अग्निपथ: यूपी के कई शहरों से बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां
अग्निपथ योजना के विरोध में उत्तर प्रदेश के कई शहरों में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस एक्शन में उतर आई है। प्रदेश के कई शहरों से बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां की जा रही हैं।
पुलिस ने शनिवार को बलिया से 109, मथुरा से 70, अलीगढ़ से 31, वाराणसी से 27 और गौतम बुद्ध नगर से 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वाराणसी से 27 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है जबकि 3 पुलिस थानों में 4 एफआईआर दर्ज की गई हैं। नोएडा में 75 नामजद व 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की गई है।
नोएडा में प्रदर्शन के दौरान 9 पुलिसकर्मी और एक बस ड्राइवर घायल हो गए थे। कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश से अब तक 260 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
जौनपुर में तोड़फोड़
शनिवार को जौनपुर में प्रदर्शनकारियों ने रोड को जाम कर दिया और कुछ निजी वाहनों में तोड़फोड़ की है। इसके बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। प्रयागराज में एक बस पर पथराव किया गया है।
शुक्रवार को बलिया में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन की एक बोगी में आग लगा दी थी और रेलवे स्टेशन में तोड़फोड़ की थी जबकि मथुरा, बनारस, अमेठी, अलीगढ़ में बसों पर पथराव किया गया था और सार्वजनिक संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया था। अलीगढ़ में भी प्रदर्शनकारी उग्र हो गए थे और हिंसा पर उतर आए थे।
राहुल का माफीवीर का तंज
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अग्निपथ योजना को लेकर हो रहे प्रदर्शनों पर मोदी सरकार को घेरा है। राहुल गांधी ने कहा है कि कृषि कानूनों की तरह ही प्रधानमंत्री को माफीवीर बन कर अग्निपथ योजना को वापस लेना ही पड़ेगा।
8 सालों से लगातार भाजपा सरकार ने ‘जय जवान, जय किसान' के मूल्यों का अपमान किया है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 18, 2022
मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री जी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे।
ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफ़ीवीर' बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और 'अग्निपथ' को वापस लेना ही पड़ेगा।
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि इस योजना को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। उनका कहना है कि सेना में 4 साल तक नौकरी करने के बाद युवा जब बाहर निकलेंगे तो वे क्या करेंगे।
अग्निवीरों को 10% आरक्षण
अग्निपथ योजना का देश के कई राज्यों में हो रहे जबरदस्त विरोध के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को बड़ा फैसला लिया है। गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि अग्निवीरों को सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स यानी सीएपीएफ और असम राइफल्स में 10 फीसद आरक्षण मिलेगा।
इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने अग्निवीरों को सीएपीएफ और असम राइफल्स में भर्ती के लिए तय आयु सीमा में 3 साल की छूट देने का भी फैसला किया है और अग्निपथ योजना के पहले बैच के लिए यह छूट 5 वर्ष होगी।