केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा है कि 12 से 14 साल की उम्र के बच्चों को 16 मार्च से वैक्सीन लगाई जाएगी। कोरोना के कम हुए मामलों के मद्देनजर कई राज्यों में स्कूल खुल गए हैं। ऐसे में बच्चों के बीच संक्रमण फैलने का खतरा है और इसे देखते हुए ही केंद्र सरकार ने यह अहम एलान किया है।
सरकार ने कहा है कि बच्चों को बायोलॉजिकल इवांस कंपनी की कॉर्बिवैक्स वैक्सीन लगाई जाएगी। सरकार ने 60 साल से ऊपर के लोगों के लिए प्रीकॉशनरी डोज लगने के मामले में भी को-मॉरबिडिटी की शर्त को खत्म कर दिया है। 60 साल से ऊपर की उम्र के सभी लोग बूस्टर शॉट या प्रीकॉशनरी डोज ले सकेंगे।
इससे पहले इस साल की शुरुआत में ही 15 से 18 साल की उम्र के बच्चों को वैक्सीन लगाने का काम शुरू किया गया था।
उस दौरान बड़ी संख्या में इस आयु वर्ग के बच्चों को वैक्सीन लगाई गई थी। इसके लिए बच्चों ने खुद को कोविन एप पर रजिस्टर कराया था। इसके लिए एप में एक अतिरिक्त स्लॉट जोड़ा गया था और बच्चों ने इस पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया था।
साल की शुरुआत में ही फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल से ऊपर के लोगों को भी एक अतिरिक्त डोज लगाई गई थी।
निश्चित रूप से कोरोना से बच्चों की सुरक्षा की दिशा में यह एक बड़ा क़दम होगा। क्योंकि बच्चों को वैक्सीन न लगने के कारण उनके संक्रमित होने का ख़तरा ज़्यादा था और इस वजह से बीते दो साल में देश भर में लंबे वक़्त तक स्कूलों को बंद रखना पड़ा था।
भारत से पहले यूरोप में कई देशों, अमेरिका, यूएई और न्यूजीलैंड में बच्चों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है।