कराची में बम विस्फोट बढ़ते जा रहे हैं। कराची भारत के मुंबई जैसा शहर है। पाकिस्तानी पुलिस बलोच ग्रुप पर जिम्मेदारी डालकर हर बार साफ बच जाती है। कराची की सुरक्षा व्यवस्था सुधारने की उसे चिन्ता नहीं है। डॉन अखबार के मुताबिक सोमवार रात को किया गया विस्फोट दरअसल पुलिस को ही निशाना बनाने के लिए किया गया था। हालांकि इस फिर बलोचिस्तान के आतंकी संगठन से जोड़ा जा रहा है लेकिन पुलिस अपनी कमी मानने को तैयार नहीं है।
कराची में तीसरे विस्फोट में, एक महिला की मौत हो गई और कम से कम 12 लोग घायल हो गए। मोटरबाइक से जुड़ा एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) सोमवार देर रात खरादर के बोल्टन मार्केट के पास फटा था।
कराची की बोल्टन मार्केट के पास प्रसिद्ध कागज़ी बाज़ार से गुजरने वाली पुलिस वैन स्पष्ट रूप से विस्फोट का लक्ष्य थी, लेकिन रिक्शा में बैठी एक युवती वहां से गुजर रही थी, वो इसकी चपेट में आई और उसकी जान चली गई। एक पुलिस अधिकारी बदरुद्दीन और आठ वर्षीय लड़के सहित एक दर्जन अन्य लोग घायल हो गए।
कराची पुलिस की अपराध शाखा के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और पहुंचे और फॉरेंसिक नमूने जमा किए। कराची साउथ के डीआईजी शारजील खराल ने डॉन को बताया, असली निशाना पुलिस का मोबाइल यूनिट था। शुरुआती जांच बता रही है कि आईईडी विस्फोट हाल के सदर विस्फोट के समान था, लेकिन हम बम डिस्पोजल अधिकारियों की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बोल्टन मार्केट का थोक कपड़ा बाजार लगभग बंद था और इलाके में कुछ ही लोग मौजूद थे, जब यह बम देर रात फटा। इसका मकसद साफ है कि पुलिस को निशाना बनाने के लिए ही यह बम इस्तेमाल किया गया। आतंकवाद निरोधी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी राजा उमर खत्ताब ने कहा कि आईईडी, जिसे बाजार में खड़ी बाइक पर लगाया गया था, जाहिर तौर पर रिमोट कंट्रोल डिवाइस से विस्फोट किया गया था, जब वहां से गुजर रहा पुलिस वाहन उसके पास धीमा हो गया था। सीटीडी अधिकारी ने कहा कि बम का लक्ष्य पुलिस की मोबाइल वैन थी जो विस्फोट में क्षतिग्रस्त हो गई थी।उन्होंने कहा कि बॉल बेयरिंग से युक्त आईईडी वैसा ही लग रहा था जैसा सदर के व्यस्त व्यावसायिक क्षेत्र में विस्फोट को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किया गया था। 26 अप्रैल के बाद से कराची में यह तीसरी आतंकी घटना है। जब कराची यूनिवर्सिटी में एक आत्मघाती बम विस्फोट में तीन चीनी शिक्षकों और एक स्थानीय चालक की जान चली गई थी। बाद में प्रतिबंधित बलूच लिबरेशन आर्मी ने इस घातक हमले की जिम्मेदारी ली थी।
12 मई को, एक युवा राहगीर की मौत हो गई और सदर में पाकिस्तान तट रक्षकों के एक आधिकारिक वाहन को निशाना बनाते हुए एक साइकिल विस्फोट में 10 अन्य घायल हो गए, जिसकी जिम्मेदारी प्रतिबंधित सिंधु देश रिवोल्यूशनरी आर्मी ने ली थी। उसके बाद सोमवार देर रात यह तीसरा विस्फोट हुआ।