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नागरिकता क़ानून: मरने के लिये आयेगा तो जिंदा कैसे बचेगा - योगी

नागरिकता क़ानून: मरने के लिये आयेगा तो जिंदा कैसे बचेगा - योगी

नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे लोगों के ख़िलाफ़ लगातार विवादित बयान दे रहे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक और ऐसा ही बयान दिया है। 

नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे लोगों के ख़िलाफ़ लगातार विवादित बयान दे रहे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक और ऐसा ही बयान दिया है। योगी ने बुधवार को कहा कि प्रदेश में नागरिकता क़ानून के विरोध में हुए प्रदर्शनों में मारे गये लोग पुलिस की गोली से नहीं बल्कि आपस में हुई फ़ायरिंग में ही मारे गये।

योगी आदित्यनाथ ने नागरिकता क़ानून को लेकर चर्चा करते हुए बुधवार को विधानसभा में कहा, ‘यूपी में कोई दंगा नहीं हुआ। अगर कोई मरने के लिये आ ही रहा है, वो जिंदा कैसे बचेगा। पुलिस की गोली से कोई नहीं मरा।’ योगी ने दावा किया कि उपद्रवी, उपद्रवी की गोली से मरे हैं और आलोचना के बजाय उत्तर प्रदेश की पुलिस की प्रशंसा की जानी चाहिए। 

योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘पुलिस की गोली से कोई नहीं मरा है। नागरिकता क़ानून के विरोध में हुए प्रदर्शनों के पीछे साज़िश का पर्दाफ़ाश हुआ है।’ योगी ने कहा कि जो लोग लोकतंत्र को ढाल बनाएंगे और इसकी आड़ में हिंसा और आगजनी करेंगे, उन्हें उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जायेगा। 

दिल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान भी योगी के निशाने पर नागरिकता क़ानून के विरोध में शाहीन बाग़ में चल रहा आंदोलन रहा था। योगी ने कहा था कि कश्मीर में आतंकवादियों का समर्थन करने वाले लोग शाहीन बाग़ में बैठे हैं। उन्होंने इस क़ानून के विरोध में प्रदर्शन करने वालों पर हमला बोला था और कहा था कि इनके पूर्वजों ने ही भारत का विभाजन किया था। 

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