आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती से पहले इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से छेड़छाड़ की कोशिश की जा रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि वोटिंग मशीनों को अवैध रूप से ले जाया जा रहा है। संजय सिंह ने कहा, ‘बाबरपुर विधानसभा में सरस्वती विद्या निकेतन में एक स्कूल में एक कर्मचारी के पास ईवीएम मिली है। जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो वह कोई सही उत्तर नहीं दे पाये। यह ईवीएम अनधिकृत रूप से उनके पास थी। पूछने पर कर्मचारी ने कहा कि यह रिजर्व ईवीएम थी।’ संजय सिंह ने सवाल उठाया कि सारी ईवीएम चली गयीं तो कर्मचारी के पास यह ईवीएम कैसे रह गयी। उन्होंने कहा कि इस तरह की एक घटना विश्वास नगर में भी हुई है।
संजय सिंह ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं, नेताओं से कहा गया है कि वे स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में तैनात रहें। संजय सिंह ने एक वीडियो ट्वीट कर पूछा कि किस जगह पर ईवीएम उतारी जा रही हैं जबकि आस-पास तो कोई सेंटर नहीं है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को इस बात की जांच करनी चाहिए कि इन ईवीएम को कहां ले जाया जा रहा है।
चुनाव आयोग की ओर से कहा गया है कि चुनाव में इस्तेमाल होने वाली सभी ईवीएम को पार्टी के पोलिंग एजेंट के सामने ही सील किया गया था और पोलिंग स्टेशन से इन्हें सीधे स्ट्रांग रूम में रख दिया गया।
सतर्क है आम आदमी पार्टी
एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद से ही आम आदमी पार्टी बेहद सतर्क हो गयी है। पार्टी की ओर से कहा गया है कि उसे इस बात की सूचनाएं मिल रही हैं कि अधिकारी ईवीएम को अनधिकृत रूप से ले जा रहे हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी मनीष सिसोदिया, प्रशांत किशोर व अन्य नेताओं के साथ ईवीएम की सुरक्षा को लेकर बैठक की और बातचीत की है। कई चैनलों के एग्जिट पोल के नतीजों में दिल्ली में आम आदमी पार्टी की पूर्ण बहुमत से सरकार बनने का दावा किया गया है।
संजय सिंह ने रविवार को प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर चुनाव आयोग पर अभी तक मतदान का प्रतिशत नहीं जारी करने के लिये निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब इतनी देर तक मतदान प्रतिशत जारी नहीं किया गया है। उन्होंने सवाल उठाया कि आख़िर चुनाव आयोग मतदान का प्रतिशत जारी क्यों नहीं कर रहा है।
एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा था कि उनकी पार्टी को चुनाव में 48 सीटें मिलेंगी और तब दूसरे राजनीतिकि दल अपनी हार के लिये ईवीएम का बहाना नहीं बनायें। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि सभी एग्जिट पोल फ़ेल हो जायेंगे और लोग उनके ट्वीट को सेव करके रख लें। दिल्ली में वोटों की गिनती 11 फ़रवरी को होगी।
आप पहले भी उठा चुकी है मुद्दा
आम आदमी पार्टी पहले भी ईवीएम से छेड़छाड़ का मुद्दा उठाती रही है। 2017 में उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में जब बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला था तो पार्टी ने इस मुद्दे को उठाया था। लोकसभा चुनाव से पहले भी कई विपक्षी राजनीतिक दलों ने ईवीएम से छेड़छाड़ की आशंका को लेकर बैलेट पेपर से मतदान की मांग की थी और इस मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट का रूख किया था लेकिन उन्हें वहां से राहत नहीं मिली थी। इन राजनीतिक दलों का कहना था कि दुनिया के कई देशों में ईवीएम को बंद कर बैलेट पेपर का इस्तेमाल किया जा रहा है तो फिर भारत में ऐसा क्यों नहीं किया जा सकता। जबकि चुनाव आयोग का कहना है कि ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित है और इन्हें न तो हैक किया जा सकता है और न ही इनके साथ छेड़छाड़ की जा सकती है।