अमेरिका 1000 सैनिक भेजेगा मध्य पूर्व, तनाव बढ़ा

07:55 pm Jul 01, 2019 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

मध्य पूर्व संकट बढ़ता ही जा रहा है। सोमवार को एक बेहद अहम फ़ैसला लेते हुए अमेरिकी रक्षा विभाग ने 1 हज़ार अतिरिक्त सैनिकों को मध्य पूर्व भेजने का फ़ैसला किया है। इसकी घोषणा करते हुए कार्यवाहक उप रक्षा मंत्री पैट्रिक शैनेहन ने कहा, 'अतिरिक्त सैनिक भेजे जाने के केंद्रीय कमान के आग्रह को स्वीकार करते हुए मैंने वायु, नौसेना और थल सेना की मदद करने और वहाँ ख़तरों से निपटने के लिए 1 हज़ार अतिरिक्त सैनिकों को मध्य पूर्व भेजने का फैसला किया है। हमें भरोसेमंद सूत्रों से पता चला है कि ईरान और उसके लोग अमेरिकी हितों पर घात लगाए बैठें हैं और वे कभी भी हमला कर सकते हैं।' 

इस एलान के पहले आज ही पेंटागन ने तस्वीरें जारी की, जिनमें ईरानी नौकाओं को ओमान की खाड़ी में दो टैंकरों से विस्फोटक हटाते हुए देखा जा सकता है। ये तसवीरें 13 जून की हैं। पेंटागन का कहना है कि ओमान की खाड़ी में दो टैंकरों पर हमले ईरान ने ही करवाए थे। ईरान इससे लगातार इनकार करता रहा है। शैनेहन ने यह भी कहा कि पूरे इलाक़े में काम करने वाले अमेरिकी सैनिकोें, उनसे जुड़े लोगों और सेना के उपकरणों की हिफ़ाजत के लिए यह फ़ैसला लेना ज़रूरी था। 

इसके साथ ही यह घोषणा भी की गई कि विदेश मंत्री माइक पैम्पिओ मध्य पूर्व जाएँगे। वे वहाँ सेना के उपकरणों का मुआयना करेंगे और सैनिकों से मुलाक़ात करेंगे। हाउस ऑफ़ रीप्रेज़ेन्टेटिव्स की स्पीकर नैन्सी पलोसी ने तनाव बढ़ने की बात मानते हुए कहा कि प्रशासन इस मामले में सदन को पूरी जानकारी दे क्योंकि यह चिंता की बात है और सभी लोग बेहद चिंतित हैं। 

अमेरिका के लोगों को ईरानी राज के बारे में किसी तरह का भ्रम नहीं होना चाहिए और निश्चित तौर पर उन्हें इलाक़े की ख़तरनाक गतिविधियों के लिए ज़िम्मेदार उसे ही मानना चाहिए। पर हमें मजबूत, स्मार्ट और रणनीतिक होना चाहिए, हमें गुस्से में आकर लापरवाही नहीं करनी चाहिए।


नैन्सी पलोसी, स्पीकर, हाउस ऑफऱ़ रीप्रेज़्रेन्टेटिव्स

यूरोपीय देशों के अलावा दूसरे देशों ने भी इस मामले में अधिकतम संयत बरतने की अपील वाशिंगटन से की है। यूरोपीय संघ के विदेशी मामलों के विभाग की प्रमुख फ़ेडरिका मोगेरेनीने कहा है कि वह मंगलवार को वाशिंगटन जाएंगी। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव अंटोनियो गुटरिस से भी बात की। गुटरिस ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि मध्य पूर्ण में तनाव नहीं बढ़ाना चाहिए। इसके बाद मोगरेनी ने कहा, 'फ़िलहाल, अधिकतम संयम बरतने और बुद्धिमत्ता दिखाने की ज़रूरत है।'