एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर हुए हमले को लेकर हिंदू सेना का बयान सामने आया है। हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा है कि ओवैसी पर हुआ हमला एक चेतावनी है क्योंकि गोली शीशे के अंदर भी जा सकती थी लेकिन हिंदू सेना के कार्यकर्ता सिर्फ चेतावनी देना चाहते थे।
इस मामले में थाना पिलखुआ में पुलिस ने केस दर्ज किया है और सचिन शर्मा निवासी बादलपुर जिला- गौतम बुद्ध नगर और शुभम निवासी सापला बेगमपुर थाना नकुड़ जिला सहारनपुर को गिरफ्तार किया गया है।
सचिन और शुभम को शुक्रवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था।
विष्णु गुप्ता ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि हिंदू सेना सचिन और शुभम को कानूनी सहायता देगी और उन्हें सम्मानित करेगी। उन्होंने कहा कि ओवैसी आग उगलना बंद कर दें।
हिंदू सेना के अध्यक्ष ने कहा कि गुस्से में बहुत कुछ हो सकता है इसलिए ओवैसी भविष्य में भड़काऊ बयान न दें जिससे लोग ऐसी घटना को अंजाम देने पर उतारू हो जाएं।
हैदराबाद में प्रदर्शन
उधर, इस मामले में हैदराबाद के पुराने शहर में एआईएमआईएम के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन दुकानों को बंद करा दिया और काले झंडे फहराए। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद एआईएमआईएम के कार्यकर्ताओं ने मक्का मस्जिद के बाहर प्रदर्शन किया और कहा कि उत्तर प्रदेश और केंद्र की सरकार इस घटना के हमलावरों के खिलाफ तुरंत और सख्त कार्रवाई करे।
सुरक्षा लेने से इनकार
उधर, ओवैसी ने इस मामले में शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि कि वह जेड श्रेणी की सुरक्षा नहीं लेंगे। उन्होंने सवाल उठाया कि हमलावरों पर यूएपीए के तहत मुकदमा क्यों नहीं दर्ज किया जा रहा है। ओवैसी को शुक्रवार को जेड सिक्योरिटी दी गई थी। ओवैसी ने कहा था कि कट्टर होते युवा देश के लिए खतरा हैं।
ओवैसी जब गुरुवार शाम को मेरठ से दिल्ली लौट रहे थे तब उनकी गाड़ी पर फायरिंग हुई थी। फायरिंग के आरोपियों को हापुड़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने आरोपियों के पास से अवैध असलहा और घटना में प्रयुक्त कार भी बरामद की है।
सचिन शर्मा पर हत्या के प्रयास का एक मुकदमा पहले से दर्ज है। सचिन का कहना है कि उसने कानून में डिग्री ली है। सचिन ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल में लिखा है कि वह एक दक्षिणपंथी हिंदू संगठन से जुड़ा है। पुलिस उसके द्वारा बताई गई बातों की जांच कर रही है। जबकि दूसरे अभियुक्त शुभम का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा है कि ओवैसी के द्वारा धर्म विशेष के प्रति भड़काऊ भाषण और 2013-14 के दौरान अयोध्या में मंदिर के प्रति जो टिप्पणी उन्होंने की थी उस से आहत होकर हमलावरों ने इस घटना को अंजाम दिया है।