मुजफ्फरनगर की हार भाजपा के विवादित नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान पचा नहीं पा रहे हैं। अब उन्होंने सरधना से भाजपा विधायक संगीत सोम पर उन्हें हराने का आरोप लगाया। इस पर संगीत सोम ने उन्हें जवाब दिया कि जो भी कहना है पार्टी के मंच पर कहें।
मुजफ्फरनगर सीट से सपा के हरेंद्र मलिक ने भाजपा के संजीव बालियान को 24 हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया। लेकिन इस चुनाव नतीजों ने पश्चिमी यूपी में भाजपा के अंदर दो खेमे बना दिए हैं। एक का नेतृत्व खुद संजीव बालियान कर रहे हैं और दूसरे का नेतृत्व भाजपा विधायक संगीत सोम कर रहे हैं।
हालांकि मुजफ्फरनगर में संजीव बालियान को टिकट मिलते ही उनका जबरदस्त विरोध शुरू हो गया। कई गांवों में बालियान सभा करने पहुंचे तो उनका जबरदस्त विरोध हुआ। उनकी गाड़ियों ेमें भी तोड़फोड़ की गई। दरअसल, उस समय क्षत्रिय संगठनों का भाजपा के खिलाफ आंदोलन चल रहा था। संगीत सोम क्षत्रीय हैं। इसलिए संजीव बालियान का पहला शक अपनी ही पार्टी के विधायक संगीत सोम पर गया। संगीत सोम ने खुद भी कई क्षत्रीय सम्मेलनों में भाग लिया था। चुनाव नतीजे आने के बाद संजीव बालियान ने संगीत सोम पर आरोप लगाना शुरू कर दिया। आरोपों में उन्होंने जयचंद शब्द का भी इस्लेमाल किया।
भाजपा विधायक संगीत सोम ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बालियान के आरोपों का जवाब दिया। संगीत सोम ने एक राजनीतिक बयान भी दिया। उन्होंने कहा कि जयंत चौधरी की पार्टी आरएलडी से समझौता कर भाजपा को नुकसान हुआ। भाजपा पश्चिमी यूपी में अकेले लड़ती तो फायदे में रहती। आरएलडी ने भाजपा को हराने का काम किया। बता दें कि भाजपा ने एनडीए गठबंधन के तहत आरएलडी को दो सीटें दी थीं। आरएलडी ने दोनों ही जीत ली। जयंत चौधरी अब मोदी मंत्रिमंडल में हैं।
हालांकि संगीत सोम ने तो मंगलवार को बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह बात कही लेकिन नतीजे आने के बाद 6 जून को भी उन्होंने तीखा बयान दिया था। सुनिए-
संगीत सोम के पुराने बयानों से यही लगता है कि चुनाव में उन्होंने संजीव बालियान की मदद नहीं की। क्योंकि अप्रैल में चुनाव प्रचार के दौरान संगीत सोम का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें उन्होंने बालियान पर आरोप लगाया था कि वो गुंडे पालते हैं, वो अपने इलाके में नहीं जाते हैं तो जनता कैसे वोट दे देगी। देखिए वीडियो-
पश्चिमी यूपी में संजीव बालियान और संगीत सोम का आपसी विवाद यहीं रुकने वाला नहीं है। दरअसल, सारे मामले में अप्रत्यक्ष रूप से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को भी निशाना बनाया जा रहा है। संगीत सोम और योगी दोनों ही क्षत्रिय हैं। इसलिए इस सोम-बालियान प्रकरण को कई पहलुओं से देखा जा रहा है।