बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को केंद्र सरकार ने भारत रत्न देने की घोषणा मंगलवार को कर दी है। उन्हें देश का सर्वोच्च सम्मान दिए जाने पर बिहार की राजनीति गर्म हो गई है।
सवाल उठ रहा है कि जिस कर्पूरी ठाकुर को अब तक बिहार में राजद और जदयू या लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार अपना आदर्श मानते रहे हैं उन्हें भाजपा सरकार ने भारत रत्न क्यों दिया है।
बिहार में लालू यादव तो दशकों से कर्पूरी ठाकुर को अपना राजनैतिक गुरु कहते रहे हैं। राजद के बैनर और पोस्टरों में हमेशा से कर्पूरी ठाकुर की फोटो लगती रही है। लालू यादव हमेशा ही कर्पूरी ठाकुर अपना नेता बताते रहे हैं।
वहीं नीतीश कुमार भी हमेशा से ही कर्पूरी ठाकुर को अपना आदर्श मानते रहे हैं। वह कर्पूरी ठाकुर के आदर्शों पर चलने की बात करते रहे हैं। जदयू के पोस्टरों और बैनरों में भी कर्पूरी ठाकुर दिखते रहे हैं।
भाजपा खुद को कर्पूरी ठाकुर के करीब साबित करने में लगी हुई है। ऐसे में सवाल उठता है कि केंद्र सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को इस समय यह सम्मान देने की घोषणा क्यों की है?
बिहार की राजनीति पर नजर रखने वाले राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि इसका कारण लोकसभा चुनाव 2024 है। कर्पूरी ठाकुर बिहार में पिछड़े और अतिपिछड़ों वर्ग में आज भी काफी लोकप्रिय हैं। इन वर्गों के लोग कर्पूरी ठाकुर को अपना आदर्श मानते हैं।
मुख्यमंत्री रहते कर्पूरी ठाकुर ने देश में सबसे पहले इन वर्गों को आरक्षण दिया था। कर्पूरी ठाकुर सामाजिक न्याय के पैरोकार रहे हैं। ऐसे में उन्हें भारत रत्न देकर केंद्र की मोदी सरकार पिछड़े और अतिपिछड़ वर्ग को अपनी ओर मिलाना चाहती है।
बिहार में जाति जनगणना करवा कर और आरक्षण का दायरा 75 प्रतिशत कर बिहार सरकार या जदयू और राजद ने इन वर्गों में अपनी पकड़ को काफी मजबूत कर लिया है।
इसकी काट के तौर पर मोदी सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा की है। नीतीश कुमार, लालू यादव, तेजस्वी यादव लंबे समय से कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग कर रहे थे।
ऐसे में मोदी सरकार ने राजद और जदयू की राजनीति पर जोरदार हमला करने की कोशिश की है। भाजपा जानती है कि लोकसभा चुनाव में अगर बिहार में बड़ी जीत हासिल करनी है तो पिछड़े और अतिपिछड़े वर्ग को अपनी ओर आकर्षित करना होगा। बिहार में इन वर्गों की आबादी काफी ज्यादा है। ऐसे में इसी मकसद से लोकसभा चुनाव से ऐन पहले कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा की गई है।
तेजस्वी ने कहा जाति जनगणना से डरी भाजपा
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने को मोदी सरकार मजबूर हो गई है।
उन्होंने कहा है कि बिहार के महागठबंधन सरकार द्वारा कराई गई जातिगत गणना के कारण भाजपा दबाव में आ गई है। ऐसे में केंद्र सरकार ने जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया है।
उन्होंने कहा कि हम कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने की लंबे समय से मांग कर रहे थे। हमें खुशी है कि पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न दिया गया है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने यह फैसला लोकसभा चुनाव से ठीक पहले लिया है। यह महत्वपूर्ण है या नहीं, यह मायने नहीं रखता है बल्कि मायने यह रखता है कि हमारी मांग पूरी हो गई है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में जाति गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद आबादी की जो संख्या निकलकर आई है उसके कारण ही केंद्र सरकार को यह निर्णय लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।
वहीं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक्स पर लिखा है कि मेरे राजनीतिक और वैचारिक गुरु स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न अब से बहुत पहले मिलना चाहिए था।
हमने सदन से लेकर सड़क तक ये आवाज़ उठायी लेकिन केंद्र सरकार तब जागी जब सामाजिक सरोकार की मौजूदा बिहार सरकार ने जातिगत जनगणना करवाई और आरक्षण का दायरा बहुजन हितार्थ बढ़ाया। डर ही सही राजनीति को दलित बहुजन सरोकार पर आना ही होगा।
जाति गणना होगी कर्पूरी ठाकुर को श्रद्धांजलि
वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर ने अपना पूरा जीवन सामाजिक न्याय के लिए समर्पित किया। जातिगत जनगणना सही मायने में उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। क्योंकि बिना इसके सामाजिक न्याय संभव ही नहीं है।उन्होंने लिखा है कि लेकिन मोदी सरकार न तो अपडेटेड जातिगत जनगणना करवाना चाहती है और न ही 2011 के सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना के आंकड़े जारी कर रही है।
पिछड़ों और वंचितों को न्याय का हक़ दिलाने के लिए कांग्रेस पार्टी प्रतिबद्ध है। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के पांच स्तंभों में एक प्रमुख स्तंभ 'भागीदारी न्याय' है, जिसमें राष्ट्रव्यापी जातिगत जनगणना पहली प्राथमिकता है।
इसके साथ ही कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने बुधवार को कहा है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर जी का आज जन्म शताब्दी दिवस है, जिन्हें सरकार ने 'भारत रत्न' देने की घोषणा की है। पूरी कांग्रेस पार्टी ने इसका स्वागत किया है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आप यदि कर्पूरी ठाकुर जी को सच्ची श्रद्धांजलि देना चाहते हैं तो उनका भागीदारी से जुड़ा मॉडल लागू कीजिए।