+
एमपी मॉब लिंचिंग: केन्द्रीय मंत्री ने दी बजरंग दल को ‘क्लीन चिट’?

एमपी मॉब लिंचिंग: केन्द्रीय मंत्री ने दी बजरंग दल को ‘क्लीन चिट’?

गोमांस तस्करी की आशंका में आदिवासियों की हत्या का आरोप बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर लगा है। लेकिन क्या बजरंग दल का बचाव किया जा रहा है?

मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में गोमांस तस्करी की आशंका को लेकर भीड़ द्वारा दो आदिवासियों को पीट-पीटकर मार डालने के मामले में पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उधर, केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने पूरे घटनाक्रम में किसी संगठन विशेष (बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर हत्या का आरोप है) का हाथ होने से इनकार किया है।

बता दें, सिवनी जिले के आदिवासी बाहुल्य कुरई ब्लॉक के सिमरिया गांव में मंगलवार तड़के भीड़ ने दो आदिवासियों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। जबकि एक अन्य युवक को पीटकर बुरी तरह जख्मी कर दिया था। 

ब्रजेश बट्टी की शिकायत पर बादलपार पुलिस ने शेर सिंह राठौर, अजय साहू, वेदांत चौहान, दीपक अवधिया, बसंत रघुवंशी, रघुनंदन रघुवंशी और अन्य अज्ञात 12 लोगों के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास और बलवे सहित अन्य धाराओं में मुकदमा कायम किया था। 

बृजेश ने अपनी शिकायत में बताया था, ‘सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात गांव के धानसा इनावती और संपत लाल वट्टी को बजरंग दल के 15-20 कार्यकर्ताओं ने गाय काटने का आरोप लगाते हुए जमकर पीटा। बचाव का प्रयास किया तो मुझे भी पीटा गया। धानसा और संपत को बेदम होने तक मारा गया। अस्पताल में इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।’

आदिवासियों की हत्या के मामले को लेकर मंगलवार को पूरे दिन हंगामा चला। गुस्साये आदिवासियों ने जबलपुर-नागपुर हाइवे जाम किया। बरघाट के कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह काकोडिया भी जाम में शामिल हुए। 

नौ आरोपी गिरफ़्तार 

राजनीति गर्माने पर पुलिस एक्शन में आयी। पुलिस ने मंगलवार देर शाम तक मामले में नामजद और अज्ञात आरोपियों में से नौ को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य फरार आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है। 

पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ ने पूरे घटनाक्रम की तीखी निंदा की है। उन्होंने अपने बयान में मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

कमल नाथ ने घटनाक्रम की जांच के लिए पार्टी के तीन विधायकों की एक जांच कमेटी भी बनाई है। कमेटी से कहा गया है मौके पर जाकर जांचकर रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को दें।

उधर, बरघाट के विधायक काकोडिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि आदिवासियों की हत्या के आरोपियों के खिलाफ सरकार उसी तरह की सख्त कार्रवाई करे जिस तरह की कार्रवाइयां सरकार पूरे प्रदेश में अन्य मामलों में कर रही है और हाल ही में खरगोन में दंगों के बाद की गई है। 

कांग्रेस विधायक ने रंगदारी मांगने वाले कथित बजरंग दल कार्यकर्ताओं के घर और संस्थानों पर बुलडोज़र चलाने की मांग भी मुख्यमंत्री से की है।

 - Satya Hindi

बचाव में सामने आये कुलस्ते

उधर, केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, शिवराज सरकार और भाजपा की ओर से ‘मोर्चा’ संभालते नज़र आये। सिवनी दौरे पर पहुंचे कुलस्ते ने मंगलवार को पूरे घटनाक्रम को लेकर कलेक्टर एसपी के साथ बातचीत की। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष आलोक दुबे भी मौजूद रहे।

कुलस्ते ने प्रशासनिक अफसरों से बातचीत के बाद मीडिया से कहा, ‘घटनाक्रम को लेकर पुलिस और प्रशासन ने तत्परता के साथ कार्रवाई की है। घटना के कई आरोपी गिरफ्तार भी कर लिए गए हैं। बचे हुए आरोपियों को पुलिस तलाश रही है। किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जायेगा।’

मीडिया के सवालों के जवाब में कुलस्ते ने बजरंग दल का नाम लिए बिना दावा किया, ‘घटनाक्रम में किसी भी दल विशेष का हाथ होने के प्रमाण नहीं मिले हैं।’

आश्रितों को नौकरी और मदद

जिला प्रशासन ने मृतक संपत लाल वट्टी की आश्रित मट्टो बाई को सवा आठ लाख रुपए की आर्थिक मदद के साथ पुत्री सुनीता वट्टी को आदिवासी कन्या आश्रम बरेलीपार में और मृतक धानसा इनावती की आश्रित फुलवती को सवा आठ लाख रुपए की आर्थिक सहायता के साथ पुत्र जयप्रकाश इनावती को हाईस्कूल विजयपानी में दैनिक वेतन भोगी कर्मी के तौर पर नियुक्ति के आदेश मंगलवार को ही जारी कर दिए।

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें