+
सोनीपत में अपराध बेकाबू! कोच ने ही पहलवान निशा दहिया को मार डाला!

सोनीपत में अपराध बेकाबू! कोच ने ही पहलवान निशा दहिया को मार डाला!

सोनीपत में कोच ने आख़िर पहलवान निशा दहिया और उसके भाई की गोली मारकर हत्या क्यों की? जानिए, परिजनों ने क्या आरोप लगाया है। 

दिल्ली से सटे हरियाणा के सोनीपत में क्या अपराध बेकाबू है? सोनीपत में 'सुशील कुमार कुश्ती अकादमी' में पहलवान निशा दहिया और उसके भाई सूरज की बुधवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप उसके कोच और दो अन्य लोगों पर लगा है। इस मामले में परिजनों ने आरोप लगाया है कि वे उसको परेशान कर रहे थे और अलग-अलग वजहों से रुपये मांग रहे थे। 

हालाँकि, इससे पहले बुधवार शाम को मारे गए खिलाड़ी की पहचान को लेकर भ्रम की स्थिति बन गई थी क्योंकि निशा दहिया नाम की दो पहलवान हैं। जिनकी हत्या हुई वह अंडर-23 विश्व चैम्पियनशिप कांस्य-पदक विजेता नहीं थीं। लेकिन शुरुआती कुछ मीडिया रिपोर्टों में ग़लतफहमी में अंडर-23 विश्व चैम्पियनशिप कांस्य-पदक विजेता निशा दहिया के बारे में समझा गया। इस पर बाद में उन मीडिया रिपोर्टों में स्पष्टीकरण जारी की गई कि वह जीवित हैं।

बहरहाल, जिस 21 वर्षीय रेसलर निशा दहिया और उनके 18 वर्षीय भाई सूरज दहिया की सोनीपत में हत्या की गई वह हलालपुर गांव का मामला है। इस घटना में गंभीर रूप से घायल निशा की मां ने कोच और उसके साथियों पर आरोप लगाए हैं। उन्हें रोहतक के पीजीआई में भर्ती कराया गया। उनके पिता दयानंद दहिया श्रीनगर में तैनात सीआरपीएफ में इंस्पेक्टर हैं।

एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार इस घटना को लेकर दयानंद दहिया ने कहा, 'वे उसे परेशान कर रहे थे। उसने इस बारे में अपनी मां को बताया था। मैंने अपनी बेटी को अकादमी के बारे में चेताया था, लेकिन आरोपियों ने उसका ब्रेनवॉश कर दिया था। वे लगातार अलग-अलग कारणों से पैसे की मांग कर रहे थे।'

पहलवान और उसके भाई सूरज का पोस्टमार्टम किया गया है। आरोपी फरार हैं। 'द न्यू इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार एक पुलिस अधिकारी ने कहा, 'अकादमी प्रसिद्ध पहलवान सुशील कुमार की नहीं, बल्कि एक स्थानीय व्यक्ति की है।' गोली चलने की घटना के बाद स्थानीय लोगों ने अकादमी में आग लगा दी।

हत्या के मामले में एफ़आईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने दावा किया है कि रोहतक में बलंदा के एक कोच पवन ने हलालपुर के अपने बहनोई सचिन और अमित के साथ कथित तौर पर पांच से छह राउंड गोलियां चलाईं। 

एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस को दिए गए बयान में रेसलर की मां धनपति ने कोच पवन पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी द्वारा कोच पर बदसलूकी और छेड़छाड़ करने का आरोप लगाने के बाद उसने गोली चलवा दी।

पुलिस को दिए बयान में धनपति ने आरोप लगाया है कि निशा ने पहले भी इसकी जानकारी दी थी कि कोच पवन उसके साथ बदतमीजी करता है। जनसत्ता की रिपोर्ट के अनुसार धनपति ने कहा कि बुधवार को भी निशा अकादमी गई थी लेकिन कुछ देर बाद पवन की कॉल आई कि वे निशा को ले जाएँ। उन्होंने कहा कि जब वह अपने बेटे के साथ वहाँ पहुँचीं तो देखा कि पवन ने बंदूक निकालकर निशा पर गोलियाँ चला दीं। उन्होंने आरोप लगाया कि इसी बीच उसने इन दोनों पर भी गोलियाँ चला दीं। गोलीबारी के बाद आरोपी भाग गए। 

बता दें कि शुरुआती रिपोर्ट में इस घटना में निशा दहिया के नाम को लेकर भ्रम पैदा हो गया था। जैसे ही पहलवान निशा दहिया की हत्या की ख़बर आई वैसे ही कुछ घंटों बाद अंडर-23 की जूनियर रेसलर और ब्रॉन्ज मेडलिस्ट निशा दहिया ने वीडियो जारी कर कहा कि वह सुरक्षित हैं। 

दरअसल हुआ यह था कि जिस निशा दहिया की हत्या हुई वह अंडर-23 में विश्व चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली निशा दहिया नहीं थी।

इसके साथ ही भारतीय कुश्ती महासंघ ने एक वीडियो साझा किया जिसमें पहलवान ने कहा कि वह राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए गोंडा, यूपी में हैं। वीडियो में उनके बगल में 2016 की ओलंपियन साक्षी मलिक भी बैठी दिखती हैं। 

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें