उन्नाव रेप पीड़िता की हालत बेहद नाजुक, वेंटिलेटर पर 

08:38 am Jul 30, 2019 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

उन्नाव बलात्कार मामले की पीड़िता और उनके वकील वेंटिलेटर पर हैं और दोनों की ही हालत बेहद नाजुक है। सोमवार को डॉक्टरों ने बताया था कि दुर्घटना में पीड़िता के फेफड़ों में गहरी चोट आई है और उसका ब्लड प्रेशर भी लगातार गिर रहा है।  इसके अलावा पीड़िता के शरीर के दाईं ओर की कुछ पसलियों, दायें हाथ और दायें पैर में फ्रैक्चर था। पीड़िता के पाँव और सिर में भी चोट थी। किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के मीडिया इंचार्ज संदीप तिवारी ने बताया था कि पीड़िता और उनके वकील को वेंटिलेटर पर रखा गया है। सोमवार को एडीजी (लखनऊ रेंज) राजीव कृष्णा ने भी कहा था कि पीड़िता की हालत गंभीर है और वह लाइफ़ सपोर्ट सिस्टम पर है। उधर, ख़बर यह भी आ रही है कि रेप पीड़िता के चाचा को परोल न मिलने तक परिजनों ने चाची और मौसी के अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया है। 

बता दें कि रविवार शाम को पीड़िता अपने वकील और परिजनों के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से मिलने जा रही थी, तभी एक ट्रक ने उनकी गाड़ी को जोरदार टक्कर मार दी थी। हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की रविवार को ही मौत हो गई थी। पीड़िता के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उन्नाव के बांगरमऊ से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के इशारे पर यह दुर्घटना कराई गई है। पीड़िता ने 2017 में विधायक पर बलात्कार का आरोप लगाया था। 

उधर, उन्नाव रेप पीड़िता की गाड़ी की ट्रक के साथ दुर्घटना होने के मामले में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, उनके भाई मनोज सिंह सेंगर और 8 अन्य लोगों के ख़िलाफ़ हत्या, हत्या की साज़िश रचने का मुक़दमा दर्ज कराया गया है। बताया जाता है कि पीड़िता के चाचा ने यह मुक़दमा दर्ज कराया है। इसके साथ ही इस मामले की जाँच उत्तर प्रदेश सरकार ने सीबीआई को सौंप दी है। बता दें कि पीड़िता के परिवार ने सरकार से इस घटना की सीबीआई जाँच कराने की माँग की थी। पुलिस ने इस माँग को सरकार को भेज दिया है। राज्य सरकार अब इस बारे में केंद्र सरकार को पत्र भेजेगी। 

सड़क दुर्घटना के मामले में पुलिस ने जो एफ़आईआर दर्ज की है, उसमें कहा गया है कि पीड़िता की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी अभियुक्त कुलदीप सेंगर को पल-पल की जानकारी देते रहते थे। लेकिन जिस दिन यह दुर्घटना हुई, पीड़िता के साथ कोई सुरक्षाकर्मी नहीं था। एनडीटीवी के मुताबिक़, पीड़िता की सुरक्षा में लगे गनर सुरेश ने कहा कि उसे हादसे के दिन कहा गया था कि वह न जाए क्योंकि गाड़ी में उतनी जगह नहीं थी। सुरेश ने कहा, 'आंटी ने मुझसे कहा कि गाड़ी में 5 लोग होंगे, इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है।'

पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसके साथ जून, 2017 में अपने आवास पर बलात्कार किया था। पीड़िता ने कहा था कि तब वह अपने एक रिश्तेदार के साथ नौकरी माँगने के लिए विधायक के पास गई थी। कुलदीप के ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता की धारा 363, 366, 376, 506 और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे मामले की जाँच सीबीआई से कराने की सिफ़ारिश की थी, जिसे एजेंसी ने स्वीकार कर लिया था।