प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाल टोपी वाले बयान पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पलटवार किया है। अखिलेश यादव ने बुधवार को ‘आज तक’ से कहा कि लाल रंग भावनाओं का रंग है, पूजा का रंग लाल है, यह देवी-देवताओं का रंग है, सूरज का रंग है। उन्होंने पूछा कि बीजेपी के नेताओं के शरीर में क्या काला रंग है।
सपा मुखिया ने कहा कि सपा की रैलियों में आ रही भीड़ से घबराकर बीजेपी नेता ग़लत बयानबाज़ी कर रहे हैं और आने वाले दिनों में उनकी भाषा और ख़राब होगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के चुनाव में जनता उन्हें 400 सीटें भी जिता सकती है।
समाजवादी पार्टी के सांसद बुधवार को लाल रंग की टोपी के साथ संसद पहुंचे।
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को गोरखपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि लाल टोपी वालों को आंतकियों को जेलों से छुड़ाने के लिए सरकार बनानी है और इसलिए लाल टोपी वाले उत्तर प्रदेश के लिए रेड अलर्ट हैं।
बीजेपी ने मंगलवार को गोरखपुर में जोर दिखाया था तो सपा और रालोद ने मेरठ में बड़ी रैली की थी। मेरठ की रैली में अखिलेश ने कहा कि समाजवादी लोग रंग-बिरंगा गुलदस्ता बनाना चाहते हैं जबकि दूसरे लोग एकरंगी हैं और वे किसी के जीवन में ख़ुशहाली नहीं ला सकते। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जाने वाले हैं और उत्तर प्रदेश में परिवर्तन होकर रहेगा।
उत्तर प्रदेश के चुनाव में अब बीजेपी गठबंधन और सपा गठबंधन के बीच ही सीधी टक्कर होती दिखाई दे रही है। उत्तर प्रदेश का चुनाव कितना अहम है, यह बताने की ज़रूरत नहीं है। इस चुनाव के नतीजे 2024 के आम चुनाव पर सीधा असर डालेंगे। इसलिए बीजेपी ने सत्ता में वापसी के लिए और बाक़ी दलों ने बीजेपी को रोकने के लिए पूरा जोर लगा दिया है।