सिडनी स्थित भारतीय-ऑस्ट्रेलियाई बालेश धनखड़ को उनके खिलाफ लगाए गए 39 आरोपों में से हर एक में दोषी पाया गया है। सिडनी के डाउनिंग सेंटर की जिला अदालत की जूरी ने पाया कि धनखड़ ने पांच महिलाओं को बहला-फुसलाकर नशीली दवाएं खिलाकर नशे की हालत में उनका यौन उत्पीड़न किया।
बालेश धनखड़ भारतीय जनता पार्टी (ओएफबीजेपी) के ओवरसीज फ्रेंड्स का स्वयंसेवक सदस्य और अध्यक्ष रह चुका है, हालांकि धनखड़ ने जुलाई 2018 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
यह समूह भारत की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा का समर्थन करने वाला एक आधिकारिक समूह है। इस अधिकार के चलते उसे सिडनी के भारतीय प्रवासियों में शक्तिशाली लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने की अनुमति दी। उनकी वेबसाइट पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने और एनएसडब्ल्यू सरकार के कार्यक्रमों में बोलते हुए दिखाने वाली तस्वीरें भी डली हुई हैं।
धनखड़ ने 2021 में अपनी वेबसाइट पर लिखा, "मैं प्रकाश के माध्यम से जीवन को देखता हूं अंधेरे के बचे हुए हिस्से सुंदर छवि बनाते हैं।"
बहरहाल, अब ओएफबीजेपी ऑस्ट्रेलिया ने एक ट्वीट में बालेश धनखड़ की निंदा की है, ट्वीट करते हुए लिखा कि हम उनके कार्यों की निंदा करते हैं, और मांग करते हैं कि उन्हें कानून का सामना करना चाहिए।
सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड(SMH) की खबर के अनुसार केस की सुनवाई के दौरान जूरी को बताया गया था कि जब पुलिस ने अक्टूबर 2018 में धनखड़ के अपार्टमेंट पर छापा मारा, तो अधिकारियों को उसके कई महिलाओं के साथ यौन संबंध के वीडियो मिले। पुलिस ने कहा कि इन अश्लील वीडियो को व्यवस्थित तरीके से फोल्डर में रखा गया था और उन महिलाओं के नाम से लेबल भी किया गया था।
ऐसा ही एक वीडियो जिसे बुकमार्क किया गया था, "स्मॉल ड्रग्ड कोरियन f-ed वेबकैम रोलप्ले"। इसके अलावा, एसएमएच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि धनखड़ के कंप्यूटर पर एक स्प्रेडशीट में पीड़ितों के नाम, एक नंबर, उनके साथ यौन अनुभव और नशीली दवाओं और दुर्व्यवहार के प्रति उनकी प्रतिक्रिया को शामिल किया गया था।
'द ऑस्ट्रेलिया' की रिपोर्ट के अनुसार धनखड़ की पत्नी ने अदालत में उसका समर्थन किया था, जबकि धनखड़ ने अकेलेपन के लिए अपनी शादी की "अधूरी" अंतरंगता को जिम्मेदार ठहराया। फिलहाल उसे जमानत देने से मना कर दिया है। उसके खिलाफ सजा का ऐलान मई में किया जाएगा।