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राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले क्यों चर्चा में है लॉकरों का मामला 

राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले क्यों चर्चा में है लॉकरों का मामला 

भाजपा के  राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने दावा किया है कि शहर के कुछ लॉकरों में 500 करोड़ का कालाधन है। उनके इन आरोपों के बाद आयकर विभाग और ईडी भी सक्रिय हो गई है।

राजस्थान विधानसभा चुनावों की घोषणा हो चुकी है। सभी दल इसको लेकर तैयारियां कर रहे हैं। इस बीच जयपुर की सियासत में लॉकर में काला धन होने का मामला चर्चा में बना हुआ है।

भाजपा के  राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने दावा किया है कि शहर के कुछ लॉकरों में 500 करोड़ का कालाधन है।  

उनके इन आरोपों के बाद आयकर विभाग और ईडी भी सक्रिय हो गई है। शुक्रवार को जयपुर के गणपति प्लाजा में इस मामले को लेकर जांच भी हुई थी।

शनिवार को इसके मालिकों को चाबी लेकर बुलाया गया था। जांच एजेंसियां जांच कर रही हैं कि क्या यहां सच में 500 करोड़ रुपये का कालाधन छुपाया गया है यह ये गलत दावे हैं। जांच के बाद सच सामने आयेगा। 

भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा आरोप लगा रहे हैं कि इन लॉकरों में  डीओआईटी के जीजीएम सीपी सिंह के भी 5 लॉकर हैं। 

उन्होंने आरोप लगाया है कि भ्रष्टाचार के करोड़ों रुपए यहां छिपाकर रखे गए हैं। उन्होंने जिन लोगों पर आरोप लगाया है उनमें से एक तो कांग्रेस के टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। वहीं एक अन्य का भी कांग्रेस से जुड़ाव रहा है। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रात करीब 11 बजे सांसद किरोड़ी लाल मीणा ईडी के अधिकारियों को लेकर जीजीएम सीपी सिंह के सी स्कीम स्थित आवास पहुंचे थे।

इस दौरान सीपी सिंह घर पर मौजूद नहीं थे। कुछ देर घर पर तलाशी लेकर ईडी चली गई।  इस बीच यह जानकारी सामने आयी कि सीपी सिंह ने ईडी के अधिकारियों के पास उनके लॉकर की चाबी भिजवा दी है। 

सीपी सिंह का दावा है कि उन्होंने पिछले 3 साल से लॉकर का इस्तेमाल ही नहीं किया है। उन्होंने कहा है कि इसकी जानकारी लॉकर मैनेजमेंट के पास भी है। 

हमने लॉकर की चाबी ईडी को दे दी है। वह जांच कर लेगी कि लॉकर में कितने गोल्ड और कितने रुपये हैं। 

पेपरलीक मामले में 13 को हुई थी छापेमारी 

बीते 13 अक्टूबर की सुबह 5 बजे पेपरलीक मामले में ईडी की टीम ने राजस्थान के कई शहरों में छापेमारी की थी। 

इसमें कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं के करीबियों के घर और कार्यालय शामिल थे। ईडी की टीम ने इस दिन जयपुर, जोधपुर और डूंगरपुर में कुल करीब 9 जगहों पर छापेमारी की थी। ये सभी घर और कार्यालय दिनेश खोड़निया, स्पर्धा चौधरी और अशोक जैन के थे। 

इस छापेमारी के बाद सांसदकिरोड़ी लाल मीणा ने पहले प्रेस कांफ्रेंस कर राज्य में भ्रष्टाचार का मामला उठाया और कई कांग्रेस नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। 

इसके बाद वह जयपुर के गणपति प्लाजा में स्थित लॉकर कंपनी के कार्यालय पहुंचे और लॉकरों की जांच की मांग करने लगे। उनका दावा है कि इन लॉकर्स में 500 करोड़ रुपए का काला धन है और ये रुपये कई घोटालों से जुड़े हुए हैं। 

उनके इन आरोपों के बाद आयकर विभाग और ईडी की टीम यहां पर पहुंची थी। इन टीमों ने देर रात तक जांच-पड़ताल की थी।

 ईडी और आयकर विभाग के अधिकारियों ने इस संबंध में कोई जानकारी खबर लिखे जाने तक साझा नहीं की थी।  

सूत्रों ने दावा किया है कि  किरोड़ी लाल मीणा ने जिन लोगों पर काला धन रखने का आरोप लगाया था उनसे ईडी ने पूछताछ की है। ईडी और आयकर विभाग सभी आरोपों की जांच कर रहा है। 

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