क्या ट्रंप की शपथ से पहले उनकी टीम से मस्क को निकाल दिया जाएगा?
क्या एलन मस्क को डोनाल्ड ट्रंप की टीम से अगले कुछ ही दिनों में निकाल बाहर फेंका जाएगा? क्या उनको एच1बी वीजा पर बयान के लिए भारी क़ीमत चुकानी होगी? क्या ट्रंप की टीम के लिए एलन मस्क का इस्तेमाल बस चुनाव जीतने भर के लिए था? कम से कम ट्रंप के क़रीबी सलाहकार स्टीव बैनन ने तो एलन मस्क को बाहर करने की बात कही ही है। 20 जनवरी को नव नियुक्त राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प शपथ लेने वाले हैं।
स्टीव बैनन ने एलन मस्क की तीखी आलोचना की है और उन्हें 'वास्तव में एक दुष्ट व्यक्ति' क़रार दिया है। इतालवी समाचार पत्र कोरिएरे डेला सेरा के साथ एक साक्षात्कार में बैनन ने कहा, 'मैं एलन मस्क को उनके उद्घाटन के समय तक बाहर निकाल दूंगा।'
स्टीव बैनन का यह बयान ऐसे समय में आया है जब एलन मस्क अमेरिका में एच1बी वीजा पर बयान को लेकर विवादों में रहे हैं। दरअसल, श्रमिक वीजा यानी एच-1बी वीजा को लेकर डोनाल्ड ट्रंप के लोग आपस में भिड़ गए हैं। उनके कुछ समर्थक इसका विरोध कर रहे हैं तो कुछ इसके समर्थन में हैं। एलन मस्क भी अत्यधिक कुशल विदेशी श्रमिकों को आने देने के लिए एच-1बी वीजा के पक्ष में थे। हालाँकि एच-1बी वीजा पर सख़्त रुख रखने वाले ट्रंप ने भी एलन मस्क के विचारों का समर्थन कर दिया था।
इस पर विवाद तब शुरू हुआ जब एक दक्षिणपंथी प्रभावशाली व्यक्ति और आव्रजन की कट्टर आलोचक लॉरा लूमर ने भारतीय मूल के तकनीकी एग्जीक्यूटिव श्रीराम कृष्णन को एआई यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर सलाहकार नियुक्त करने के ट्रम्प के फ़ैसले की आलोचना की। लूमर ने इस कदम को 'अमेरिका फर्स्ट नीति' के ख़िलाफ़ बताया। लूमर का समर्थन कुछ रूढ़िवादी रिपब्लिकन ने किया जिसमें पूर्व राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली भी शामिल थीं।
इसी बीच एलन मस्क ने 25 दिसंबर को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था, 'उत्कृष्ट इंजीनियरिंग प्रतिभा की स्थायी कमी है। यह सिलिकॉन वैली में बाधा डालने वाला मूलभूत फ़ैक्टर है।' मस्क ने ऑनलाइन एच-1बी वीजा की आलोचना करने वालों को 'घृणास्पद नस्लवादी' क़रार दिया और 'MAGA गृहयुद्ध' की चेतावनी दी। MAGA डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव अभियान का नाम है। MAGA 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' का छोटा रूप है। इसको सबसे पहले ट्रंप ने 2016 के चुनाव अभियान में इस्तेमाल किया था। 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में फिर से ट्रंप ने इस नारे को अभियान के रूप में इस्तेमाल किया। इस नारे से जुड़े लोग ट्रंप को जीताने में जुटे रहे।
जब ट्रंप चुनाव जीत गए तब एच-1बी वीजा को लेकर उनके समर्थकों में आपस में ही तकरार शुरू हो गई। एलन मस्क ने ट्वीट किया था- 'मैं इस मुद्दे पर युद्ध करूंगा, जिसकी कल्पना आप नहीं कर सकते।'
मस्क के सहयोगी सरकारी दक्षता विभाग के सह-नेता विवेक रामास्वामी ने भी एच-1बी कर्मचारियों पर तकनीकी उद्योग की निर्भरता का बचाव किया।
पहले तो ट्रंप ने एलन मस्क का समर्थन किया था, लेकिन उनके समर्थकों के बीच मतभेद होने के बाद वह पीछे हट गए। बाद में ट्रंप ने सख़्त इमीग्रेशन पॉलिसी को लागू करने और अधिक अमेरिकियों को नौकरी पर रखने का वादा किया। फिर एलन मस्क भी कुछ इसी तरह की बात करते हुए देखे गए।
स्टीव बैनन ने वीज़ा पर बहस हारने के लिए मस्क की भी आलोचना की और सवाल किया कि क्या उनको अमेरिकी राजनीति में अपनी बात कहने का अधिकार होना चाहिए, क्योंकि वे रंगभेद के दौर में दक्षिण अफ़्रीकी मूल के थे। बैनन ने साक्षात्कार में कहा, 'उन्हें दक्षिण अफ़्रीका वापस चले जाना चाहिए।'
बैनन और एलन मस्क दोनों ही डोनाल्ड ट्रम्प के प्रभावशाली सलाहकार रहे हैं। बैनन ट्रम्प की 2016 की राष्ट्रपति जीत के एक प्रमुख वास्तुकार और उनके पहले कार्यकाल में पूर्व मुख्य रणनीतिकार थे। मस्क ट्रम्प के दोबारा चुनाव अभियान के एक प्रमुख फंड देने वाले थे।
बैनन ने अब एलन मस्क को लेकर इंटरव्यू में कहा है, 'उनके पास व्हाइट हाउस में पूर्ण पहुँच के साथ कोई ब्लू पास नहीं होगा। वह दूसरे लोगों की तरह होंगे।' टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार पिछले सप्ताह प्रकाशित साक्षात्कार में बैनन ने कहा कि मस्क के प्रभाव को रोकना उनके लिए 'एक व्यक्तिगत मुद्दा' बन गया है। मस्क ने अभी तक बैनन की टिप्पणियों पर सार्वजनिक रूप से प्रतिक्रिया नहीं दी है।
बता दें कि मस्क दुनिया की राजनीति को लेकर भी सुर्खियों में रहे हैं। बाज़ार की दुनिया में मस्क जितने ताक़तवर हैं और लगातार बनते जा रहे हैं, लगता है कि वह अब राजनीति की दुनिया में अपना क़द बढ़ाना चाह रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अब चर्चा चलने लगी है कि क्या मस्क की कोई बड़ी योजना है। अमेरिका के बाद उन्होंने अब ब्रिटेन की ओर रुख किया है। उनकी यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ बातचीत होती ही रही है। अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली के साथ भी उनकी बातचीत हो रही है। मस्क जेवियर माइली के बड़े प्रशंसक हैं। मस्क भारत में ईवीएम को लेकर कई बार बयान दे चुके हैं। उन्होंने इसी साल प्यूर्टो रिको में ईवीएम से चुनाव पर टिप्पणी कर बवाल मचा दिया था। लेकिन मस्क फ़िलहाल ब्रिटेन के एक नेता के साथ बातचीत को लेकर चर्चा में हैं। जब ब्रिटेन के नेता निगेल फरेज ने ट्वीट किया कि 'ब्रिटेन को सुधार की ज़रूरत है' तो मस्क ने जवाब दिया, 'बिल्कुल'।