लखीमपुर: पुलिस ने जारी की छह तसवीरें, लोगों से कहा- जानकारी दें

10:42 am Oct 20, 2021 | सत्य ब्यूरो

लखीमपुर खीरी की घटना की जांच कर रही एसआईटी ने छह तसवीरें जारी की हैं। एसआईटी ने लोगों से अपील की है कि वे इन तसवीरों में मौजूद लोगों की पहचान कर पुलिस को बताएं। 

एसआईटी ने चार फ़ोन नंबर भी जारी किए हैं। एसआईटी ने कहा है कि तसवीरों में शामिल लोगों के बारे में अगर किसी के पास कोई जानकारी है तो वे पुलिस को इन नंबरों पर बताएं। 

एसआईटी ने इससे पहले भी लोगों से कहा था कि वे लखीमपुर खीरी की घटना से जुड़े वीडियो और फ़ोटो पुलिस को उपलब्ध कराएं। इसके बाद पुलिस को बड़ी संख्या में वीडियो मिले थे। 

लखीमपुर खीरी की घटना में किसानों को गाड़ियों से रौंद दिया गया था। घटना में कुल 8 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें से 4 किसान भी हैं। 

एसआईटी ने कहा है कि तसवीरों में दिख रहे लोगों के बारे में बताने वालों की पहचान पूरी तरह गुप्त रखी जाएगी और साथ ही उन्हें इनाम भी दिया जाएगा। 

एसआईटी ने इस मामले में मंगलवार को सात और लोगों के बयान दर्ज किए हैं जबकि बीते शनिवार को 37 लोगों को नोटिस जारी कर उनसे कहा गया था कि वे पुलिस के सामने आकर अपने बयान दर्ज कराएं। पिछले दो दिन में 15 लोग अपने बयान दर्ज करा चुके हैं। 

एसआईटी इस मामले में 36 से ज़्यादा किसानों को पूछताछ के लिए हाजिर होने का नोटिस भी जारी कर चुकी है। घटना को लेकर तिकुनिया पुलिस स्टेशन में दो एफ़आईआर भी दर्ज हुई थीं। 

अब तक 10 लोग गिरफ़्तार

उधर, इस मामले में पुलिस ने सोमवार को 4 और लोगों को गिरफ़्तार किया था। गिरफ़्तार किए गए लोगों के नाम सुमित जायसवाल, शिशुपाल, नंदन सिंह बिष्ट और सत्य प्रकाश त्रिपाठी हैं। इनमें सुमित जायसवाल बीजेपी का नेता है। वह किसानों को रौंदने वाली गाड़ियों में से एक गाड़ी में मौजूद था और घटना के बाद बचकर भाग निकला था। घटना का एक वीडियो वायरल हुआ था, इसमें वह साफ दिखाई दिया था।

इस मामले में अब तक कुल 10 लोगों की गिरफ़्तारी हो चुकी है।

लखीमपुर खीरी की घटना में किसानों के साथ ही बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं शुभम मिश्रा, श्याम सुंदर निषाद और हरि ओम मिश्रा की भी भीड़ ने जान ले ली थी। किसानों पर गाड़ी चढ़ाए जाने के बाद ग़ुस्साए लोगों ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे के काफिले में शामिल दो गाड़ियों को आग लगा दी थी। 

केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी का लगातार कहना है कि घटना के दौरान आशीष मिश्रा थार गाड़ी में मौजूद नहीं था। आशीष मिश्रा ने भी यही बात कही है। लेकिन क्राइम ब्रांच और एसआईटी इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या वास्तव में उस दौरान आशीष मिश्रा गाड़ी में मौजूद नहीं था।