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महाराष्ट्र: सत्ता का रिमोट कंट्रोल कहीं शरद पवार के पास तो नहीं आ गया है?

महाराष्ट्र: सत्ता का रिमोट कंट्रोल कहीं शरद पवार के पास तो नहीं आ गया है?

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की ख़राब सेहत का मुद्दा राज्य की राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसे में बड़े फ़ैसले लेने में शरद पवार ही आगे दिख रहे हैं। 

महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोनावायरस ने महाराष्ट्र सरकार को चिंता में डाल दिया है। इस समय देश की आर्थिक राजधानी मुंबई कोरोना का हॉटस्पॉट बनी हुई है। मुंबई और महाराष्ट्र में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं लेकिन सरकार कड़े फैसले लेने में हिचक रही है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बीमारी के चलते बेड रेस्ट पर हैं और अब राज्य की कमान शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने संभाल ली है। 

कोविड टास्क फोर्स के साथ कभी महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार बैठक करते हैं तो कभी एनसीपी मुखिया शरद पवार। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हफ्ते में इक्का-दुक्का बैठकों में ही नजर आ रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि उद्धव ठाकरे की गैरमौजूदगी में राज्य की कमान एनसीपी ने अपने हाथ में ले ली है। 

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एनसीपी मुखिया शरद पवार ने महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटील, स्वाथ्य सचिव और महाराष्ट्र कोविड़ टास्क फोर्स के साथ गुरुवार को बैठक की। 

यह बैठक उस समय हुई जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बीमार चल रहे हैं। कुछ दिन पहले ही उनकी रीड की हड्डी का ऑपरेशन हुआ था जिसकी वजह से डॉक्टरों ने उन्हें भीड़भाड़ वाली जगहों से बचने और घर पर आराम करने की सलाह दी है। 

पिछले हफ्ते भी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र की कोविड टास्क फोर्स और स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के साथ कोरोना के हालातों पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की थी लेकिन गुरुवार को शरद पवार द्वारा बुलाई गई कोरोना की बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नजर नहीं आए।

शरद पवार के साथ हुई इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि पूरे राज्य में मुंबई कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है जिसमें हर रोज हजारों नए केस सामने आ रहे हैं। 

कोरोना के बढ़ते मामले

इस बैठक में मौजूद कोविड़ टास्क फोर्स के मुखिया संजय ओक ने अंदेशा जताया है कि मुंबई में आज कोरोना के 25 हजार से अधिक मामले सामने आ सकते हैं और यह आंकड़ा राज्य की चिंता बढ़ाने वाला है। संजय ओक ने साथ ही इस बैठक में यह भी बताया कि भले ही मुंबई सहित महाराष्ट्र में कोरोना के केसों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है लेकिन लगभग 90 फ़ीसदी लोग ऐसे सामने आ रहे हैं जिनमें कोरोना के कोई विशेष लक्षण देखने को नहीं मिल रहे हैं। 

 - Satya Hindi

बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि कोरोना के ज्यादातर मामले उन लोगों के सामने आ रहे हैं जिन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हैं। इसके साथ ही महाराष्ट्र सरकार ने यह फैसला भी लिया है कि महाराष्ट्र में क्वारंटाइन अब 7 दिनों का होगा। इसके साथ ही शरद पवार ने राज्य में आरटी पीसीआर टेस्ट और एंटीजन टेस्ट बढ़ाने के भी आदेश दिए हैं।

लॉकडाउन पर फ़ैसला 

बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने सत्य हिंदी से बातचीत ने कहा कि फिलहाल महाराष्ट्र में लॉकडाउन लगाने पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है। हालांकि अगले एक-दो दिनों में कुछ कड़े प्रतिबंध जरूर लगाए जाएंगे। राजेश टोपे से जब लोकल ट्रेन पर पाबंदी लगाने के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जब तक महाराष्ट्र में 40 फ़ीसदी बेड नहीं भरे जाते हैं तब तक इस तरह के फैसले को लागू नहीं किया जाएगा। 

आपको बता दें कि अभी मुंबई सहित महाराष्ट्र में सिर्फ 9 फ़ीसदी बेड ही कोरोना मरीजों से भर पाए हैं।

इससे पहले बुधवार को भी महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार ने महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, स्वास्थ्य सचिव और कोविड टास्क फोर्स के साथ कोरोना के हालातों पर बैठक की थी। 

इस बैठक में भी फैसला लिया गया था कि राज्य में फौरी तौर पर लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। जबकि कुछ प्रतिबंधों जैसे होटल, जिम, सिनेमा हॉल के बारे में सरकार फैसला ले सकती है।

महाराष्ट्र में पिछले 3 दिनों से जितनी भी कोरोना मैनेजमेंट से संबंधित बैठक हो रही हैं उन सभी में एनसीपी की हिस्सेदारी बड़े पैमाने पर देखने को मिल रही है। ना तो इन बैठकों में शिवसेना का कोई मंत्री या बड़ा नेता नजर आता है और ना ही कांग्रेस के मंत्री। ऐसे में महाराष्ट्र के गलियारों में खबर फैल रही है कि कहीं उद्धव ठाकरे सरकार का रिमोट कंट्रोल एनसीपी के हाथ में तो नहीं आ गया है। 

राजनीतिक पत्रकार तुलसीदास भोइटे का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से एनसीपी के बड़े मंत्रियों ने महाराष्ट्र सरकार से संबंधित फैसलों को लेना शुरू कर दिया है और लोगों को जताना भी शुरू कर दिया है कि महाराष्ट्र में सत्ता का केंद्र फिलहाल एनसीपी के पास आ गया है।

वहीं दूसरी ओर जब शिवसेना सांसद अरविंद सावंत से सत्य हिंदी ने इस बारे में बात की, कि मुख्यमंत्री अस्वस्थ होने के चलते कोरोना से संबंधित बैठकों में हिस्सा नहीं ले रहे हैं और तमाम फैसले एनसीपी के मंत्री ले रहे हैं तो इस पर सावंत ने कहा कि हमारी गठबंधन की सरकार है और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बहुत जल्द जनता के सामने आएंगे और सब को पता लग जाएगा कि आखिर सत्ता का केंद्र किसके पास है।

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