इंडियन प्रीमियर लीग शुरू होने से पहले पेटीएम ऐप को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया था लेकिन कुछ घंटे बाद ही इसे फिर से बहाल कर दिया गया। जब उसे प्ले स्टोर से हटाया गया था तब गूगल ने कहा कि पेटीएम ने गूगल की पॉलिसी के ख़िलाफ़ काम किया इसलिए ऐसा फ़ैसला लिया गया। दरअसल, गूगल की आपत्ति इस बात को लेकर थी कि पेटीएम फ़र्स्ट गेम्स ऐप ने 'सट्टेबाज़ी' वाली फैंटेसी क्रिकेट फीचर्स शामिल किया था। गूगल का कहना है कि वह इस तरह के सट्टेबाज़ी वाले खेल को बढ़ावा नहीं देता है। हालाँकि गूगल ने यह नहीं कहा है कि इस फ़ैसले से इंडियन प्रीमियर लीग का कुछ लेनादेना है या नहीं।
इस पेटीएम ऐप को फिर से बहाल किए जाने से पहले गूगल गेम को लेकर पॉलिसी पर एक ब्लॉग पोस्ट किया था। इसमें पेटीएम पर नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए इसने कहा कि स्पोर्ट्स सट्टेबाज़ी की अनुमति नहीं दे सकते हैं। बता दें कि यही वह फीचर है जिसे पेटीएम ने अपने फ़ैंटेसी क्रिकेट टूर्नामेंट में शामिल किया। पेटीएम अपने 'पेटीएम फ़र्स्ट गेम्स' के ज़रिए पैसे जीतने का दावा करती है।
ब्लॉग में इसने लिखा है कि 'हम ऐसे ऐप को जगह नहीं दे सकते जो ऑनलाइन कैशिनो वाले गेम्स, जुए या सट्टा का आयोजन करते हों।' बता दें कि इसमें उन ऐप को भी मंजूरी नहीं होगी जो इसके उपभोक्ताओं को लिंक के माध्यम से दूसरी वेबसाइट पर ले जाती है और पैसे जीतने के लिए टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए कहती है।
गूगल की इस कार्रवाई पर पेटीएम ने भी जवाब दिया है। पेटीएम ने ट्वीट कर कहा है, 'प्रिय पेटीएम यूजर्स, पेटीएम एंड्रॉयड ऐप अभी डाउनलोड करने के लिए गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध नहीं है। जल्द ही यह दोबारा उपलब्ध होगा। आपका पूरा पैसा पूरी तरह सुरक्षित है, और आप पेटीएम ऐप को पहले की तरह ही इस्तेमाल कर सकते हैं।' इस ट्वीट के कुछ घंटे बाद ही फिर से यह गूगल प्ले स्टोर में बहाल कर दिया गया।
गूगल द्वारा उठाए गए इस क़दम के बाद से गूगल प्ले स्टोर से पेटीएम को डाउनलोड नहीं हो पा रहा था। हालाँकि, जिन लोगों के फ़ोन में पहले से पेटीएम मौजूद थे वे इसका इस्तेमाल कर रहे थे। बता दें कि पेटीएम की दूसरे ऐप जैसे- पेटीएम बिजनेस, पेटीएम मॉल, पेटीएम मनी को गूगल प्ले स्टोर से नहीं हटाया गया था। ऐपल ऐप स्टोर पर iOS ऐप उपलब्ध थी। गूगल प्ले लिस्टिंग पर पेटीएम ऐप की जगह तब लिखा आ रहा था, 'हमें खेद है, आपके द्वारा ढूँढा जा रहा यूआरएल सर्वर पर मौजूद नहीं है’। बता दें कि नियमों का उल्लंघन करने के बारे में पेटीएम को लेकर कई ऐसी ख़बरें आती रही हैं।