अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा लेकर राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के वाराणसी पहुंचे हैं। उत्तर प्रदेश में राहुल की यात्रा का दूसरा दिन है। इस दौरान शनिवार को उन्होंने वाराणसी में बाबा विश्वनाथ का दर्शन और पूजा की है।
इसके बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर महंगाई को लेकर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि किसानों और युवाओं के साथ सामाजिक और आर्थिक अन्याय हो रहा है।
राहुल गांधी ने कहा कि, देश में आज 2 सबसे बड़े मुद्दे हैं, पहला बेरोजगारी और दूसरा महंगाई। आज 2 हिंदुस्तान बन गए हैं, एक अरबपतियों का, दूसरा गरीबों का। देश के बड़े-बड़े मीडिया संस्थान अडानी और अंबानी के हैं। ये लोग किसान, मजदूर, गरीबों को नहीं दिखाते। 24 घंटा केवल नरेंद्र मोदी को दिखाते हैं। राहुल गांधी ने यहां मीडिया संस्थानों पर खुल कर हमला बोला है।
राहुल गांधी ने वाराणसी में कहा है कि, हमने 4,000 किलोमीटर की 'भारत जोड़ो यात्रा' की। यात्रा के दौरान किसान, मजदूर, छोटे व्यापारी और महिलाएं मिलीं। उन सबने मुझसे मिलकर अपनी पीड़ा बताई।
बीजेपी-आरएसएस के लोग भी कई जगह मिले, लेकिन पूरी यात्रा में मुझे नफरत कहीं नहीं दिखी। भारत मोहब्बत का देश है, नफरत का नहीं। देश तभी मजबूत होता है, जब सभी एकजुट होकर काम करते हैं।
इससे पहले राहुल गांधी ने चंदौली में देर रात बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के शिक्षकों और छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी। उन्होंने आईआईटी-बीएचयू में हुए गैंगरेप मामले पर चिंता जताई। चंदौली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश में नफरत और हिंसा फैल रही है, इसका कारण अन्याय है।
वाराणसी पहुंचे राहुल गांधी ने यहां के सर्व सेवा संघ के सामने रुक कर लोगों से बात की है। सर्व सेवा संघ को लेकर कांग्रेस पार्टी ने एक्स पर लिखा है कि बापू के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए बने इस 'सर्व सेवा संघ' को दमन और तानाशाही के मद में अंधी हो चुकी बीजेपी सरकार के नफरती बुल्डोजर ने यहां भी रौंदा, दुर्लभ तस्वीरों और किताबों को बाहर फेंका गया।
लेकिन वे भूल गए कि 'गांधी' एक सोच हैं, सामाजिक न्याय का विचार हैं। जीवन जीने का आदर्श तरीका हैं। हिंदुस्तान की आत्मा में गांधी हैं। यह देश गांधी की विचारधारा से ही चलता है और हमेशा चलता रहेगा। बीजेपी-आरएसएस की नफरती सोच इसे कभी नहीं हरा सकती।
वहीं कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि आचार्य विनोबा भावे जी ने वर्ष 1955 में वाराणसी में गांधीवादी संस्था 'सर्व सेवा संघ' की स्थापना की थी।
इस संस्था से हमारे देश के कई महान नेता डॉ. राजेंद्र प्रसाद,, लाल बहादुर शास्त्री, बाबू जगजीवन राम, जय प्रकाश नारायण और सर्वपल्ली राधाकृष्णन जुड़े हुए थे।
उन्होंने कहा कि 'सर्व सेवा संघ' देश में गांधीवादी विचारधारा के प्रचार-प्रसार का काम करती थी। इस संस्था को साल 1955 में 13 एकड़ की जमीन भूदान में दी गई थी, लेकिन बीते वर्ष इस संस्था पर बुल्डोजर चला दिया गया।
जयराम रमेश ने कहा कि इस संस्था के साथ जो व्यवहार किया गया, वो नरेंद्र मोदी के असली रूप को दिखाता है, लेकिन हम 'सर्व सेवा संघ' के साथ सदैव खड़े रहेंगे।