राम मंदिर उद्घाटन से पहले ही विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) आगामी लोकसभा चुनावों के लिए माहौल गरमाना शुरू कर देगी। जनवरी के तीसरे सप्ताह में प्रस्तावित अयोध्या में रामजन्म भूमि पर बन रहे मंदिर के उद्घाटन के पहले विहिप की योजना देश भर में लोगों का इससे जोड़ने या हलचल पैदा करने की है। लोकसभा चुनावों के ठीक पहले शुरू किए जा रहे विहिप के इन अभियानों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी की भी भरपूर भागीदारी रहेगी।
जहाँ जनवरी में मकर संक्रांति से लेकर फरवरी के दूसरे सप्ताह तक महीने भर उद्घाटन व प्राण प्रतिष्ठा समारोह चलता रहेगा वहीं उससे पहले संतों, महात्माओं, झांकियों व शोभायात्राओं के जरिए एक बार फिर मंदिर आंदोलन जैसा उत्साह पैदा करने की कोशिश की जाएगी। अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का विहिप देश भर के पांच लाख गांवों में लाइव प्रसारण करेगी। इसके अलावा महीने भर तक चलने वाले समारोह के दौरान अयोध्या में 50 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद लगाई जा रही है।
पुराना जोश व उत्साह जगाने की कोशिश
लोकसभा चुनावों की पूर्व संध्या पर अयोध्या में राम जन्मभूमि पर बन रहे मंदिर के पहले चरण के पूरा होने पर प्राण प्रतिष्ठा के साथ दर्शन की शुरुआत होगी। चुनावों में मंदिर का महत्व जानते हुए न केवल प्राण प्रतिष्ठा और उद्घाटन समारोह को महीने भर तक जारी रखा जाएगा बल्कि तीन महीने पहले से ही देश भर में माहौल बनाया जाएगा। देश भर में हर गांव के मंदिर में विशेष पूजा के कार्यक्रम प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन आयोजित होंगे और अयोध्या से लाइव प्रसारण किया जाएगा। विहिप की योजना पूरे कार्यक्रम से पांच करोड़ लोगों को जोड़ने की है। अभियान को सफल बनाने में परोक्ष रूप से विहिप और संघ के साथ ही उसके अनुषांगिक संगठन जुटेंगे तो अपरोक्ष रूप से भाजपा भी पूरा जोर लगाएगी। हर घर में राम आरती करने और प्रसाद पहुंचाने की व्यवस्था विहिप करने जा रही है।
इसी महीने शुरू हो जाएंगी बजरंग दल की शौर्य यात्राएँ
मंदिर को लेकर जनता के बीच फिर से पुराना उत्साह जगाने के लिए अभियान की शुरुआत बजरंग दल की शौर्य यात्राओं से होगा। विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार के मुताबिक 30 सितंबर से लेकर 15 अक्टूबर तक बजरंग दल देश भर में शौर्य यात्राएं निकालेगा। इन शौर्य यात्राओं के माध्यम से लोगों को राम मंदिर आंदोलन का इतिहास बताया जाएगा और प्राण प्रतिष्ठा व उद्घाटन कार्यक्रम की जानकारी दी जाएगी। यात्राओं के दौरान ही महीने भर चलने वाले उद्घाटन समारोह में लोगों को आने का निमंत्रण भी दिया जाएगा।
विहिप नेता ने बताया कि देश भर में 10000 ब्लॉकों में ये यात्राएं निकलेंगी। बजरंग दल ने 15 दिनों में छोटी बड़ी कुल 2281 यात्राओं की योजना बनायी है।
देश भर में होगी संतों की पदयात्राएं
शौर्य यात्रा खत्म होने के बाद विहिप ने देश भर में प्रमुख संतों व संन्यासियों की पदयात्राएं निकालने की योजना बनाई है। संतों की पदयात्राएं प्रमुख शहरों के साथ ही ग्रामीण इलाकों में भी जाएँगी। विहिप कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार का कहना है कि जिन संतों के दर्शनों के लिए आम जन को उनके मठों व आश्रमों तक जाना होता था वो सब खुद चल कर श्रद्धालुओं तक जाएंगे। उन्होंने कहा कि बस लोगों को अपने घर से निकलना होगा और संतों का दर्शन व आशीर्वाद लेना होगा। संतों की पद यात्रा कार्यक्रम के लिए विभिन्न मठों, अखाड़ा व आश्रम से सपर्क साधा गया है। करीब डेढ़ से दो हजार तक संत व संन्यासी पद यात्रा में शामिल हो सकते हैं। पद यात्रा करने वाले संतों को विभिन्न संप्रदायों के अखाड़े व मठों से जोड़ा जाएगा।
प्रधानमंत्री करेंगे उद्घाटन, 22 जनवरी की तारीख प्रस्तावित
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एकमात्र दलित सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा व मुख्य उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया गया है। हालाँकि अभी उनके कार्यालय से स्वीकृति नहीं आयी पर 22 जनवरी की तारीख प्रस्तावित है। चौपाल ने कहा कि उक्त तारीख हर दृष्टि से शुभ है। उनका कहना है कि मुख्य समारोह में पांच हजार लोग ही शामिल होंगे जिनमें दो हजार के लगभग संत ही होंगे। इसके अलावा महीने भर श्रद्धालुओं का अयोध्या में आगमन और राम मंदिर के दर्शन का कार्यक्रम चलता रहेगा। मंदिर ट्रस्ट की ओर से बड़े पैमाने पर आगंतुकों को ठहराने और उनके भोजन की व्यवस्था की जा रही है।