पश्चिम बंगाल में मछली और खान-पान को लेकर भी सियासत तेज हो गई है। ताजा मामले में राज्य की सीएम और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने 13 मई को एक चुनाव सभा में पीएम मोदी को अपने हाथों से खाना बनाकर खिलाने की पेशकश की है।
ममता बनर्जी ने कहा है कि अगर वो (पीएम मोदी) चाहें तो मैं उनके लिए कुछ पकाने को तैयार हूं। मुझे पीएम मोदी के लिए खाना पकाकर खुशी होगी। मैं बचपन से ही खाना पका रही हूं। लोग मेरे हाथ के बने खाने की प्रशंसा करते हैं।
हालांकि मुझे यकीन नहीं है कि वो मेरे हाथ से पका खाना खायेंगे या नहीं खायेंगे। क्या वह मेरे हाथ का बना खाना खाएंगे? क्या वह मुझ पर भरोसा करेंगे? ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें जो पसंद है मैं वहीं पकाऊंगी।
उन्होंने यह बयान सावन और चैत नवरात्र के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव के नॉन-वेज खाने पर पीएम मोदी की टिप्पणी के जवाब में दिया है।
ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे ढोकला जैसे शाकाहारी व्यंजन और मछली करी जैसे नॉनवेज व्यंजन दोनों पसंद हैं। हिंदुओं के विभिन्न समुदायों और विभिन्न संप्रदायों के अपने अनूठे रीति-रिवाज और खान-पान हैं। भाजपा कौन होती है किसी व्यक्ति के खानपान पर रोक लगाने वाली।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के बयान दर्शाते हैं कि भाजपा नेतृत्व को भारत की विविधता और समावेशिता के बारे में बहुत कम जानकारी है।
ममता बनर्जी के इस बयान के बाद खान-पान को लेकर राज्य में एक नई बहस छिड़ गई है। भाजपा समेत अन्य दल उनके इस बयान को राजनीति से जोड़ कर देख रहे हैं। भाजपा ने इसे उनका राजनैतिक एजेंडा बताया है। दूसरी तरफ सीपीआई(एम ) ने कहा है कि भाजपा और टीएमसी के बीच समझौता है, इसलिए उन्होंने इस तरह का बयान दिया है।
भाजपा नेता कह रहे हैं कि पीएम मोदी शुद्ध शाकाहारी हैं और ममता बनर्जी उन्हें मछली चावल खिलाना चाहती हैं। त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल और पश्चिम बंगाल भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तथागत रॉय ने एक्स पर लिखा है कि ममता बनर्जी प्रधानमंत्री मोदी को अपने हाथ की बनी मछली और चावल खिलाना चाहती हैं।
उनके साथ ही कई अन्य भाजपा नेता कह रहे हैं ममता बनर्जी जानती हैं कि पीएम कभी मछली या कोई भी नॉनवेज नहीं खाएंगे इसके बाद भी उन्होंने जानबूझकर पीएम को खाने पर आमंत्रित किया है। यह पीएम को फंसाने की उनकी चाल है।