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आज़म खान की जमानत ना होने पर सुप्रीम कोर्ट फिर नाराज

आज़म खान की जमानत ना होने पर सुप्रीम कोर्ट फिर नाराज

लंबे समय से जेल में बंद आज़म खान की रिहाई क्यों नहीं हो पा रही है? क्या उत्तर प्रदेश सरकार इसमें रोड़े अटका रही है?

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म खान की जमानत ना होने पर सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को एक बार फिर नाराजगी जताई है। सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश पुलिस से इस बात को लेकर नाराजगी जताई कि जैसे ही आज़म खान की जमानत होने वाली थी उनके खिलाफ एक नया मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। 

अदालत ने राज्य सरकार से इस मामले में अपना जवाब दाखिल करने को कहा। मामले में अगली सुनवाई 17 मई को होगी। 

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने मंगलवार को वक्फ बोर्ड के मामले में आज़म खान को जमानत दे दी थी लेकिन एक नया केस दर्ज होने की वजह से सपा के वरिष्ठ नेता बाहर नहीं आ सके। इस नये केस में आरोप लगाया गया है कि उन्होंने फर्जी सर्टिफिकेट के जरिये एक स्कूल की मान्यता हासिल की है। इस संबंध में हाल ही में रामपुर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। यह आज़म खान के खिलाफ दर्ज 88वां मामला है। 

जौहर यूनिवर्सिटी पर ईडी का छापा

उधर, ईडी ने बुधवार को आज़म खान की जौहर यूनिवर्सिटी पर छापा मारा है। ईडी की एक टीम स्थानीय तहसीलदार और कुछ अफसरों के साथ जौहर यूनिवर्सिटी पहुंची। 

दो साल से हैं जेल में

बता दें कि आज़म खान 26 फरवरी 2020 से उत्तर प्रदेश की सीतापुर जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ दर्ज बाकी मामलों में उन्हें जमानत मिल चुकी है। आज़म खान की ओर से आरोप लगाया गया था कि उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार इन मामलों में सुनवाई को रोकने की पूरी कोशिश कर रही है। 

एमपी एमएलए की विशेष अदालत ने 27 जनवरी 2022 को आज़म खान की जमानत याचिका रद्द कर दी थी। आज़म खान ने इस बार जेल में रहते हुए ही समाजवादी पार्टी के टिकट पर अपनी सीट रामपुर से चुनाव लड़ा था और उन्हें जीत मिली थी।

6 मई को हुई सुनवाई के दौरान भी जस्टिस एल. नागेश्वर राव और जस्टिस बीआर गवई की बेंच ने कहा था कि चूंकि इलाहाबाद हाई कोर्ट ने आज़म की जमानत याचिका के मामले में अपना फैसला सुरक्षित रखा हुआ है इसलिए वह इस मामले में 11 मई को सुनवाई करेगी। 

अदालत ने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि हाई कोर्ट को आज़म खान की जमानत याचिका के मामले में आदेश पास करने का वक्त मिल जाए। लेकिन हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद भी आज़म बाहर नहीं आ सके थे। 

आज़म खान को लेकर बीते कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश की सियासत भी गर्म है और कहा जा रहा है कि जेल से आने बाहर आने के बाद वह कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं।

आज़म खान के कई समर्थकों ने बीते दिनों समाजवादी पार्टी से इस्तीफ़ा दिया है और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि समाजवादी पार्टी ने आज़म खान की रिहाई के लिए संघर्ष नहीं किया।

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