उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सिपाही भर्ती पेपर लीक के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करने का दावा बुधवार को किया। कथित मास्टरमाइंड आरोपी राजीव नयन मिश्रा को नोएडा एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी पहले भी इसी तरह के मामलों में संलिप्तता रही है। पेपर लीक मामले की रिपोर्ट सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा-2023 रद्द कर दी थी।
यूपी पुलिस ने 15 मार्च को भी इसी तरह की सूचना देते हुए बताया था कि पेपर लीक का असली मास्टरमाइंड राजीव उर्फ राहुल मिश्रा गिरफ्तार कर लिया गया है। यूपी पुलिस ने यह भी बताया था कि यूपीटीईटी पेपर लीक मामले में भी मिश्रा ही मास्टरमाइंड था। अब हमारे सामने दो मिश्रा कथित मास्टरमाइंड के रूप में हैं। एक वो जो बुधवार को पकड़ा गया और दूसरा वो जो 15 मार्च को पकड़ा गया था
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए 48 लाख से अधिक कैंडिडेट्स ने परीक्षा दी थी, जिसमें लगभग 16 लाख महिला कैंडिडेट्स भी शामिल थीं। यह परीक्षा 17 और 18 फरवरी को हुई थी। इस भर्ती अभियान के जरिए यूपी सरकार का लक्ष्य राज्य पुलिस बल में 60,244 पदों को भरना है।
यूपी पुलिस ने इससे पहले राज्य भर से 244 लोगों को गिरफ्तार या हिरासत में लिया था। बाद में मार्च में, यूपी एसटीएफ ने पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में कथित संलिप्तता के लिए मेरठ और दिल्ली से सात और लोगों को गिरफ्तार किया। अधिकारियों के अनुसार, आरोपी कथित तौर पर प्रश्न पत्र लीक मामले में शामिल एक गिरोह के सदस्य थे। मेरठ के रहने वाले दीपक, बिट्टू, प्रवीण, रोहित, नवीन और साहिल को कांकेर खेड़ा थाना क्षेत्र के एक घर से गिरफ्तार किया गया। गौतमबुद्धनगर निवासी प्रमोद पाठक को भी गिरफ्तार किया गया। कुल मिलाकर अभी तक की गिरफ्तारियों से लग रहा है कि सारे आरोपी नोएडा और गुड़गांव में ही जमा हुए थे। जहां उन्होंने कथित तौर पर साजिश को अंजाम दिया होगा।
पेपर लीक की कहानी कुछ इस तरह बन रही है कि गिरफ्तार आरोपियों में नया मास्टरमाइंड या मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा और रवि अत्री ने दिल्ली पुलिस के सिपाही विक्रम पहल को पेपर दिया था। राजीव मिश्रा और रवि अत्री के नेटवर्क से जुड़े अभिषेक शुक्ला ने पेपर ट्रांसपोर्ट कंपनी के दो कर्मचारियों से पुलिस भर्ती का पेपर निकलवाया था। अत्री और शुक्ला भी मास्टरमाइंड बताए गए थे।
तो यह बात पुलिस के हिसाब से साफ हुई कि दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल विक्रम पहल, राजीव नयन मिश्रा, रवि अत्री और अभिषेक शुक्ला सीधे नेटवर्क से जुड़े हुए हैं, जिन्होंने पेपर से दो दिन पहले गुड़गांव के एक रिसॉर्ट में 1000 उम्मीदवारों को जमा किया और उम्मीदवारों को पेपर के लिए गाइड किया। अभिषेक शुक्ला, शिवम गिरी और रोहित पांडे, सभी भारतीय परिवहन निगम प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारी हैं। इन लोगों को यूपीएसटीएफ द्वारा आधिकारिक तौर पर हिरासत में लिया गया था। शुक्ला ने पहले 2021 में कंपनी में एक प्रशिक्षण कार्यकारी के रूप में कार्य किया था, जहां उनका सामना गिरि और पांडे से हुआ था।
टीसीआई एक्सप्रेस को कांस्टेबल भर्ती पेपर छपने के बाद गोदाम से ले जाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जिससे पेपर लीक होने का मौका मिल गया। सूत्रों के मुताबिक, पेपर प्रिंटिंग प्रेस से निकलने के बाद लीक हुआ था। यूपी कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक की योजना 1 फरवरी, 2024 को शुरू की गई थी, जब गिरि ने शुक्ला को यूपी पुलिस के सामान के संभावित आगमन के बारे में सूचित किया था। इसके बाद की घटनाओं में गिरि ने परीक्षा पेपर बक्सों की तस्वीरें उपलब्ध कराईं, जिन्हें बाद में रवि अत्री और राजीव नयन मिश्रा सहित सहयोगियों के साथ साझा किया गया। अत्री ने शुक्ला को अपनी भागीदारी के लिए भारीभरकम पैसा देने का वादा किया, शुरुआत में 5 लाख रुपये और कार्य पूरा होने पर 15 से 20 लाख रुपये दिए गए।
आरोपियों के बीच वित्तीय लेनदेन और को-ऑर्डिनेशन से जुड़ी घटनाओं के क्रम के बाद, इनके एक अन्य साथी डॉ. शुभम मंडल ने टीसीआई कंपनी परिसर से परीक्षा के पेपर निकाले। जुटाए गए सबूतों से पेपर लीक के पीछे के सारे कथित मास्टरमाइंडों की गिरफ्तारियां हुईं।
तमाम मास्टरमाइंडों की फुटकर जानकारियां
राजीव नयन मिश्रा 2021 में यूपी टीईटी पेपर लीक करने में शामिल था। उसने 2023 में मध्य प्रदेश में संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कर दिया था। एमबीबीएस की डिग्री रखने वाला रवि अत्री 2015 में मध्य प्रदेश में एआईपीएमटी संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के लिए जिम्मेदार था, जिसके कारण हरियाणा के पीजीआईएमएस रोहतक पुलिस स्टेशन में आईपीसी और आईटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत उसका पंजीकरण हुआ। राजीव नयन मिश्रा और रवि अत्री ने विकम पहल, मोनू ढकाला, विकम दहिया, महेंद्र शर्मा, गौरव चौधरी, मोनू पंडित, सतीश धनकड़ (नेचर वैली रिजॉर्ट के मालिक), नीटू निवासी वाजिदपुर, जिला बागपत के लिए यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा-2024 लिखी। धीरज उर्फ गोल्डी (बॉलीवुड रेस्टोरेंट सोनीपत हरियाणा का मालिक) भी आरोपियों में शामिल। पेशे से डॉक्टर डॉ. शुभम मंडल से स्पेशल टास्क फोर्स पूछताछ कर रही है। इसके अतिरिक्त, 2021 में यूपी टीईटी पेपर और 2023 में मध्य प्रदेश में संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा सहित पिछले पेपर लीक में राजीव नयन मिश्रा और रवि अत्री की संलिप्तता की जांच की जा रही है।