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यमुना का जलस्तर घटा लेकिन 'ख़तरे' में ही, बारिश से चिंता बढ़ी

यमुना का जलस्तर घटा लेकिन 'ख़तरे' में ही, बारिश से चिंता बढ़ी

यमुना में लगातार पानी कम हो रहा है तो क्या दिक्कतें कम हो रही हैं? जलस्तर कम होने के बावजूद कुछ लोगों की चिंताएँ क्यों बढ़ी हुई हैं?

पिछले दो दिन से यमुना का जलस्तर कम हो रहा है, लेकिन शनिवार को तब फिर से चिंताएँ बढ़ गईं जब दिल्ली के कई हिस्सों में भारी बारिश हो गई। शहर में जलभराव हुआ और यातायात जाम हो गया। कुछ हिस्से पिछले कुछ दिनों से पहले से ही बाढ़ से जूझ रहे थे। हरियाणा में हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने से यमुना में जल स्तर बढ़ गया है। शनिवार को बारिश होने के बाद जलस्तर को अब नीचे आने में समय लगेगा।

फिलहाल तो भारी बारिश ने परेशानी बढ़ा दी ही है क्योंकि बाढ़ का पानी निकालने में अधिक समय लग रहा है। आईटीओ और राजघाट सहित शहर के प्रमुख इलाके जलमग्न रहे। नगर निगम के कर्मचारियों ने सुप्रीम कोर्ट के पास के इलाकों से पानी निकालने के लिए रात भर काम किया।

हालाँकि, देर शाम हुई बारिश के बावजूद यमुना के जलस्तर में गिरावट जारी है। आज सुबह 6 बजे जलस्तर 206. 14 मीटर दर्ज किया गया। यमुना में 205.33 मीटर पर ख़तरे के निशान को चिह्नित किया गया है। यानी नदी में इससे ज़्यादा जलस्तर होने पर ख़तरे के निशान से ऊपर माना जाता है। इस हिसाब से यमुना अभी भी ख़तरे के निशान से ऊपर है। पिछले एक सप्ताह से यमुना ख़तरे के निशान से काफ़ी ऊपर बह रही है। 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आश्वासन दिया है कि बाढ़ के पानी की निकासी में सहायता के लिए यमुना बैराज के सभी पाँच गेट खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिनमें से कुछ गाद से जाम हैं। उन्होंने कहा, 'यमुना में पानी का स्तर घट रहा है। अगर बारिश नहीं हुई तो स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी। अगर बारिश होती है, तो इसमें थोड़ा अधिक समय लग सकता है।'

किसी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए दो टास्क फोर्स को भी मेरठ से दिल्ली ले जाया जा रहा है और उन्हें स्टैंडबाय पर रखा जाएगा।

चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बहाल

यमुना में पानी घटने के साथ ही चंद्रावल स्थित जल शोधन संयंत्र आज सुबह चालू हो गया। जलमग्न वजीराबाद प्लांट को भी चालू करने की कोशिशें जारी हैं। ओखला में तीसरे जल संयंत्र ने कल परिचालन फिर से शुरू कर दिया था। बाढ़ जैसी स्थिति के कारण शहर के कई हिस्सों में पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है। तीनों संयंत्र गुरुवार को बंद कर दिए गए थे जब नदी का जल स्तर 208.66 के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल शाम अपनी दो देशों की यात्रा से लौटने के बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना से बात करके राहत और बचाव कार्य के बारे में जानकारी ली। सक्सेना ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उन्हें हरसंभव मदद और केंद्र के सहयोग का आश्वासन दिया।

स्थानीय प्रशासन ने भीड़भाड़ को प्रबंधित करने और यात्रियों की सहायता के लिए प्रभावित क्षेत्रों में 4,500 से अधिक यातायात कर्मियों को तैनात किया है। शहर की चार सीमाओं से आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर भारी मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गैर-जरूरी सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों को रविवार तक बंद रखने का आदेश दिया है।

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