पाकिस्तान ने स्वीकार कर लिया है कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) एक विदेशी क्षेत्र है। मशहूर कश्मीरी कवि अहमद फरहाद शाह के अपहरण मामले में इस्लामाबाद हाईकोर्ट में पाकिस्तानी सरकार ने इस तथ्य को स्वीकार कर लिया है।
पाकिस्तानी सरकार ने इइस्लामाबाद हाईकोर्ट में स्वीकार किया है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी पीओके एक विदेशी क्षेत्र है और इस पर पाकिस्तान का कोई अधिकार नहीं है। मशहूर कश्मीरी कवि और पत्रकार अहमद फरहाद शाह के अपहरण मामले में पाकिस्तान के अतिरिक्त अटॉर्नी जनरल की ओर से शुक्रवार को यह कबूलनामा सामने आया।
इस्लामाबाद की अदालत में अहमद फरहाद शाह के मामले की सुनवाई हो रही है। शाह का 15 मई को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने रावलपिंडी स्थित उनके घर से अपहरण कर लिया था। उनकी पत्नी ने इस संबंध में याचिका दायर की थी।
इस्लामाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस मोहसिन अख्तर कयानी ने कवि की पत्नी की याचिका पर फरहाद शाह को अदालत में पेश करने का आदेश दिया।
पाकिस्तान टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, इस पर पाकिस्तान के अतिरिक्त अटॉर्नी जनरल ने जस्टिस कयानी की अदालत में दलील दी कि कवि फरहाद शाह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में पुलिस हिरासत में हैं और उन्हें इस्लामाबाद हाईकोर्ट के सामने पेश नहीं किया जा सका।
पाकिस्तान टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, अतिरिक्त अटॉर्नी जनरल ने कहा कि कश्मीर एक विदेशी क्षेत्र है, जिसका अपना संविधान और अपनी अदालतें हैं, और पीओके में पाकिस्तानी अदालतों के फैसले विदेशी अदालतों के फैसले के रूप में दिखाई देते हैं।
एआईआर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिस कयानी ने जवाब दिया कि यदि पीओके एक विदेशी क्षेत्र है, तो पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तानी रेंजर्स उस जमीन में कैसे घुस गए?
सुनवाई के दौरान जस्टिस कयानी ने लोगों के जबरन अपहरण की प्रथा जारी रखने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों की आलोचना की।
अदालत में बहस के दौरान यह बात भी सामने आई कि अहमद फरहाद शाह को धीरकोट पुलिस ने हिरासत में लिया है। उनके खिलाफ पीओके में दो मामले दर्ज हैं।
हाईकोर्ट पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों द्वारा उनके घर से उनके अपहरण के संबंध में फरहाद शाह की पत्नी द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रहा है।
1947 से पाकिस्तान के कब्जे में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, जिसे हाल ही में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दोहराया है।
जयशंकर ने कहा, "यह (पीओके) हमेशा भारत के साथ रहा है और यह हमेशा भारत का रहेगा।"
कवि और पत्रकार अहमद फरहाद शाह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और वहां के लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले एक मानवाधिकार कार्यकर्ता भी हैं। उन्हें उस पाकिस्तान आर्मी की कड़ी आलोचना के लिए जाना जाता है। उन्होंने कई बार पीओके में कई सरकार विरोधी प्रदर्शनों का नेतृत्व किया और उनमें भाग लिया।