पाक में भी हुआ था तबलीगी जमात का कार्यक्रम, कई लोग पॉजिटिव, 80 देशों से आये थे धर्मगुरु

04:34 pm Mar 31, 2020 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

इसलामिक संस्था तबलीगी जमात के निज़ामुद्दीन स्थित मुख्यालय में हुए धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए 24 लोगों का टेस्ट पॉजिटिव आया है। इस कार्यक्रम में शामिल हुए 10 लोगों की मौत भी हो चुकी है। जमात के एक कार्यक्रम के बाद पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी हड़कंप मचा हुआ है। पाकिस्तान के पूर्वी इलाक़े में तबलीगी जमात ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम में 80 देशों से हज़ारों मुसलिम धर्मगुरु शामिल हुए थे। इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक़, इस कार्यक्रम में फिलीस्तीन और किर्गिस्तान से शामिल हुए लोगों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है। 

चिंता की बात यह है कि इस कार्यक्रम में आये सभी लोग अपने-अपने देशों में लौट चुके हैं। ऐसे में इस वायरस के संक्रमण की चपेट में अगर वे लोग भी आये होंगे तो इतने दिनों में उनके संपर्क में आये लोगों के भी इस वायरस से संक्रमित होने का ख़तरा है। ऐसे में एक बहुत बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है। 

तबलीगी जमात की ओर से आयोजित यह कार्यक्रम फ़रवरी के अंतिम हफ़्ते से शुरू हुआ था और 12 मार्च को समाप्त हुआ था और उस दौरान पूरी दुनिया के साथ ही पाकिस्तान में भी इस वायरस के मामले तेज़ी से सामने आ रहे थे। इस कार्यक्रम में पाकिस्तान से भी बड़ी संख्या में मुसलिम धर्मगुरु शामिल हुए थे। 

कार्यक्रम में पाकिस्तान के सिंध इलाक़े से शामिल हुए 4 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो गये हैं और पाकिस्तान में सिंध प्रांत से ही इस वायरस के संक्रमण के सबसे ज़्यादा मामले सामने आये हैं।

कार्यक्रम में क्वालालम्पुर और मलेशिया से भी लोग शामिल हुए थे। मलेशियाई मीडिया के मुताबिक़, उनके देश में इस वायरस के संक्रमण के जो मामले सामने आये हैं, पता चला है कि उनमें आधे से ज़्यादा मामले इस कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों से जुड़े हैं। इस कार्यक्रम में शामिल हुए मुसलिम धर्मगुरुओं के कारण यह वायरस ब्रुनेई और थाईलैंड तक पहुंच गया है। 

ऐसे समय में जब दुनिया भर में सोशल डिस्टेंसिंग पर जोर दिया जा रहा है, इस जानलेवा वायरस से निपटने के लिये लॉकडाउन और कर्फ्यू लगाया जा रहा है, ऐसे में किसी भी जगह भीड़ को न जुटने देना बेहद ज़रूरी है। क्योंकि जिस रफ़्तार से यह वायरस फैल रहा है, इसमें सोशल डिस्टेंसिंग ही इस वायरस को रोकने का एकमात्र रास्ता है।