अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि पीएम मोदी के "फरवरी में किसी समय" यूएसए का दौरा करने की संभावना है। दोनों नेताओं के बीच सोमवार को फोन पर बातचीत हुई थी। व्हाइट हाउस के अनुसार, ट्रम्प और मोदी ने "निष्पक्ष" द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों और गहरे भारत-अमेरिका सहयोग की दिशा में आगे बढ़ने पर बात की।
यूएस की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है- "आज (सोमवार), राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रम्प ने भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक सार्थक बातचीत की। दोनों नेताओं ने सहयोग बढ़ाने और उसे मजबूत करने पर चर्चा की।" दरअसल, ट्रम्प के शपथग्रहण समारोह में मोदी को नहीं बुलाये जाने की खासी चर्चा सोशल मीडिया पर रही थी। लोगों ने इस पर मीम तक बना डाले थे। क्योंकि अतीत में मोदी यूएस राष्ट्रपति को अपना दोस्त कई बार बता चुके हैं। मीडिया में ये भी खबरें आई थीं कि भारत की ओर से इसके लिए कूटनीतिक प्रयास किये गये कि मोदी को शपथग्रहण समारोह में बुलाया जाए।
व्हाइट हाउस ने कहा, "राष्ट्रपति ने भारत द्वारा अमेरिकी निर्मित सुरक्षा उपकरणों की खरीद बढ़ाने और निष्पक्ष द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों की ओर बढ़ने के महत्व पर जोर दिया।" पीटीआई के मुताबिक बयान में कहा गया- "हमारे देशों के बीच दोस्ती और रणनीतिक संबंधों की ताकत को रेखांकित करते हुए प्रधान मंत्री मोदी की व्हाइट हाउस यात्रा की योजना पर भी चर्चा हुई।"
कई देशों की तरह, भारत में भी इमीग्रेशन (आव्रजन) और टैक्स पर ट्रम्प प्रशासन के नजरिये को लेकर कुछ चिंताएँ हैं। ट्रम्प पहले ही ब्रिक्स समूह पर "100 फीसदी टैरिफ" लगाने की बात कर चुके हैं, जिसमें भारत भी शामिल है। हाल ही में अमेरिका में रह रहे अवैध अप्रवासियों का मामला सामने आया तो भारत ने उन्हें वापस लेने में जरा भी हिचक नहीं दिखाई। हालांकि मेक्सिको जैसे देश ने यूएस मिलिट्री की डिपोर्ट फ्लाइट को अपने देश में उतरने नहीं दिया। यूएस पुलिस ने न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी के गुरुद्वारे में अवैध अप्रवासियों की धरपकड़ के लिए वहां का दौरा भी किया। जिस पर सिख संगठनों ने घोर आपत्ति जताई है।
साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कारोबार और इमीग्रेशन से संबंधित मामलों पर अमेरिका के साथ भारत की चल रही बातचीत का जिक्र किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों पक्ष सभी मुद्दों पर बातचीत करने में सक्षम हैं। जयसवाल ने कहा कि मजबूत और बहुआयामी भारत-अमेरिका संबंधों में कारोबार का एक विशेष स्थान है। दोनों पक्षों में 2023 में 190 बिलियन अमेरिकी डॉलर के सामान और सेवाओं का कारोबार हुआ जो रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।
राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान ट्रंप ने आखिरी बार भारत की यात्रा की थी। ट्रम्प और मोदी ने सितंबर 2019 में ह्यूस्टन और फरवरी 2020 में अहमदाबाद में दो अलग-अलग रैलियों में हजारों लोगों को संबोधित किया था। नवंबर 2024 में अपनी शानदार चुनावी जीत के बाद ट्रम्प के साथ बात करने वाले शीर्ष तीन विश्व नेताओं में मोदी भी शामिल थे।