एयर इंडिया एक्सप्रेस ने बीमारी की बात कह कर सामूहिक रूप से छुट्टी पर अपने करीब 300 कर्मियों में से 30 केबिन क्रू को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। वहीं अन्य को कंपनी प्रबंधन ने गुरुवार शाम 4 बजे तक काम पर लौटने या कार्रवाई का सामना करने का अल्टीमेटम दिया है।
एयर इंडिया एक्सप्रेस को इन दिनों अपने कर्मचारियों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। प्रबंधन के फैसलों से वे नाराज चल रहे हैं। अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए करीब 300 कर्मी बीमारी की बात कह कर छुट्टी पर चले गए हैं।
इतनी बड़ी संख्या में अचानक से कर्मचारियों के छुट्टी पर चले जाने के कारण एयर इंडिया एक्सप्रेस को अपनी 90 से ज्यादा फ्लाइट कैंसिल करनी पड़ी है। अब इतनी संख्या में फ्लाइट कैंसिल होने पर सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने एयर इंडिया एक्सप्रेस से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है।
वहीं इस मामले में क्षेत्रीय श्रम आयुक्त ने एयर इंडिया एक्सप्रेस को पत्र लिख कर कहा है कि कर्मियों की शिकायतें वास्तविक है और कंपनी के एचआर डिपार्टमेंट ने सुलह अधिकारी को गुमराह करने की कोशिश की है।
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक नौकरी से निकाले जाने वाले कर्मियों की संख्या बढ़ने की संभावना है। एयरलाइन कंपनी का प्रबंधन गुरुवार को केबिन क्रू सदस्यों के साथ एक बैठक कर सकता है।
300 कर्मियों के बीमार होने की बात कह कर छुट्टी पर चले जाने और अपना फोन बंद कर लिए जाने के बाद एयर इंडिया एक्सप्रेस ने अपने कम से कम 30 केबिन क्रू को बर्खास्त कर दिया है। जिससे बड़े पैमाने पर उड़ाने बाधित हुई हैं।
सूत्रों ने बताया कि प्रबंधन ने कर्मचारियों को आज शाम चार बजे तक काम पर लौटने या कार्रवाई का सामना करने का अल्टीमेटम दिया है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट कहती है कि कम लागत वाली इस एयरलाइन की कुल 85 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। यह एयरलाइन एयर इंडिया की सहायक कंपनी है, जो अब टाटा समूह के स्वामित्व में है।
सूत्रों ने बताया कि कर्मचारी नई रोजगार शर्तों का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कर्मचारियों के साथ व्यवहार में समानता की कमी का आरोप लगाया है।
उन्होंने दावा किया है कि कुछ स्टाफ सदस्यों को वरिष्ठ पदों के लिए साक्षात्कार पास करने के बावजूद छोटे पदों की नौकरी की पेशकश की गई है।
वहीं एक बयान में, एयर इंडिया एक्सप्रेस ने कहा है कि वह इस अप्रत्याशित स्थिति से हमारे मेहमानों को होने वाली असुविधा को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
कंपनी ने कहा 85 उड़ाने रद्द हुई
हम गुरुवार को 283 उड़ानें संचालित करेंगे। हमने सभी संसाधन जुटाए हैं और एयर इंडिया हमारे 20 मार्गों पर परिचालन करके हमारा समर्थन करेगी। हालांकि, हमारी 85 उड़ानें रद्द हो गई हैं।कंपनी के बयान में कहा गया है कि हम किसी भी चिंता को दूर करने की प्रतिबद्धता के साथ अपने केबिन क्रू सहयोगियों के साथ बातचीत जारी रखेंगे, हम कुछ व्यक्तियों के खिलाफ उचित कदम उठा रहे हैं क्योंकि उनके कार्यों से हमारे हजारों मेहमानों को गंभीर असुविधा हुई है।
बर्खास्त किए गए 30 से अधिक कर्मयों को जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि सामूहिक छुट्टी "स्पष्ट रूप से बिना किसी उचित कारण के ली गई है। यह काम से पूर्व-निर्धारित और ठोस अनुपस्थिति की ओर इशारा करती है।
इसके परिणामस्वरूप, बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जिससे पूरा शेड्यूल बाधित हो गया, जिससे कंपनी के सम्मानित यात्रियों को भारी असुविधा हुई। आपका कृत्य न केवल सार्वजनिक हित के प्रति विध्वंसक है, बल्कि इससे शर्मिंदगी भी हुई है। इससे कंपनी की प्रतिष्ठा को नुकसान हुआ है, और कंपनी को गंभीर मौद्रिक हानि हुई है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट कहती है कि क्रू सदस्यों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करने वाले संगठन, एयर इंडिया एक्सप्रेस कर्मचारी संघ ने एयरलाइन पर कुप्रबंधन और कर्मचारियों के साथ असमान व्यवहार करने का आरोप लगाया है।
हालाँकि, एयर इंडिया एक्सप्रेस के सूत्रों ने कहा है कि वह किसी भी कर्मचारी संघ को मान्यता नहीं देता है। इस बीच, क्षेत्रीय श्रम आयुक्त ने कहा है कि कर्मचारियों की शिकायतें वास्तविक थीं। 3 मई को एयर इंडिया के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन और अन्य को भेजे एक ई-मेल में नई दिल्ली के क्षेत्रीय श्रम आयुक्त, अशोक पेरुमल्ला ने श्रम कानूनों के घोर उल्लंघन की ओर इशारा किया है।