+
इसराइल-हमास युद्ध विराम में क्या तय हुआ, ग़ज़ा में अब हमला क्यों?

इसराइल-हमास युद्ध विराम में क्या तय हुआ, ग़ज़ा में अब हमला क्यों?

इसराइल-हमास के बीच संघर्ष विराम की घोषणा हो गई है। हमास ने इसकी पुष्टि भी कर दी है। कतर, मिस्र और यूएस के दखल से हुए इस समझौते में मुख्य रूप से हमास इसराइली बंधकों को छोड़ने पर राजी हुआ है। दुनिया में राहत की सांस ली जा रही है लेकिन इसराइल अपनी हरकतें जारी रखे हुए है। उसने गजा पट्टी में फिर हमले किये हैं। जिनमें फिलिस्तीनी नागरिक मारे गये हैं।

15 महीने के युद्ध के बाद हमास और इसराइल के बीच युद्धविराम समझौते की पुष्टि होने के बाद गजा में फिलिस्तीनी जश्न मना रहे हैं। संघर्ष विराम रविवार, 19 जनवरी से प्रभावी होने वाला है। लेकिन समझौते की घोषणा के बाद से इसराइली सेना गजा पट्टी पर अपने हमले जारी रखे हुए है, जिसमें कम से कम 30 फिलिस्तीनी मारे गए हैं।

हमास के अधिकारी इज्जत अल-रिशेक का कहना है कि कतर की राजधानी दोहा में हुआ समझौता फिलिस्तीनी समूह की सभी शर्तों को पूरा करता है, जिसमें इसराइली सेना की पूर्ण वापसी, विस्थापित लोगों की उनके घरों में वापसी और युद्ध का स्थायी अंत शामिल है।

इसराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा कि "दर्जनों बंधकों और उनके परिवारों की पीड़ा" को खत्म करने के लिए समझौते को "आगे बढ़ाने में मदद" के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को धन्यवाद करता हूं।

इसराइल-हमास युद्ध 7 अक्टूबर, 2023 को शुरू हुआ था। इसराइल ने गजा में हमला करके 15 महीनों में कम से कम 46,707 फ़िलिस्तीनी नागरिकों को मार डाला और 110,265 को घायल किया। उस दिन पहले हमास ने फिलिस्तीन में इसराइली कब्जे के खिलाफ उस पर हमला किया था। हमलों के दौरान इसराइल में कम से कम 1,139 लोग मारे गए थे और हमास ने 200 से अधिक को बंदी बना लिया था।


यूएस राष्ट्रपति बाइडेन और कतर के प्रधानमंत्री ने बुधवार को अलग-अलग इस समझौते की घोषणा की। यह समझौता कतर, अमेरिका और मिस्र की मध्यस्थता में एक सप्ताह की गहन बातचीत के बाद हुआ। 

बाइडेन ने एक लिखित बयान में कहा, "आज (बुधवार), यूएस की कई महीनों की गहन कूटनीति के बाद, मिस्र और कतर के साथ, इसराइल और हमास युद्धविराम समझौते पर पहुंच गए हैं। यह समझौता गजा में लड़ाई को रोक देगा, फिलिस्तीनी नागरिकों को बहुत आवश्यक मानवीय सहायता प्रदान करेगा। 15 महीने से अधिक समय तक कैद में रहने के बाद बंधकों को उनके परिवारों के साथ फिर से मिलाएगा। बुधवार दोपहर को व्हाइट हाउस से बोलते हुए बाइडेन ने कहा, "बंधक समझौते के अलावा इस युद्ध को समाप्त करने का कोई अन्य रास्ता नहीं था, और मैं बहुत संतुष्ट हूं कि यह दिन आखिरकार इसराइल के लोगों के लिए आ गया है।" उन्होंने कहा कि समझौते के पहले चरण में रिहा किए गए बंधकों में अमेरिकी भी शामिल होंगे। उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और मैं घर (यूएस) पर उनका स्वागत करने के लिए और इंतजार नहीं कर सकते।"

अरब, अमेरिका और इसराइली अधिकारियों ने बताया कि इस सप्ताह की शुरुआत में सौदे के मसौदे पर सैद्धांतिक सहमति बन गई थी। इसमें युद्धविराम के कई चरण तैयार किये गये हैं। इसराइल बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ने के बदले हमास से बंधकों की अदला-बदली करेगा। इस समधौते में गजा तक मानवीय सहायता की पहुंच और गजा में फिलिस्तीनियों की उन क्षेत्रों में लौटने की शर्त भी शामिल है, जहां से वे भाग गए थे।

  • इसराइल-हमास डील के तीन चरण हैं, जो लगभग 42 दिनों तक चलेगी।
  • पहले चरण के दौरान, हमास 33 महिलाओं और बच्चों के साथ-साथ 50 साल से अधिक उम्र के बंधकों को रिहा करेगा। इसी चरण में गजा के आबादी वाले इलाकों से सभी इसराइली बलों की वापसी भी शामिल होगी। पहले चरण में ही अमेरिकी बंधक भी रिहा होंगे। जिन्हें हमास ने इसराइल के अंदर से पकड़ा था।
  • हर महिला या बच्चे बंधक के इसराइल लौटने पर, इज़राइल को अपनी जेलों से 30 फ़िलिस्तीनी महिलाओं और बच्चों को रिहा करना होगा।
  • हमास 50 वर्ष से अधिक आयु के सभी बंधकों को रिहा करेगा, और इसराइल 50 या उससे अधिक आयु के 30 फ़िलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा।
  • समझौते के दूसरे चरण में शेष सभी पुरुष इसराइली बंधकों की रिहाई और गजा से सभी आईडीएफ बलों की वापसी शामिल होगी।
  • तीसरे चरण में मृत बंधकों और कैदियों के शवों का आदान-प्रदान और गजा के पुनर्निर्माण की शुरुआत शामिल है।

बंधकों और कैदियों की अदला-बदली के दौरान सहायता को प्रवेश की अनुमति देने के लिए गजा में पूर्ण युद्धविराम होगा। अंतर्राष्ट्रीय सहायता समूह और संयुक्त राष्ट्र गजा में अपना ऑपरेशन फिर से शुरू करेंगे, और बुनियादी ढांचे, जैसे पानी, बिजली और सीवेज सिस्टम का पुनर्निर्माण शुरू करेंगे।

जैसे ही समझौते की खबर आई गजा के दीर अल बाला में भीड़ जमा हो गई और जश्न में गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं। गजा शहर के खान यूनिस में एक युवा फिलिस्तीनी महिला ने कहा- "मैं बेहद खुश हूं। पिछले 15 महीनों में मैं आंसुओं, हंसी, शहीदों को खोने और लोगों के जेल जाने की प्रत्यक्षदर्शी हूं। लेकिन आखिरकार अब मुझे खुशी महसूस हो रही है।" एक बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा, "मैं बहुत खुश हूं और आज वह दिन है जिसके बारे में मैं युद्ध की शुरुआत से ही सुनना चाहता था।" उन्होंने कहा, "अल्लाह हमें नाउम्मीद नहीं कर रहा है।"

डील को लेकर पिछले कुछ हफ्तों से दोहा में गहन बातचीत चल रही थी। राष्ट्रपति बाइडेन के शीर्ष मध्य पूर्व सलाहकार ब्रेट मैकगर्क एक महीने के अधिकांश समय के लिए इस क्षेत्र में रहे थे। मैकगर्क नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा चुने गए विशेष मध्य पूर्व दूत स्टीव विटकॉफ़ के साथ अभी भी समन्वय कर रहे हैं।

बाइडेन ने घटनाक्रम के बारे में रविवार को और फिर बुधवार को इसराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की। एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि बाइडेन ने नेतन्याहू से कहा कि अब इसराइल को गजा से हटना होगा। ताकि बंधकों को वापस लाया जा सके।

हमास के कब्जे में अभी भी करीब 100 बंधक हैं।  इसराइली रक्षा बलों ने कहा है कि उनका मानना ​​है कि लगभग एक तिहाई बंधकों की मौत हो चुकी है। कुछ तो इसराइली हमले में उस समय मारे गये, जहां उन्हें रखा गया था। इसराइली सेना को पता भी नहीं चला कि वहां बंधक मौजूद हैं। बंधकों के परिवार इसराइल में लंबे समय से अपने प्रियजनों की रिहाई के लिए बातचीत के जरिए समझौते की मांग करते हुए नियमित रैलियां आयोजित कर रहे थे। कई प्रदर्शन प्रधानमंत्री नेतन्याहू के आवास के बाहर भी हुए।

इसराइल-हमास डील का श्रेय नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रम्प ले रहे हैं। हालांकि बाइडेन ने कहा कि यह डील काफी हद तक उनके उत्तराधिकारी, ट्रम्प के पदभार संभालने के बाद लागू हो पाएगी। ट्रम्प ने एक्स पर लिखा, "यह युद्धविराम समझौता नवंबर में हमारी ऐतिहासिक जीत का नतीजा है। उस जीत ने पूरी दुनिया को संकेत दिया था कि मेरा प्रशासन शांति की तलाश करेगा और सभी अमेरिकियों और हमारे सहयोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समझौतों पर बातचीत करेगा। मैं रोमांचित हूं कि अमेरिकी और इसराइली बंधक अपने परिवारों और प्रियजनों से मिलने के लिए घर लौटेंगे।"

ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने में अभी पांच दिन बाकी हैं। उन्होंने लिखा, "व्हाइट हाउस में रहे बिना भी हमने बहुत कुछ हासिल किया है। ज़रा उन सभी अद्भुत चीज़ों की कल्पना करें जो मेरे व्हाइट हाउस लौटने पर घटित होंगी, और मेरा प्रशासन पूरी तरह से आश्वस्त होगा, ताकि वे यूएसए के लिए और अधिक जीत सुनिश्चित कर सकें!" व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी ने इस पर पूछे जाने पर कहा: "मुझे उम्मीद है कि हम सभी इस सवाल से आगे बढ़ेंगे कि श्रेय किसे मिलेगा। मुझे नहीं लगता कि बंधकों को, उनके परिवारों को, गजा में आम फिलिस्तीनियों को इसकी परवाह है कि इसका श्रेय किसे दिया जाय है। सच्चाई यह है कि दोनों तरफ खुशी है। इससे बेहतर और क्या हो सकता है।"

(इस रिपोर्ट का संपादन यूसुफ किरमानी ने किया)

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें