बदायूं में दो लड़कों की हत्या के आरोपी साजिद की मां ने कहा है कि वह पीड़ित परिवार से हमदर्दी रखती हैं और उनके बेटे को भी वही मिला जिसका वो हकदार था। पुलिस ने कहा है कि दो बच्चों की हत्या करके भागने की कोशिश के दौरान पुलिस पर गोली चलाने के बाद साजिद को एनकाउंटर में मार गिराया गया। सह-आरोपी उसका भाई जावेद फरार है। उनकी मां नाजिन ने कहा कि उन्हें इस बात का कोई अंदाज़ा नहीं है कि किस वजह से उनके बेटों ने इस क्रूर अपराध को अंजाम दिया। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि उनके दिमाग में क्या चल रहा था। उन्होंने नाश्ता किया और लगभग 7 बजे घर से निकल गए। मुझे नहीं पता कि क्या हुआ। घर पर कोई झगड़ा या बात भी नहीं हुई थी।"
साजिद की मां ने कहा- दोनों भाई लंबे समय से पीड़ितों के पड़ोस में अपना सैलून चला रहे थे। उन्होंने कहा, "उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। अगर हम इलाके से कुछ भी खरीदते थे, तो वे उसे हमारे घर पहुंचा देते थे।" नाजिन ने कहा कि वह पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना रखती हैं और उनके बेटे साजिद को अपने काम का नतीजा भुगतना पड़ा है। उन्होंने कहा, "अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया होता तो उन्हें इसका सामना नहीं करना पड़ता। उनके साथ जो हुआ वह उचित है। अगर आप अपराध करेंगे तो आपको भुगतना पड़ेगा।"
बुजुर्ग महिला ने यह भी खुलासा किया कि साजिद की पत्नी गर्भवती नहीं है। "उनके दो बच्चे थे, लेकिन वे मर गए।" नाजिन ने कहा कि वह नहीं जानती कि जावेद कहां है। पीड़ित परिवार ने बयान दिया था कि साजिद ने दोनों बच्चों के पिता से अपनी प्रेग्नेंट पत्नी के लिए पांच हजार रुपये मांगे थे। उसी बात पर साजिद की मां ने स्पष्ट किया कि साजिद की पत्नी प्रेग्नेंट ही नहीं थी। यह आरोप किस वजह से लगाया गया, यह कोई नहीं जानता। दूसरी तरफ लड़कों के पिता विनोद ठाकुर ने उन खबरों का खंडन किया है कि उनके और साजिद के बीच कोई विवाद था।
मारे गए बच्चे आयुष और अहान की मां संगीता ने कहा है कि साजिद ने कहा था कि उसकी पत्नी की डिलीवरी होने वाली है और उसने 5,000 रुपये का कर्ज मांगा। संगीता ने कहा है कि उसने उसे पैसे दिए और फिर उसके लिए चाय बनाई। उसने कहा है कि साजिद उसके बेटों को छत पर ले गया और उनका गला काट दिया। लड़कों के भाई पीयूष पर भी हमला किया गया, लेकिन वह समय रहते भागने में सफल रहा।
परिवार ने पुलिस को बताया है कि हत्याओं के बाद साजिद ने अपने भाई जावेद के साथ भागने की कोशिश की, जो बाहर इंतजार कर रहा था। हालांकि, स्थानीय निवासियों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया। जावेद भागने में सफल रहा। बाद में, पुलिस ने कहा, साजिद ने उन पर गोलीबारी की और जवाबी गोलीबारी में उसे गोली मार दी गई। बाद में स्थानीय निवासियों ने उसकी दुकान जला दी।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और अब जावेद की तलाश कर रही है। पुलिस साजिद के पिता से भी पूछताछ कर रही है।
बदायूं पुलिस के मुताबिक साजिद मंगलवार रात 8 बजे विनोद ठाकुर के घर में घुसा। आरोप है कि घर में घुसते ही उसने दोनों बच्चों को पहले धारदार हथियार से मार दिया। उनके तीसरे भाई को भी मारना चाहा लेकिन वो बच गया। इसके बाद जब वो घटनास्थल से भाग रहा था तो पुलिस आ गई, पुलिस के मुताबिक साजिद ने पुलिस पर फायरिंग की और इसी दौरान वो मारा गया। स्थानीय लोगों ने उसके भाई जावेद को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। हालांकि पुलिस का कहना है कि जावेद फरार है, वो उनकी कस्टडी में नहीं है।