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बीजेपी, RSS ‘सत्ता जिहाद’ में शामिल, उन्हें हर कीमत पर सत्ता चाहिए: उद्धव

बीजेपी, RSS ‘सत्ता जिहाद’ में शामिल, उन्हें हर कीमत पर सत्ता चाहिए: उद्धव

विधानसभा चुनावों से पहले शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी की वार्षिक दशहरा रैली के दौरान भाजपा और आरएसएस की आलोचना की। जानिए, उन्होंने क्या क्या कहा।

उद्धव ठाकरे अब बीजेपी और आरएसएस पर जमकर बरसे हैं। उन्होंने बीजेपी और आरएसस को 'सत्ता जिहाद' में शामिल होने का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें किसी भी क़ीमत पर सत्ता चाहिए होती है। उद्धव ठाकरे द्वारा 'सत्ता जिहाद' शब्द का इस्तेमाल भाजपा के 'वोट जिहाद' के आरोपों के जवाब में किया गया है। हाल में बीजेपी ने दावा किया है कि शिवसेना यूबीटी ने हाल के लोकसभा चुनावों में अल्पसंख्यकों का समर्थन हासिल किया है। उन्होंने वादा किया कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में वापस आती है तो महाराष्ट्र के हर जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज को समर्पित मंदिर बनाए जाएंगे।

बता दें कि सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने के मामले को लेकर विपक्षी दल बीजेपी पर हमलावर हैं। पिछले साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने इस प्रतिमा का अनावरण किया था। यानी क़रीब आठ महीने पहले ही पीएम मोदी द्वारा अनावरण की गई प्रतिमा ढह गई थी। छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मची है। 

बहरहाल, विधानसभा चुनावों से पहले शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को अपनी पार्टी की वार्षिक दशहरा रैली के दौरान भाजपा और आरएसएस की आलोचना की। उन्होंने आरएसएस को पिछली सदी में हिंदुओं के लिए उसके योगदान पर विचार करने की चुनौती भी दी। उन्होंने सवाल किया कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कथित ख़तरों के ख़िलाफ़ हिंदुओं से एकजुट होने का आग्रह क्यों किया?

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार उद्धव ठाकरे ने कहा, 'आप (भागवत) कहते हैं कि हिंदू ख़तरे में हैं और उन्हें एकजुट होना चाहिए। विश्वगुरु (पीएम मोदी) पिछले 10 सालों से क्या कर रहे हैं? अगर आप हिंदुओं की रक्षा नहीं कर सकते तो आपको सत्ता में क्यों रहना चाहिए?' उन्होंने आगे आरएसएस से अपने कार्यों पर आत्मनिरीक्षण करने के लिए 'चिंतन शिविर' आयोजित करने का आग्रह किया और सवाल किया कि क्या वह भाजपा की वर्तमान स्थिति को स्वीकार करता है। संघ के बारे में उन्होंने दावा किया कि वह अपने मूल सिद्धांतों से भटक गई है। 

उद्धव ने कहा कि वह आरएसएस और भागवत का सम्मान करते हैं, लेकिन संगठन के कार्यों का नहीं। उन्होंने विभिन्न दलों के राजनीतिक नेताओं को शामिल करने के लिए भाजपा की आलोचना की। उन्होंने कहा, "आज की भाजपा अटल बिहारी वाजपेयी के दौर की भाजपा से अलग है। उस समय इसमें शुद्धता थी, लेकिन आज की भाजपा 'हाइब्रिड' है, जिसने अन्य दलों के नेताओं को अपने में समाहित कर लिया है। उन्हें खुद को भारतीय जनता पार्टी कहने में शर्म आनी चाहिए, क्योंकि यह न तो वास्तव में भारतीय है और न ही जनता की पार्टी है।"

उद्धव ठाकरे ने भाजपा की तुलना कौरवों से की, उस पर अहंकार का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी में 'कीट' भरे पड़े हैं।

रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता अजित पवार का सीधे नाम लिए बिना उन्होंने कहा, 'जैसे फ़सलें कीटों से ग्रसित होती हैं, वैसे ही भाजपा में भी शिंदे और पवार हैं। मुझे भाजपा पर तरस आता है कि हमारे पुराने दोस्त में भी ऐसे कीट भरे पड़े हैं। वे सत्ता जिहाद में लिप्त हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर सत्ता चाहिए।' 

उद्धव ने कहा, 'सरकार ने 11 दिनों में 1,600 प्रस्ताव जारी किए हैं। दो महीने में हम सत्ता में आएंगे और इनमें से अधिकांश निर्णयों को रद्द कर देंगे। अगर हमें कोई अनियमितता मिली तो हम अधिकारियों को जेल में डाल देंगे। वे धारावी पुनर्विकास की आड़ में मुंबई को लूट रहे हैं। जब हम सत्ता में आएंगे तो हम धारावी में पुलिस और अन्य सरकारी कर्मचारियों के लिए आवास उपलब्ध कराएंगे।' उन्होंने कहा, 'अगर पुनर्विकास परियोजना के लिए किसी भी टेंडर की शर्तों का उल्लंघन किया जाता है, तो मैं आज घोषणा करता हूं कि हम अडानी को दिए गए टेंडर को रद्द कर देंगे। अडानी मेरे दुश्मन नहीं हैं, लेकिन अगर वह मुंबई को लूटने जा रहे हैं, तो हम ऐसा नहीं होने देंगे।'

ठाकरे ने भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ से सुप्रीम कोर्ट में चल रहे सेना बनाम सेना मामले में सही फैसला देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, 'मैं सीजेआई से कहना चाहता हूं कि अगर आप इतिहास बनाना चाहते हैं, तो सही फैसला दें। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो लोगों का न्यायपालिका पर से भरोसा उठ जाएगा। लोग केवल न्यायपालिका और लोकतंत्र पर विश्वास करते हैं।'

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