पाकिस्तानः अभी किसी की सरकार नहीं, सेना नवाज शरीफ के साथ, गतिविधियां तेज

02:50 pm Feb 10, 2024 | सत्य ब्यूरो

पाकिस्तान चुनाव में मतदान के बाद गिनती का शनिवार को तीसरा दिन है। लेकिन तस्वीर अभी भी साफ नहीं है। गिनती इतनी धीमी है कि 15 सीटों के नतीजे अभी तक नहीं आए हैं। इसी वजह से आरोपों का दौर बढ़ रहा है। नतीजे बता रहे हैं कि चुनाव में स्वतंत्र उम्मीदवारों का दबदबा रहा। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने नेशनल असेम्बली में बहुमत से सरकार बनाने की स्थिति में होने का दावा किया, लेकिन नतीजों में देरी के कारण विवाद बढ़ता जा रहा है। चुनाव परिणामों को लेकर तमाम उथल-पुथल के बीच, सभी की निगाहें पीटीआई से जुड़े लोगों पर हैं क्योंकि वे अपने भविष्य के कदम के बारे में पार्टी के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। वर्तमान में, पीटीआई समर्थित उम्मीदवार लगभग 100 सीटों पर आगे हैं, उसके बाद पीएमएल-एन (72), पीपीपी (54) और एमक्यूएम-पी (17) हैं।

पाकिस्तानी अखबर डॉन के मुताबिक कई प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं ने शुक्रवार देर रात बैठकें कीं। यह बैठक सरकार बनाने के मकसद से थी। पीएमएल-एन नेता नवाज शरीफ ने गठबंधन बनाने के लिए अपने भाई, पूर्व पीएम शहबाज शरीफ को पीपीपी, एमक्यूएम-पी और अन्य जैसे प्रमुख दलों तक पहुंचने को कहा है। सूत्रों ने डॉन को बताया कि इसी सिलसिले में शहबाज ने पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी के आवास पर पीपीपी नेता आसिफ अली जरदारी और उनके बेटे बिलावल भुट्टो-जरदारी से मुलाकात की। पाकिस्तानी सेना ने नवाज शरीफ पर दबाव डाला है कि वो गठबंधन की सरकार में शामिल हों और देश का नेतृत्व करें। 

पीपीपी के एक सूत्र ने कहा, "बैठक एक तरह से बड़ी शुरुआत है।" उसने संकेत दिया कि उन्होंने चुनाव के नतीजों और चुनाव के बाद की स्थिति पर चर्चा की। बैठक बहुत संक्षिप्त थी। बिलावल के पिता आसिफ जरदारी शुक्रवार शाम को लाहौर पहुंचे जबकि बिलावल पहले से ही वहां मौजूद थे। दोनों नकवी के घर पहुंचे, जहां शहबाज पहले से ही उनके आने का इंतजार कर रहे थे। चारों में संक्षिप्त चर्चा हुई लेकिन जाहिर तौर पर यह सकारात्मक नोट पर समाप्त हुई।

नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री बनवाने की कोशिश में पाकिस्तान सेना जीजान से जुटी हुई है। ऐसे में थल सेनाध्यक्ष जनरल असीम मुनीर ने 2024 के आम चुनावों के सफल आयोजन पर जनता को बधाई दी है। आईएसपीआर द्वारा जारी एक बयान में, जनरल मुनीर ने कार्यवाहक सरकार, पाकिस्तान चुनाव आयोग, राजनीतिक दलों और सभी विजेता उम्मीदवारों को भी बधाई दी। बयान में कहा गया है, "मतदान के अधिकार का प्रयोग करने के लिए पाकिस्तानी लोगों की स्वतंत्र और निर्बाध भागीदारी ने पाकिस्तान के संविधान में निहित लोकतंत्र और कानून के शासन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया।" उन्होंने कहा- “भारी बाधाओं के बावजूद, चुनावी प्रक्रिया के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए सरकारी एजेंसियों का नेतृत्व और कर्मी हमारी सर्वोच्च सराहना के पात्र हैं। राष्ट्रीय मीडिया, नागरिक समाज, नागरिक प्रशासन के सदस्यों और न्यायपालिका द्वारा निभाई गई रचनात्मक भूमिका ने राष्ट्रीय इतिहास में सबसे बड़े चुनावी अभ्यास के सफल संचालन को सक्षम बनाया।"

पाकिस्तान चुनाव आयोग के अनंतिम परिणामों के अनुसार, नेशनल असेम्बली में 15 सीटों के नतीजे अभी भी लंबित हैं। पाकिस्तान चुनाव आयोग द्वारा शनिवार को जारी अंतिम परिणामों के अनुसार, पीटीआई समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवार दावर खान कुंडी ने एनए-43 (टैंक-डेरा इस्माइल खान) निर्वाचन क्षेत्र में 63,556 वोटों से जीत हासिल की है। उन्होंने जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान के बेटे, पूर्व एमएनए असद महमूद को हराया। हालांकि पूर्व एमएनए मोहसिन दावर उत्तरी वज़ीरिस्तान के मीरानशाह में एक "गोलीबारी" घटना में घायल हो गए हैं, उनकी पार्टी नेता बुशरा गोहर ने यह जानकारी दी। 

इमरान की पीटीआई की भूमिका महत्वपूर्णपाकिस्तान के चुनाव में पाकिस्तान तहरीके इंसाफ (पीटीआई) पार्टी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है, हालांकि उसके प्रत्याशियों ने आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था, उन्हें उनका चुनाव निशान देने पर सरकार और चुनाव आयोग ने रोक लगा दी थी। पीटीआई प्रमुख इमरान खान जेल में हैं लेकिन जनता ने इसी बात पर नाराजगी दिखाते हुए भारी तादाद में पीटीआई समर्थित आजाद उम्मीदवारों को जिता दिया। 

पीटीआई ने अन्य राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन बनाने पर चर्चा के लिए एक बैठक बुलाई है। पीटीआई ने कहा कि पीटीआई के अध्यक्ष बैरिस्टर गौहर खान, असद कैसर, अली मुहम्मद खान और अन्य लोग बैठक में भाग लेंगे जिसमें नई केंद्रीय और प्रांतीय सरकारों के गठन पर चर्चा होगी। पार्टी ने कहा कि वह केंद्र में सरकार बनाने की स्थिति में है और उसने पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया। बैरिस्टर गोहर ने जियो न्यूज को बताया, "हम पीपीपी या पीएमएल-एन के संपर्क में नहीं हैं।"