अमेरिकी संसद कैपिटल हिल बिल्डिंग पर चार साल पहले हमले करने वाले हमलावर आख़िर डोनाल्ड ट्रंप की माफी लेने से इंकार क्यों कर रहे हैं? क्या इसलिए कि इस माफी के ज़रिए ट्रंप उस हमले को शांतिपूर्ण प्रदर्शन क़रार देना चाहते हैं?
दरअसल, कैपिटल बिल्डिंग पर हमला करने वाले कम से कम दो लोग ऐसे हैं जो उस हमले को ग़लत मानते हैं लेकिन राष्ट्रपति के पद पर बैठे ट्रंप शायद ऐसा नहीं मानते हैं। इसके पीछे क्या वजह है? कहीं यह तो नहीं कि हिंसा में शामिल लोग किसी न किसी रूप में उनसे जुड़े थे? कहीं ऐसा तो नहीं कि वह हिंसा ही ट्रंप के उकसाने पर हुई थी जैसा कि पहले से ही ऐसी रिपोर्टें आती रही हैं? यह जानने से पहले यह जान लें कि आख़िर वो कौन हैं जिन्होंने ट्रंप की क्षमा को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है और उन्होंने क्या कहा है।
कैपिटल बिल्डिंग के हमलावर- जेसन रिडल और पामेला हेम्पहिल का मानना है कि 6 जनवरी, 2021 को उनके कारनामे क्षमा योग्य नहीं थे और ट्रंप की क्षमा को स्वीकार करना इस प्रोपेगेंडा को बढ़ावा देगा कि हमला 'एक शांतिपूर्ण विरोध था'। पिछले हफ़्ते 'द गार्जियन' से 71 वर्षीय हेम्पहिल ने कहा कि वह जिम्मेदारी लेती हैं कि 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप पर पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की जीत के प्रमाणीकरण को रोकने के प्रयास में उनकी भूमिका थी।
उन्होंने कहा कि ट्रंप की क्षमा को स्वीकार करना इस प्रोपेगेंडा को बढ़ावा देगा कि हमला एक शांतिपूर्ण विरोध था। हेम्पहिल को 2022 में कैपिटल में अवैध रूप से प्रदर्शन, धरना या परेड करने के लिए दोषी ठहराए जाने के बाद 60 दिन की जेल की सजा और तीन साल की प्रोबेशन मिली थी। बाद में अमेरिकी नौसेना के अनुभवी रिडल ने भी हेम्पहिल की भावनाओं को दोहराया और कहा कि ट्रंप की क्षमा को अस्वीकार करने से उनके रोजगार की संभावनाओं को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। रिडल को हमले के दौरान दुष्कर्म करने के लिए दोषी ठहराए जाने के लिए अप्रैल 2022 में 90 दिन की जेल की सजा मिली थी और उन पर 750 डॉलर का जुर्माना लगाया गया था। अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, 6 जनवरी 2021 को, रिडल ने अमेरिकी सीनेट सांसद के कार्यालय में प्रवेश किया, शराब की एक बोतल पी, एक किताब चुराई और कैपिटल में नुकसान पहुँचाया।
रिडल ने न्यू हैम्पशायर पब्लिक रेडियो से कहा, 'मैं सोच रहा हूं कि अगर कोई नियोक्ता मेरे बैकग्राउंड को देखता है, तो उसे दुष्कर्म दिखाई देगा... राष्ट्रपति की क्षमा के साथ- मुझे लगता है कि यह अधिक ध्यान खींचता है।' राष्ट्रपति के 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' नारे का जिक्र करते हुए रिडल ने कहा, 'और मुझे यक़ीन है कि मागा दुनिया में जो भी ट्रंप का समर्थन करता है, उसके साथ यह ठीक है, लेकिन मैं अपना बाकी जीवन यह सोचने में नहीं बिताना चाहता कि जिस नौकरी के लिए मैं आवेदन कर रहा हूँ, क्या वे ट्रंप को पसंद करते हैं।'
रिडल ने कहा,
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यह लगभग ऐसा है जैसे ट्रंप यह कहने की कोशिश कर रहे थे कि ऐसा नहीं हुआ। और ऐसा हुआ। मैंने वे काम किए और वे क्षमा योग्य नहीं थे। मुझे क्षमा नहीं चाहिए। और मैं क्षमा को अस्वीकार करता हूँ।
जेसन रिडल, कैपिटल हिल बिल्डिंग हिंसा का एक हमलावर
रिडल ने कहा कि जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने ट्रंप को अपने समर्थकों से विरोध करने के लिए कहते देखा, जब वह एडल्ट फ़िल्म स्टार स्टॉर्मी डेनियल को चुप रहने के लिए पैसे देने के मामले में आरोपी बनाए जाने वाले थे।
बता दें कि कैपिटल हिंसा मामले में जेल की सजा काट रहे डोनाल्ड ट्रंप के सैकड़ों समर्थकों को पिछले हफ़्ते मुक्त कर दिया गया है। ट्रंप ने 6 जनवरी 2021 को हुई इस हिंसा मामले में 1500 से अधिक लोगों को माफी दे दी है। इनमें से कई ऐसे हैं जिन्होंने पुलिस अधिकारियों पर हमले किए थे। अब सवाल उठता है कि किसी देश की संसद पर हमला करना, हिंसा करना और तोड़फोड़ कर संवैधानिक सम्मान को तार-तार कर देना क्या कोई सामान्य अपराध है? ऐसा अपराध करने वालों को क्या छोटी-छोटी वारदातें करने वालों जैसी माफी दी जा सकती है?
कैपिटल हिंसा के लिए ज़िम्मेदार कौन?
कैपिटल बिल्डिंग हिंसा के लिए ट्रंप की आलोचना की जाती रही है। यह इसलिए कि जिस यूएस कैपिटल या कैपिटल बिल्डिंग में हिंसा हुई वहीं पर जो बाइडन की जीत को प्रमाण पत्र मिलने से पहले ट्रंप ने वाशिंगटन में एक रैली में कथित तौर पर भड़काऊ भाषण दिया था। इसमें उन्होंने कहा था कि 'हम कभी हार नहीं मानेंगे।' उन्होंने भीड़ को भड़काते हुए कहा था, 'आप कमज़ोरी से अपना देश फिर हासिल नहीं कर सकते।' ट्रंप ने भीड़ को कैपिटल बिल्डिंग की ओर कूच करने को कहा था। बता दें कि 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप हार गए थे और तब जो बाइडेन ने जीत दर्ज की थी। इस नतीजे को ट्रंप पचा नहीं पा रहे थे। अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन के शहर कैपिटल हिल में सांसदों की बैठक करने वाली जगह का नाम यूएस कैपिटल या कैपिटल बिल्डिंग है जहाँ हिंसा हुई थी।
जनवरी 2021 में ट्रंप के भाषण के बाद ही उनके समर्थकों ने कैपिटल हिल बिल्डिंग में घुसने की कोशिश की और हिंसात्मक प्रदर्शन किया था।
उस हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई थी। ट्रंप समर्थक प्रदर्शनकारियों द्वारा कैपिटल बिल्डिंग में घुसने और हिंसा किये जाने को जो बाइडेन को राष्ट्रपति नियुक्त करने में संसद की कार्यवाही में बाधा डालने के प्रयास के तौर पर देखा गया।
हालाँकि दुनिया डोनाल्ड ट्रंप के जिस 'भड़काऊ' भाषण को कैपिटल बिल्डिंग हिंसा के लिए ज़िम्मेदार ठहराती रही उसको उन्होंने उस घटना के क़रीब एक हफ़्ते बाद खारिज कर दिया था। ट्रंप ने अपने भाषण को पूरी तरह सही ठहराया था। हालाँकि उन्होंने पहले अमेरिकी संसद भवन हिंसा की निंदा की थी।
कैपिटल बिल्डिंग हिंसा के बाद ट्विटर, फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का एकाउंट बंद कर दिया था। ऐसा शायद पहली बार हुआ था कि किसी राष्ट्र के प्रमुख का सोशल मीडिया एकाउंट इतने बड़े स्तर पर ब्लॉक किया गया हो। सोशल मीडिया साइटों ने यह कार्रवाई इसलिए की क्योंकि ट्रंप के 'उकसावे' वाले भाषण के कुछ घंटे बाद ही हिंसा हुई थी। हिंसा के लिए ट्रंप के ख़िलाफ़ दो महाभियोग प्रस्ताव भी लाए गए थे। ट्रंप सत्ता में रहते ऐसे पहले राष्ट्रपति बन गए जिनके ख़िलाफ़ दो बार महाभियोग प्रस्ताव लाए गए।
इस मामले में अमेरिकी संसद ने एक जाँच पैनल भी गठित किया था। हिंसा की जांच कर रहे कांग्रेस पैनल ने जून 2022 में कहा था कि चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए ट्रंप ने सत्ता में बनने रहने के लिए तख्तापलट की कोशिश की थी। इसने यह भी कहा था कि तब ट्रंप ने अपने कथित भड़काऊ बयान से अपने समर्थकों की भीड़ को इकट्ठा किया और 'हमले के लिए भड़काया'।
(इस रिपोर्ट का संपादन अमित कुमार सिंह ने किया है।)