अमृतसर के तीसरे धमाके में 5 अरेस्टः डीजीपी
अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के पास तेज बुधवार रात 12.30 तेज आवाज सुनाई दी। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार सुबह कहा कि यह आवाज ब्लास्ट ही थी।पुलिस कर्मी और फोरेंसिक टीम के सदस्य घटना स्थल पर पहुंचे और फिलहाल रात से ही जांच जारी है। पिछले पांच दिनों में यह तीसरी घटना है। घटना के बाद डीजीपी गौरव यादव ने चंडीगढ़ में कहा कि इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें एक नवविवाहित जोड़ा भी है। पुलिस ने कुछ लोगों से विस्फोटक सामग्री आदि बरामद की है। अमृतसर पुलिस जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सारी जानकारी देगी।
Amritsar low intensity explosion cases solved
— DGP Punjab Police (@DGPPunjabPolice) May 11, 2023
5 persons arrested
Press Conference will be held in #Amritsar @PunjabPoliceInd committed to maintaining peace and harmony in Punjab as per directions of CM @BhagwantMann
पंजाब पुलिस के सूत्रों का कहना है कि यह पंजाब की शांति को भंग करने की साजिश है। इस बीच शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष धामी ने कहा है कि ऐसी घटनाएं पंजाब सरकार की नाकामी हैं। अब हम अपनी टास्क फोर्स बनाएंगे जो गोल्डन टेंपल और आसपास शांतिभंग करने वाले तत्वों पर नजर रखेगी।
#WATCH | Amritsar: A loud sound was heard at around 12.15-12.30 am, there's a possibility that it could be another explosion. It's being verified and is yet to be confirmed. Suspects are being rounded up, probe on: Naunihal Singh, Commissioner of Police#Punjab pic.twitter.com/FzK9eAGT2k
— ANI (@ANI) May 10, 2023
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक पुलिस कमिश्नर नौनिहाल सिंह ने आज कहा कि रात करीब 12.15-12.30 बजे तेज आवाज सुनाई दी। बहुत मुमकिन है कि यह एक और धमाका हो सकता है। इसकी पुष्टि की जा रही है। संदिग्धों को राउंडअप किया जा रहा है, जांच जारी है।
यह आवाज गुरु राम दास 'सराय' (लॉज) की तरफ से आई थी। पुलिस ने घटनास्थल को रात से ही सील किया हुआ है और चप्पे-चप्पे की तलाशी ली जा रही है। सूत्रों ने बताया कि इस इलाके से कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है, लेकिन कुछ ठोस बता पाना मुश्किल है।
स्वर्ण मंदिर के पास हेरिटेज स्ट्रीट पर 8 मई को एक विस्फोट में एक व्यक्ति के घायल होने के बाद अमृतसर में इस तरह की यह तीसरी घटना है, वही स्थान जहां 6 मई को भी विस्फोट हुआ था। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक पिछले दो धमाकों के बारे में पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने कहा कि पंजाब पुलिस 30 घंटे के भीतर शहर में हुई घटनाओं की जांच के लिए सभी एजेंसियों की मदद ले रही है। एनआईए की एक टीम ने सोमवार को दूसरे विस्फोट स्थल का दौरा किया और निरीक्षण किया था।
पंजाब पुलिस ने कहा कि उसे इलाके से ऐसा कोई ट्रिगर डिवाइस या डेटोनेटर नहीं मिला है, जिसका इस्तेमाल किया गया हो। डीजीपी यादव ने कहा, "हम अमृतसर की घटना की गहराई से जांच कर रहे हैं। हमें कोई डेटोनेटर या ऐसी कोई चीज नहीं मिली है। हमारी फोरेंसिक टीम जांच कर रही है।" उन्होंने लुधियाना में संवाददाताओं से कहा, ''हम सभी पहलुओं से जांच कर रहे हैं। इससे पहले, सोमवार को अमृतसर का दौरा करने वाले वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने भी कहा था कि ऐसा प्रतीत होता है कि विस्फोटक एक कंटेनर में रखा गया था। उन्होंने कहा कि इसे बहुत ही क्रूडली और असेंबल किया गया था और इसमें किसी छर्रे का इस्तेमाल नहीं किया गया था।
अमृतसर में तीसरा धमाका पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि खालिस्तानी तत्वों के सक्रिय होने के नजरिए से पहले से ही जांच हो रही है लेकिन अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं मिले हैं। तीसरे विस्फोट से यह साबित हो गया कि तीनों ही विस्फोट पूरी प्लानिंग से किए गए और एक ही इलाके को बार-बार चुना जा रहा है। इसका मतलब यह है कि बार-बार धमाके करके अपराधी तत्व यहां धार्मिक उन्माद फैलाना चाहते हैं। हालांकि तीन ही धमाके हल्के क्रूड बम से किए गए लेकिन इन्हें मामूली धमाके मानना भूल होगी।