योगी सरकार ने धारा 144 के नाम पर कांग्रेस का 'मैराथन' लखनऊ में रोका
योगी सरकार से अनुमति न मिलने की वजह से लखनऊ में कल होने वाला कांग्रेस का मैराथन कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के निर्देश पर पार्टी ने युवा लड़कियों के लिए यह कार्यक्रम रखा था। प्रियंका ने हाल ही में नारा दिया था - लड़की हूं लड़ सकती हूं।
सरकार ने धारा 144 का हवाला देकर कांग्रेस के कार्यक्रम को अनुमति देने से मना कर दिया।
ओमिक्रॉन के खतरों के मद्देनजर लखनऊ में धारा 144 और नाइट कर्फ्यू लागू है।
हालांकि मुख्यमंत्री योगी खुद आज लखनऊ में ही सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए, जिनमें उन्होंने छात्र-छात्राओं को स्मार्ट फोन और टैबलेट बांटीं।
योगी आज बटेश्वर भी गए। वहां भी सार्वजनिक कार्यक्रम था। राज्य के कई मंत्री आज कई शहरों और ग्रामीण इलाकों में दौरे पर थे।
सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार के अधिकारियों ने कांग्रेसी नेताओं को बताया है कि ऊपर के आदेश पर इस कार्यक्रम को अनुमति नहीं दी गई।
प्रशासन ने कार्यक्रम नहीं होने दियाः सुप्रिया
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रियंका गांधी का नारा आज पूरे देश में गूंज रहा है। बीजेपी और सरकार इस नारे से डर गई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के मैराथन कार्यक्रम को जानबूझकर रोका गया। हमारे कार्यक्रम से बड़ी तादाद में लड़कियां जुड़ी थीं।
सुप्रिया ने कहा-
“
जब पहली अनुमति रोक दी गई तो हमने लखनऊ स्थित इकाना स्टेडियम में यह आयोजन करने के लिए फिर अनुमति मांगी, लेकिन उमसें भी आनाकानी की गई। हमारे सामने कल के इस कार्यक्रम को स्थगित करने के अलावा कोई रास्ता नहीं था।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में इस तरह की हरकत शर्मनाक है। यह सरकार डर और अहंकार में डूबी हुई है। लड़कियों के कार्यक्रम में इस तरह का रोड़ा अटकाना ठीक नहीं है।
उधर, इसी इकाना स्टेडियम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छात्र-छात्राओं को स्मार्ट फोन और टैब बांटे। सीएम ने खुद अपने हाथों से 26 छात्र-छात्राओं को प्रतीकात्मक वितरण किया।
योगी सरकार ने दावा किया कि इकाना स्टेडियम में आज 60 हजार छात्र-छात्राओं को स्मार्ट फोन और टैब बांटे गए।
अखिलेश ने ली चुटकी
इकाना स्टेडियम का नाम पिछले महीने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर कर दिया गया था। लेकिन आज कार्यक्रम में सीएम योगी बार-बार इकाना स्टेडियम ही बोलते रहे।
इस पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट करके चुटकी ली।
‘सच्चे काम का सच्चा नाम’ का ये असर होता है कि स्वयं नाम बदलनेवाले भी स्टेडियम का नया नाम लेना भूल गये।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 25, 2021
उप्र की भाजपा सरकार की 4 लाख को नौकरी व 1 करोड़ को रोज़गार देने की बात भी जुमला है। उप्र के बेरोज़गार युवा इस महाझूठ का जवाब 22 के चुनाव में भाजपा को सत्तानिवृत्त करके देंगे।
बता दें कि इस स्टेडियम का निर्माण कार्य अखिलेश के कार्यकाल में हुआ था। बनकर तैयार हो गया था। लेकिन 2017 में बीजेपी सरकार आ गई, उसने इसका उद्घाटन कर दिया और इस साल नाम बदल डाला।
अखिलेश ने आज कहा कि नाम बदलने वाले भी नया नाम लेना भूल गए। सच्चे काम का सच्चे नाम' का यही असर होता है।