पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता चिन्मयानंद पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली पीड़िता को पुलिस ने 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है। बुधवार सुबह ही पीड़िता को पुलिस ने गिरफ़्तार किया था। पीड़िता पर चिन्मयानंद से 5 करोड़ रुपये की रंगदारी माँगने का आरोप है।
चिन्मयानंद पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली 23 वर्षीय पीड़िता ने कहा था कि उसके पास पूर्व सांसद के कम से कम 35 वीडियो हैं। पीड़िता ने कहा था कि उसे उम्मीद है कि इन वीडियो के आधार पर उसे इंसाफ़ ज़रूर मिलेगा। पीड़िता ने ‘द संडे एक्सप्रेस’ से बातचीत में कहा था कि जब भी उसे कॉलेज कैंपस में बने चिन्मयानंद के आवास पर मसाज के लिए बुलाया जाता था तो वह ऐसा चश्मा पहनती थी जिसमें ख़ुफ़िया कैमरा लगा होता था।
शाहजहाँपुर के स्वामी सुखदेवानंद पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में क़ानून की छात्रा इस पीड़िता ने पिछले महीने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद माँगी थी। स्वामी चिन्मयानंद इस कॉलेज की प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हैं।
पीड़िता ने आरोप लगाया है कि चिन्मयानंद ने एक साल तक उसका बलात्कार किया और यौन शोषण भी किया। सुप्रीम कोर्ट के मामले में दख़ल देने के बाद चिन्मयानंद को गिरफ़्तार करने के लिए यूपी सरकार और पुलिस पर भारी दबाव था। पीड़िता और उसके परिवार की ओर से आरोप लगाया गया था कि चिन्मयानंद के सियासी रसूख के कारण पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी और इसमें जानबूझ कर देरी की जा रही थी। पीड़िता ने आत्मदाह की चेतावनी भी दी थी।
चिन्मयानंद को एसआईटी ने बीते शुक्रवार को गिरफ़्तार किया था। इस मामले की जाँच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एसआईटी का गठन किया था। चिन्मयानंद की गिरफ़्तारी के बाद एसआईटी के प्रमुख नवीन अरोड़ा ने कहा था कि चिन्मयानंद ने अश्लील बातचीत और बॉडी मसाज कराने सहित क़रीब-क़रीब सभी आरोपों को स्वीकार कर लिया है। अरोड़ा ने कहा था कि चिन्मयानंद अपने किए पर शर्मिंदा हैं।