हिन्दुत्ववादी ताक़तें राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में मुसलमानों के खुले में नमाज पढ़ने का विरोध कर रही हैं, दक्षिण भारत से खबरें आ रही हैं कि उन्होंने वहां ईसाइयों पर हमला किया है। यह वारदात ऐसे समय हुई है जब कर्नाटक सरकार धर्म परिवर्तन विरोधी विधेयक लाने की तैयारी कर रही है और वहां के ईसाई इसका विरोध कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें देखा जा सकता है कि कथित तौर पर बजरंग दल के कार्यकर्ता ईसाइयों के एक प्रार्थना कक्ष में ज़बरन घुस जाते हैं और वहाँ तोड़फोड़ करते हैं। यह कथित वारदात कर्नाटक के हसन ज़िले की है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि हासन ज़िले के बेलुड़ में बजरंग दल के कुछ लोग एक चर्च के प्रार्थना कक्ष में घुस कर लोगों को ज़बरन बाहर निकालते हैं और हुड़दंग करते हैं। वहाँ मौजूद महिलाओं से उनकी झड़प होती है।
पुलिस ने की पुष्टि
बेलुड़ के पुलिस अधिकारियों ने इस वारदात की पुष्टि की है और यह भी कहा कि इस मामले में अब तक किसी को गिरफ़्तार नहीं किया गया है।
पुलिस के. एम. योगेश ने 'इंडियन एक्सप्रेस' से कहा, "हम वारदात की खबर मिलते ही मौके पर पहुँचे और दोनों पक्षों को चेतावनी दी।"
धर्मपरिवर्तन विरोधी विधेयक
यह वारदात ऐसे समय हुई है जब कर्नाटक सरकार शीतकालीन सत्र में धर्मपरिवर्तन विरोधी विधेयक विधानसभा में पेश करेगी। शीतकालीन सत्र 13 दिसंबर को शुरू होगा।
बेंगलुरु के आर्चबिशप रेवरेंड पीटर ने मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई को ख़त लिख कर इस प्रस्तावित विधेयक का विरोध किया है।
ईसाइयों पर हमले
कर्नाटक में ईसाइयों पर बजरंग दल के हमले की यह पहली वारदात नहीं है। पिछले महीने ही बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता हुबली के एक अस्थायी गिरजाघर में घुस गए थे और वहाँ भजन-कीर्तन किया था।याद दिला दें कि इस साल 19 मार्च को बीजेपी और आरएसएस से जुड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यानी एबीवीपी के सदस्यों ने मध्य प्रदेश में चलती ट्रेन से चार ईसाई महिलाओं को ज़बरन उतरवा दिया था। उन पर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया गया।
केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने इस पर गहरी आपत्ति जताते हुए गृह मंत्री अमित शाह को कड़ी चिट्ठी लिखी है। इस मामले में 9 लोगों को गिरफ़्तार किया गया।
दूसरी ओर, राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में प्रशासन की ओर से घोषित खुली जगहों पर नमाज पढ़े जाने का विरोध किया जा रहा है। विश्व हिन्दू परिषद, बीजेपी और एक हिन्दू संगठन ने खुले में नमाज पढ़ने का विरोध किया। इतना ही नहीं, बीजेपी सांसद कपिल मिश्रा ने नमाज की जगह उससे पहले पहुँच वहाँ गोबरधन पूजा की।