अमृतपाल के घर पुलिस, दो पुल खाली कराए, अकाली-कांग्रेस के बयान
#BREAKING | While hunt continues for fugitive #AmritpalSingh, officials of Punjab police reaches Amritpal's house. DSP Harkrishna Singh and many police personnel reached with senior officer. Amritpal's mother and family are being questioned. There was a strict vigil outside the… pic.twitter.com/szhQWanZYD
— Subodh Kumar (@kumarsubodh_) March 22, 2023
पंजाब पुलिस आज बुधवार को अमृतसर में खालिस्तान समर्थक नेता अमृतपाल सिंह खालसा के घर पहुंच गई। अमृतपाल अपने घर पर नहीं है। लेकिन उसके संबंध में कुछ सबूत और सुराग पाने पंजाब पुलिस पहुंची है। इस बीच पंजाब कांग्रेस और अकाली दल ने पंजाब के युवकों को पकड़ने और उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया है। अकाली दल ने ऐसे युवकों की मदद के लिए एक हॉटलाइन स्थापित कर दी है। पंजाब का माहौल ताजे घटनाक्रम से तेजी से बदल रहा है।
पंजाब पुलिस फिलहाल अमृतपाल सिंह की मां और पत्नी किरण दीप से पूछताछ कर रही है। किरण दीप ब्रिटेन में रहने वाली एनआरआई हैं और बब्बर खालसा इंटरनेशनल की सदस्य हैं। खालिस्तानी समर्थक संगठन के लिए धन जुटाने के आरोप में उसे कथित तौर पर 2020 में भी उठाया गया था।
पंजाब पुलिस ने बुधवार को भगोड़े अमृतपाल सिंह के समर्थकों को फिरोजपुर-अमृतसर राजमार्ग पर हरिके पुल से हटाने के लिए लाठीचार्ज किया। कार्रवाई में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। इन लोगों ने पुल पर कब्जा कर रखा था।
पंजाब पुलिस के मुताबिक पिछले तीन दिनों से वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल के समर्थक फिरोजपुर के सीमावर्ती जिला मुख्यालय से 60 किमी दूर ज़ीरा सब डिवीजन के एक कस्बे हरिके में पुल पर धरने पर बैठे थे। इसके अलावा फिरोजपुर से 22 किमी दूर कोट बुद्ध गांव में सतलुज पर एक और पुल पर कब्जा था। , तरनतारन के रास्ते अमृतसर पहुंचने के लिए यह वैकल्पिक मार्ग है। जिसका साफ कराया जाना जरूरी है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर मीडिया को बताया, मंगलवार को लगभग 400 प्रदर्शनकारियों ने हरिके में सतलुज नदी पर पुल के दोनों किनारों को अवरुद्ध करने की कोशिश की। इनके पास तलवारें थीं।
बहरहाल, दोनों पुलों को खाली कराते हुए पंजाब पुलिस जल्लूखेड़ा गांव में अमृतपाल के आवास पर जा पहुंची है। वो घर की तलाशी ले रही है, ताकि अमृतपाल के खिलाफ और सबूत जमा किए जा सकें।
जालंधर से बाइक बरामद
इस बीच पंजाब पुलिस ने उस बाइक को बरामद कर लिया है, जिस पर अमृतपाल भागा था। जालंधर रेंज के डीआईजी ने बुधवार को मीडिया को बताया कि पुलिस ने जालंधर कैंट इलाके से वह मोटरसाइकिल बरामद की है जिस पर वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह शनिवार को भागा था। हालांकि अमृतपाल के भागने की बहुत सारी कहानियां सामने आ रही हैं। कभी महंगी गाड़ियों का जिक्र आता है तो कभी बाइक का भी जिक्र आता है।अकालियों की हॉटलाइन
पंजाब की प्रमुख विपक्षी पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने एक हॉलाइन स्थापित की है, जिसके जरिए उन सिख युवकों की मदद की जा रही है, जिन्हें पुलिस पकड़ रही है। अकाली दल का आरोप है कि पुलिस गांव के युवकों को अमृतपाल सिंह का सहयोगी बताकर उन्हें घरों से उठा रही है।Shiromani Akali Dal has decided to provide complete legal assistance to all Sikh youth arrested in the ongoing extra-constitutional crackdown in Punjab and ensure their rights are not trampled upon by @AAPPunjab govt.
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) March 21, 2023
Helpline numbers are given below: pic.twitter.com/SHspqXPqLl
खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह के लिए पंजाब पुलिस की व्यापक तलाशी को "असंवैधानिक" और "साजिश" बताते हुए शिरोमणि अकाली दल ने बुधवार को कार्रवाई में गिरफ्तार लोगों को कानूनी सहायता की पेशकश की। अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने ट्विटर पर लिखा, शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब में चल रही असंवैधानिक कार्रवाई में गिरफ्तार सभी सिख युवाओं को पूरी कानूनी सहायता प्रदान करने और यह सुनिश्चित करने का फैसला किया है कि उनके अधिकारों को आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार द्वारा नहीं कुचला जाए। अकाली दल ने इस संबंध में मदद लेने के लिए हेल्पलाइन नंबरों की एक सूची भी जारी की है।
एक अन्य ट्वीट में बादल ने कहा, शिरोमणि अकाली दल गैर संवैधानिक तरीकों का सहारा लेकर मात्र संदेह के आधार पर निर्दोष सिख युवाओं, विशेषकर अमृतधारी युवाओं की अंधाधुंध गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करता है। हम सभी निर्दोषों की तत्काल रिहाई की मांग करते हैं।शिरोमणि अकाली दल न्याय के लिए खड़ा है।
कांग्रेस अध्यक्ष राजा वारिंग की चेतावनी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने पंजाब के डीजीपी को बुधवार को पत्र लिखा है। उन्होंने सिख युवकों को घेरने और अमृतपाल समर्थकों का ठप्पा लगाने की कार्रवाई पर चिंता जताई है।उन्होंने कहा कि पंजाब कांग्रेस देश विरोधी तत्वों के प्रति किसी नरमी का समर्थन नहीं करती है, लेकिन इन भटके हुए नौजवानों के पुनर्वास के लिए नरम रुख अपनाने की जरूरत है। अकालियों और कांग्रेस के बयान से साफ है कि दोनों विपक्षी दलों ने खालिस्तान तत्वों से किसी तरह की हमदर्दी नहीं जताते हुए निर्दोष सिख युवकों की गिरफ्तारी का विरोध कर दिया है। राज्य में करीब 200 युवक अब तक पुलिस हिरासत में या गिरफ्तार किए जा चुके हैं। उधर आरएसएस से जुड़े संगठन विश्व हिन्दू परिषद ने पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस की कार्रवाई का समर्थन किया है।