उत्तर प्रदेश 18 जिलों में चल रहे तीन-स्तर के पंचायत चुनावों में जगह-जगह से हिंसा, मारपीट, बूथ कब्जा और यहाँ तक की गोलीबारी की ख़बरें भी आ रही हैं। यूपी पंचायत चुनाव 2021 के पहले चरण के मतदान में लोगों का उत्साह भी है और बड़ी संख्या लोगों ने मतदान किया है।
स्थानीय अखब़ारों की रिपोर्टों के अनुसार, सहारनपुर में प्रधान पद के प्रत्याशियों में मारपीट हुई, एक की गाड़ी तोड़ दी गई। कई घरों में आग लगा दी गई। महोबा ज़िले की जैतपुर की ग्राम पंचायत मंगरोल कला में प्रधान पद के प्रत्याशी समेत चार लोगों पर हमला किया गया। दूसरी ओर, गोरखपुर में प्रधान पद के प्रत्याशी को गोली मारने की ख़बर भी है।
पथराव, मारपीट
इसी तरह स्थानीय मीडिया के अनुसार, संतकबीरनगर ज़िले में हकीमराई गाँव में मतदान के दौरान दो गुटों में पथराव हुआ। पुलिस मौके पर पहुँच गई और गाँव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
राजधानी दिल्ली से सटे गाज़ियाबाद ज़िले के लोनी के ट्रॉनिका सिटी थाना क्षेत्र इलाइचीपुर और खुदाबक्स गाँव में दो प्रत्याशियों के एजेंटों में मारपीट की खबर है। इसी तरह प्रयागराज में फ़र्जी मतदान को लेकर हंगामा हुआ, मारपीट हुई और गुस्साए लोगों ने मतदान केंद्र पर ताला लगा दिया।
ग़ज़ियाबाद के ज़िला मजिस्ट्रेट अजय शंकर पांडेय और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने लोनी में मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया।
एसडीएम शुभांगी शुक्ला ने लोनी के मंडोला स्थित श्री गांधी स्मारक इंटर कॉलेज का निरीक्षण किया।
मतदान केंद्र पर हमला
अमर उजाला के मुताबिक़, आगरा ज़िले के फतेहाबाद में मतदान केंद्र पर दोपहर को क़रीब 50 लोगों ने हमला कर दिया। हमलावर फायरिंग कर मतपेटियाँ लूट ले गए हैं। पुलिस मतपेटियाँ लूटने वालों की तलाश में जुटी है। इस कांड में चार लोग घायल हुए हैं। मतदान रद्द करने की सिफ़ारिश की गई है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, झांसी में सुबह से मतदान शांतिपूर्ण चल रहा था। लेकिन दोपहर होते होते स्थिति बदल गई। गरौठा की ककरवई जिला पंचायत सीट पर मतदान केंद्र पर दबंगों ने हंगामा किया, मतदान कर्मचारियों के साथ मारपीट की। फ़र्जी वोटिंग को लेकर दो गुटों में मारपीट हुई।
चार चरणों में मतदान
चार चरणों में होने वाले उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव 2021 में 8.69 लाख से ज़्यादा पदों के लिए लोग चुने जाएंगे और इसके लिए 17 लाख से अधिक उम्मीदवार मैदान में होंगे, यह संभावना जताई जा रही है।
इसे इससे समझा जा सकता है कि सिर्फ पहले चरण के मतदान के लिए ही 3.40 लाख से ज़्यादा उम्मीदवार मैदान में हैं। पहले चरण में 20 ज़िलों में 2.21 पदों के लिए मतदान हुआ।
इसकी तुलना में 2017 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 403 सीटों के लिए मतदान हुआ और 4,850 उम्मीदवार मैदान में थे।