आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार के एक कार्यक्रम को पुलिस ने प्रधानमंत्री कार्यालय के आदेश पर कब्जा कर लिया है। इसने आरोप लगाया कि यह कार्यक्रम दिल्ली सरकार का था लेकिन उस कार्यक्रम के मंच पर पुलिस ने प्रधानमंत्री मोदी की बड़ी तसवीर लगा दी। इसने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस ने उन्हें हटाने वाले को गिरफ्तार करने की धमकी दी। इन घटनाक्रमों के बाद अरविंद केजरीवाल रविवार को उस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए।
आप ने उस कार्यक्रम की तसवीरों को ट्वीट करते हुए लिखा है कि दिल्ली सरकार के वन महोत्सव में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शामिल होना था। इसने आगे सवाल पूछा है कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी तसवीर लगाकर क्या साबित करना चाहते हैं?
ट्वीट के साथ आप ने जो तसवीरें साझा की हैं उसमें देखा जा सकता है कि केजरीवाल के पोस्टर फटे हुए कहीं एक किनारे रखे हुए हैं। पुलिस को फिर से की गई सजावट की तसवीरें क्लिक करते हुए देखा जा सकता है।
ये घटनाक्रम तब सामने आए हैं जब दो दिन पहले ही दिल्ली सरकार की नयी आबकारी नीति पर दिल्ली के एलजी और केजरीवाल सरकार आमने-सामने हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उनको पता चला है कि सीबीआई मनीष सिसोदिया को गिरफ़्तार करने वाली है। केजरीवाल ने यह भी कहा कि उन्होंने तो तीन-चार महीने पहले ही यह बता दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा था, 'सीबीआई जल्द ही एक फ़र्ज़ी केस में मनीष सिसोदिया को गिरफ़्तार करने वाली है। मनीष एक कट्टर ईमानदार आदमी हैं, जिन पर झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं। अब देश में नया सिस्टम लागू हो गया है। पहले तय किया जाता है किसे जेल भेजना है, फ़िर उसके ख़िलाफ़ फ़र्ज़ी केस बनाया जाता है।'
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार की विवादास्पद नई आबकारी नीति की जाँच एजेंसी केंद्रीय जाँच ब्यूरो से कराने की सिफारिश की है।
सक्सेना ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर एलजी की मंजूरी के बिना लाइसेंसधारियों को लाभ देने का आरोप लगाया। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि आप सरकार ने पंजाब चुनाव के लिए लाइसेंस देने के पैसे का इस्तेमाल किया।
एलजी के इस फ़ैसले के बाद उनकी आप सरकार के साथ तनातनी बढ़ने की संभावना है। आप ने आरोप लगाया है कि केंद्र दिल्ली सरकार के काम को रोकना चाहती है।
बता दें कि केजरीवाल सरकार के एक मंत्री सत्येंद्र जैन जेल में हैं। उन पर मनी लॉन्ड्रिंग करने समेत कई तरह के आरोप लगे हैं। ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया है।
केंद्र और केजरीवाल सरकार के बीच इन तनावपूर्ण माहौल में ही अब वन महोत्सव कार्यक्रम में यह ताजा विवाद हुआ है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि केंद्र ने असोला वन्यजीव अभयारण्य में वृक्षारोपण अभियान के लिए पीएम मोदी के मुस्कुराते हुए चेहरे वाले बैनर लगाने के लिए कल रात पुलिस को भेजा था। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार राय ने आरोप लगाया, 'कल रात दिल्ली पुलिस कार्यक्रम स्थल पर पहुंची और इलाक़े को अपने कब्जे में ले लिया। उन्होंने जबरन पीएम मोदी की तसवीरों वाले बैनर लगाए। आप सरकार के बैनर फाड़ दिए गए।'
उन्होंने दावा किया कि दिल्ली पुलिस ने लोगों को पीएम मोदी की तसवीरों वाले बैनरों को नहीं छूने की चेतावनी दी है। उन्होंने यह भी कहा कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे और सभी तैयारियाँ कर ली गई थीं।
मंत्री गोपाल राय ने कहा, 'केजरीवाल सरकार के एक कार्यक्रम को पीएम मोदी के राजनीतिक कार्यक्रम में बदल दिया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और मैंने अब कार्यक्रम में भाग नहीं लेने का फैसला किया है।' राय ने कहा कि इस घटना से पता चलता है कि पीएम मोदी केजरीवाल से डरते हैं।