इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ के एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे अखिलेश यादव को लखनऊ के एयरपोर्ट पर रोकने के बाद यूनिवर्सिटी में जमकर हंगामा हुआ है। अखिलेश को रोके जाने पर सपा कार्यकर्ताओं ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं और प्रशासन के बीच जमकर संघर्ष हुआ। इसमें पथराव और फ़ायरिंग होने की भी ख़बर है। इसमें सपा सांसद धर्मेंद्र यादव का सिर फट गया। अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव हज़ारों कार्यकर्ताओं के साथ राजभवन जा रहे हैं। राजभवन को पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा घेरे में ले लिया है।
बसपा प्रमुख मायावती ने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सपा-बसपा गठबंधन से यह सरकार बुरी तरह डर गई है।
अखिलेश को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में न आने देने के विरोध में सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ इलाहाबाद में प्रदर्शन भी किया। इस दौरान यादव ने कहा कि सपा अध्यक्ष को एयरपोर्ट पर प्रयागराज जाने से रोका जाना बीजेपी सरकार की कायरता एवं सत्ता द्वारा मौलिक अधिकारों का हनन है। उन्होंने कहा कि छात्र संघ के एक कार्यक्रम से दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी और देश और प्रदेश की सरकार को इतना भय क्यों है
सपा कार्यकर्ताओं संग प्रदर्शन करते सांसद धर्मेंद्र यादव।
इससे पहले अखिलश ने उन्हें रोके जाने की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि अधिकारी इस बारे में कोई कारण नहीं बता पाये। सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि यह समाजवादी विचारों को दबाने की कोशिश है। हालाँकि इस पर योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उनके जाने से अराजकता फैलने की आशंका थी।
अखिलेश ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भाषा है कि जो पसंद नहीं है उसे ठोक दो, उसका एनकाउंटर कर दो। सपा प्रमुख ने कहा कि एक छात्र नेता के शपथ ग्रहण कार्यक्रम से सरकार इतनी डर रही है कि मुझे लखनऊ हवाई-अड्डे पर रोका जा रहा है! उन्होंने इस संबंध में एक के बाद एक कई ट्वीट किए।
- अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'बिना किसी लिखित आदेश के मुझे एयरपोर्ट पर रोका गया। पूछने पर भी स्थिति साफ़ करने में अधिकारी विफल रहे। छात्र संघ कार्यक्रम में जाने से रोकना का एक मात्र मक़सद युवाओं के बीच समाजवादी विचारों और आवाज़ को दबाना है।'
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अराजकता फैलने की आशंका थी : योगी
सवाल करने पर मीडिया से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में अराजकता न हो इसलिए अखिलेश को रोका गया है। उन्होंने कहा कि कुलपति ने शासन को चिट्ठी लिखी थी कि अखिलेश के वहाँ जाने से अराजकता फैल सकती है। योगी ने आरोप लगाया कि एसपी अराजकता फैलाने के लिए जानी जाती है, अखिलेश जाते तो इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में बवाल होता। छात्र गुटों में हिंसा की आशंका के चलते भी उन्हें रोका गया है।
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प्रशासन द्वारा ऐसी कार्रवाई किए जाने की आशंका अखिलेश यादव ने सोमवार को भी जताई थी। उन्होंने इस संबंध में ट्वीट किया था, 'शासन-प्रशासन ने हमें इलाहाबाद विश्वविद्यालय में जाने से रोकने का षडयंत्र रचा है पर वह हमें छात्रों से मिलने से नहीं रोक सकते।'
इससे पहले रविवार दोपहर को छात्रसंघ भवन में बम चले। छात्रसंघ के वार्षिकोत्सव को लेकर छात्रसंघ व महामंत्री आमने-सामने आ गए हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यक्रम का जोरदार विरोध कर रही है।