कांडा की मदद से सरकार बनाने के ख़िलाफ़ उमा भारती, बीजेपी पर किया वार
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उमा भारती ने बलात्कार के आरोप में 18 महीने जेल में रहने वाले गोपाल कांडा के समर्थन से सरकार बनाने की कोशिशों का ज़ोरदार विरोध किया है। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व पर ज़बरदस्त हमला बोला है, उस पर कटाक्ष किए हैं और उसे नैतिकता की याद दिलाई है।
उमा भारती ने ट्वीट कर कहा है कि ' अगर गोपाल कांडा वही व्यक्ति है जिसकी वजह से एक लड़की ने आत्महत्या कर ली थी तथा उसकी माँ ने भी न्याय नहीं मिलने पर आत्महत्या कर ली थी, मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है, तथा यह व्यक्ति ज़मानत पर बाहर है।'
6. गोपाल कांडा बेक़सूर है या अपराधी, यह तो क़ानून साक्ष्यों के आधार पर तय करेगा, किंतु उसका चुनाव जीतना उसे अपराधों से बरी नहीं करता। चुनाव जीतने के बहुत सारे फैक्टर होते हैं।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 25, 2019
उमा भारती ने कांडा के चुनाव जीतने की बात पर सवाल उठाते हुए कहा है कि चुनाव जीतने से ही कोई आदमी अपने अपराधों से बरी नहीं हो जाता है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'गोपाल कांडा बेक़सूर है या अपराधी, यह तो क़ानून साक्ष्यों के आधार पर तय करेगा, किंतु उसका चुनाव जीतना उसे अपराधों से बरी नहीं करता। चुनाव जीतने के बहुत सारे फैक्टर होते हैं।'
मध्य प्रदेश की इस पूर्व मुख्य मंत्री ने पार्टी पर तंज करते हुए कहा कि पार्टी यह न भूले कि पूरी दुनिया मोदी जी के साथ खड़ी है। उमा भारती ने ट्वीट किया: 'मैं @BJP4India जी से अनुरोध करूँगी कि हम अपने नैतिक अधिष्ठान को न भूलें। हमारे पास तो @narendramodi जी जैसी शक्ति मौजूद है, एवं देश क्या पूरी दुनिया की जनता मोदी जी के साथ है तथा मोदी जी ने सतोगुणी ऊर्जा के आधार पर राष्ट्रवाद की शक्ति खड़ी की है।'
8. हरियाणा में हमारी सरकार ज़रूर बने, लेकिन यह तय करिए कि जैसे @BJP4India के कार्यकर्ता साफ़-सुथरे ज़िंदगी के होते हैं, हमारे साथ वैसे ही लोग हों। #HaryanaElections2019
— Uma Bharti (@umasribharti) October 25, 2019
उमा भारती ने बीजेपी से यह भी कहा कि हरियाणा में पार्टी की सरकार बने, पर इसमें शामिल होने वाले लोग बीजेपी कार्यकर्ताओं की तरह ही साफ़-सुथरे हों।
नब्बे विधानसभा सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में बहुमत के लिए 46 सीटों की ज़रूरत है, लेकिन सत्तारूढ़ बीजेपी को इस बार सिर्फ़ 40 सीटें ही मिली हैं। लिहाज़ा, उसे दोबारा सरकार बनाने के लिए 6 और विधायकों की ज़रूरत है। ऐसे में बीजेपी ने गोपाल कांडा की मदद लेने का फ़ैसला किया है। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने चुनाव नतीजे आने के चंद घंटों के बाद ही दिल्ली में कांडा से मुलाक़ात कर उनसे समर्थन माँगा। सूत्रों का कहना है कि कांडा इस पर राज़ी हो गए हैं। यह भी मुमकिन है कि बीजेपी उन्हें मंत्री बनाएँ। गोपाल कांडा इसके पहले कांग्रेस की भूपिंदर सिंह सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
ताज़ा ख़बर यह है कि इस बीच गोपाल कांडा ने बीजेपो को सरकार बनाने में समर्थन करने का एलान कर दिया है। उन्होंने कहा है, 'मेरे पिता 1926 से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ हुए थे। उन्होंने आज़ादी के बाद पहला चुनाव जनसंघ के टिकट पर लड़ा था।'
#WATCH Haryana Lokhit Party's Gopal Kanda,candidate from Sirsa assembly seat:All independent candidates have extended their unconditional support to BJP. My father was associated with RSS since 1926,fought 1st general elections of the country after independence on Jansangh ticket pic.twitter.com/FeS9c9Valq
— ANI (@ANI) October 25, 2019
इसके साथ ही यह साफ़ हो गया है कि उमा भारती कुछ भी कहें, बीजेपी कांडा की मदद से सरकार बनाने जा रही है।
याद दिला दें कि गीतिका ने 5 अगस्त 2012 को ख़ुदकुशी की थी। उनका शव अशोक विहार स्थित घर पर पंखे से लटका हुआ पाया गया था। सुसाइड नोट में गीतिका ने कथित रूप से गोपाल कांडा और उनके सहयोगी अरुणा चड्ढा का नाम लिया था।
गीतिका शर्मा की आत्महत्या के छह महीने बाद उनकी माँ ने भी आत्महत्या कर ली थी और उन्होंने भी अपने सुसाइड नोट में कथित तौर पर कांडा का नाम लिया था।
गोपाल कांडा को लगभग 18 महीने जेल में रहना पड़ा था। बाद में मार्च 2014 में दिल्ली हाईकोर्ट ने उन पर लगे बलात्कार के आरोप हटा लिए थे और उन्हें ज़मानत दे दी थी।
ज़मानत पर बाहर आने के बाद साल 2014 में ही गोपाल कांडा ने अपने भाई के साथ मिलकर हरियाणा लोकहित पार्टी का गठन किया और विधानसभा चुनाव भी लड़ा था।