अफगानिस्तान के वित्त मंत्री रहे खालिद पायेंडा की उदासी भरी कहानी सामने आई है। वो अब अमेरिका में उबर टैक्सी चला रहे हैं। वॉशिंगटन पोस्ट ने उनका इंटरव्यू किया है। टैक्सी चलाते हुए सोशल मीडिया पर उनका वीडियो भी वायरल हो गया है। खालिद पायेंडा, जिन्होंने कभी अफगानिस्तान की संसद में बतौर वित्त मंत्री 6 अरब डॉलर का बजट पेश किया था, अब अपने परिवार का पेट पालने के लिए वॉशिंगटन डीसी में उबर टैक्सी ड्राइवर बन गए हैं। द वॉशिंगटन पोस्ट से बात करते हुए खालिद ने कहा कि वह छह घंटे के काम के लिए 150 डॉलर से थोड़ा ज्यादा कमाते हैं।
अफगानिस्तान मौजूदा दौर में आर्थिक और मानवीय संकट का सामना कर रहा है। दुनिया भर के कई देश वहां की तालिबान सरकार को मान्यता देने से हिचकिचा रहे हैं, जिसने अमेरिकी समर्थित सरकार को अफगानिस्तान से उखाड़ फेंका।
तालिबान के कंट्रोल से पहले ही प्रधानमंत्री अशरफ गनी से तनावपूर्ण संबंधों के कारण खालिद ने देश के वित्त मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने 10 अगस्त 2021 को ट्वीट में कहा था, आज मैंने कार्यवाहक वित्त मंत्री के रूप में पद छोड़ दिया। वित्त मंत्रालय का नेतृत्व करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान था लेकिन व्यक्तिगत प्राथमिकताओं की वजह से पद छोड़ने का समय आ गया है।
तालिबान सरकार द्वारा गिरफ्तार किए जाने के डर से उन्होंने 2021 में अफगानिस्तान छोड़ दिया और अमेरिका में अपने परिवार के पास आ गए।
द वॉशिंगटन पोस्ट के साथ अपने इंटरव्यू में खालिद ने कहा कि मंत्री का पद छोड़ना एक तरह का एडजस्टमेंट था, लेकिन वह इस बात के शुक्रगुजार हैं कि अपने परिवार का किसी भी तरह से सपोर्ट करने में सक्षम हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह अफगानिस्तान के मौजूदा हालात के लिए अमेरिका को दोषी मानते हैं, क्योंकि वहां से अमेरिकी सैनिकों की वापसी ने तालिबान को सत्ता संभालने का मौका दिया।
जिस दिन अफगानिस्तान की सत्ता तालिबान को मिली, खालिद ने वर्ल्ड बैंक के एक अधिकारी को टेक्स्ट संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने लिखा था कि हमने 20 साल में पूरी दुनिया का समर्थन लेकर एक ऐसी प्रणाली का निर्माण किया था जो लोगों के लिए काम करेगी ... लेकिन हमने जो कुछ भी बनाया, दरअसल वो ताश का एक घर था जो बहुत तेजी से बिखर गया। ताश के पत्तों का यह घर भ्रष्टाचार की नींव पर बना था। वॉशिंगटन पोस्ट ने वो टेक्स्ट मैसेज कोट किया है।