भोपाल: कट्टरपंथियों ने उतरवाया बुर्का, मचा बवाल, दो गिरफ़्तार
मध्य प्रदेश में कट्टरपंथियों द्वारा 'मनमानी' करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी क्रम में चरमपंथियों द्वारा अब भोपाल में सरेराह एक युवती का बुर्का उतरवाये जाने का मामला सामने आया है।
पुलिस ने मामले को लेकर दो अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया है।
भोपाल से लगे प्राचीन एतिहासिक स्थल इसलाम नगर (इसे अब जगदीशपुर नाम से भी पहचाना जाता है) में एक प्रेमी युगल शनिवार को घूमने पहुँचा था।
मुसलिम समुदाय के कुछ युवकों ने इन्हें रोक लिया। आरोप है कि पहचान छिपाने के लिये युवती बुर्का पहने हुए थी। प्रेमी युगल को रोकने वाले युवकों ने पहले तो इस पर आपत्ति की।
बुर्का उतरवाया
आपत्ति के बाद दबाव डालकर युवती का बुर्का उतरवा लिया गया। चेहरे को ढंकने के लिये डाला गया हिज़ाब भी उतरवाने के लिये युवक अड़े रहे। युवक और युवती पहले तो मिन्नत करते रहे। अभियुक्त अड़े रहे और पूरे घटनाक्रम को अंजाम देते हुए वीडियो बनाते रहे।
अभियुक्तों ने बाद में इस वीडियो को वायरल कर दिया। वीडियो में एक अभियुक्त को यह कहते सुना जा सकता है, 'आप लोग इस तरह बुर्के पहनकर आते हैं और हमारी कौम को बदनाम करते हैं।'
कलावा देखकर रोका
अभियुक्तों ने दो-पहिया वाहन पर फूलों का हार टंगा होने और प्रेमी के हाथों में कलावा बंधा देखकर प्रेमी युगल को रोका। उन्हें रोकने के बाद इनसे पूछताछ शुरू की। संतुष्ट नहीं होने पर बलपूर्वक युवती का बुर्का उतरवा कर अपने कब्जे में ले लिया।
घटना के बाद प्रेमी युगल निकल गया। दोनों ने पुलिस को कोई शिकायत नहीं की। वायरल हुए वीडियो के आधार पर पुलिस ने तफ्तीश करते हुए शोएब और अब्दुल माज़िद नाम के युवकों को गिरफ्तार किया है। दोनों से पूछताछ चल रही है।
संस्कृति बचाओ मंच ने जताया विरोध
मध्य प्रदेश संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने घटनाक्रम को लेकर तीखी आपत्ति जताई है। तिवारी ने सत्य हिन्दी से कहा, "हिन्दू युवती द्वारा पहचान छिपाये जाने के लिये बुर्का पहना जाना ठीक नहीं था, लेकिन ज़बरिया बुर्का उतरवाया जाना युवती की स्वतंत्रता का हनन है। ऐसा करने वालों के खिलाफ़ पुलिस को सख्त एक्शन लेना चाहिये।"
मालवा में कई घटनाएं
मध्य प्रदेश के मालवा अंचल में चरमपंथियों की कथित मनमानी की अनेक घटनाएँ पिछले दिनों सामने आयी हैं। इंदौर में चूड़ी बेचने वाले मुसलिम युवक की सरेराह पिटाई का मामला खासा चर्चित रहा है।
इंदौर में ही पिछले सप्ताह एक निजी कॉलेज द्वारा आयोजित गरबे के कार्यक्रम में पहुंचे (कॉलेज में अध्ययनरत) चार मुसलिम विद्यार्थियों पर 'लव जिहाद' के आरोप लगने के बाद पुलिस द्वारा चारों को कोविड-19 प्रोटोकॉल के उल्लंघन से जुड़ी धारा एवं 151 में जेल भेजने का मामला भी अभी ठंडा नहीं हुआ है।