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बदायूं कांड: पिता ने कहा- दूसरे आरोपी का एनकाउंटर न हो, ताकि सच पता चले

बदायूं कांड: पिता ने कहा- दूसरे आरोपी का एनकाउंटर न हो, ताकि सच पता चले

बदायूं में दो बच्चों का बेरहमी से कत्ल करने के आरोपी साजिद का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया था। लेकिन उसका भाई जावेद फरार हो गया था। उसने बरेली में जाकर मीडिया के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। कत्ल किए गए दोनों बच्चों के पिता विनोद कुमार ने यूपी सरकार और पुलिस से आग्रह किया है कि दूसरे आरोपी का एनकाउंटर न किया जाए, ताकि यह सच सामने आ सके कि आखिर साजिद ने ऐसा क्यों किया होगा। 

बदायूं में मारे गए दोनों बच्चों के पिता ने पुलिस से यह आग्रह किया है कि आरोपी जावेद को मुठभेड़ में गोली न मारी जाए और उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की जाए ताकि पता चल सके कि उसके भाई साजिद ने यह जघन्य अपराध क्यों किया। जावेद ने बुधवार देर रात बरेली में आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

बदायूं पुलिस का कहना है कि साजिद ने कथित तौर पर मंगलवार शाम को घर में घुसकर 11 वर्षीय आयुष और 6 वर्षीय अहान का गला काट दिया। परिवार का आरोप है कि वारदात के बाद उसने जावेद के साथ भागने की कोशिश की। जावेद भागने में सफल रहा, जबकि साजिद को स्थानीय निवासियों ने पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया। बाद में साजिद मुठभेड़ में मारा गया। जावेद ने अब पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है और एक वीडियो डाला है जिसमें वह कहता है कि वह निर्दोष है।

दोनों बच्चों के पिता विनोद कुमर ने कहा-  "जावेद से पूछताछ की जानी चाहिए ताकि हम जान सकें कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। अगर वह मुठभेड़ में मारा गया, तो राज कभी सामने नहीं आएगा। अन्य लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं। हमें यह जानना होगा कि क्या मेरे बच्चों को किसी साजिश के तहत मारा गया था।" 

उन्होंने कहा, "मैं इसकी पूरी जांच चाहता हूं। मेरे बच्चों की हत्या के पीछे क्या कारण था? मैं (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी जी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करता हूं ताकि हमें पता चले कि क्या हुआ था।" विनोद के एक अन्य बेटे, पीयूष (7) पर भी साजिद ने हमला किया था, लेकिन वह बच गया और छत से भागकर नीचे आ गया।

विनोद कुमार ने कहा कि वह पुलिस की अब तक की प्रतिक्रिया से संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा, ''मैं उनसे सिर्फ यह सुनिश्चित करने का अनुरोध कर रहा हूं कि वह (जावेद) मुठभेड़ में न मारा जाए ताकि राज सामने आ जाए। यह संभव है कि इसके पीछे अन्य लोग हों।'' उन्होंने कहा कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है।

परिवार ने कहा है कि साजिद और जावेद घर के बगल में सैलून चलाते थे और उन्हें अच्छी तरह से जानते थे। विनोद की पत्नी संगीता ने कहा है कि मंगलवार शाम को साजिद उनके द्वारा चलाए जा रहे ब्यूटी पार्लर से हेयर पिन खरीदने आया था। फिर उसने उससे ₹ 5,000 उधार देने का अनुरोध किया। उसने कहा कि उसे पैसों की जरूरत है क्योंकि उसकी गर्भवती पत्नी की डिलीवरी होने वाली है।

संगीता ने कहा है कि उसने उसे पैसे दिए और चाय पिलाई। उसने कहा, फिर वह छत पर गया और आयुष और अहान की हत्या कर दी। साजिद के परिवार ने कहा है कि उनकी पत्नी गर्भवती नहीं है और दंपति पहले दो बच्चों को खो चुके हैं। उनकी मां नाजिन ने कहा है कि उन्हें उस परिवार के लिए दुख है जिसने अपने दो बेटों को खो दिया है और साजिद को वह मिला जिसका वह हकदार था। पुलिस ने उसके परिवार के सदस्यों से भी पूछताछ की है और वे इस दिल दहला देने वाले दोहरे हत्याकांड के पीछे के मकसद की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं।

फरार चल रहे जावेद ने अब बरेली पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। एक वीडियो संदेश में उसने कहा है, "मेरे पास लोगों की कॉल रिकॉर्डिंग्स हैं जो मुझे बता रहे हैं कि मेरे भाई ने कुछ किया है। वह मेरा बड़ा भाई था, उसने यह किया है, मैं निर्दोष हूं।" पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि की है। बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आलोक प्रियदर्शी ने कहा, "हत्या मामले के दूसरे आरोपी साजिद के भाई जावेद ने बरेली में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और एक वायरल वीडियो भी बनाया। हमारी टीम अब उसे पूछताछ के लिए ला रही है।"

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