कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है और इसकी चपेट में अब हेल्थकेयर वर्कर्स भी आ रहे हैं। दिल्ली एम्स के 35 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच डॉक्टर्स के भी पॉजिटिव होने से इलाज की व्यवस्था पर ख़राब असर पड़ सकता है।
कोरोना का टीकाकरण शुरू होने के बाद सबसे पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थकेयर वर्कर्स को टीका लगाया गया था। लेकिन इससे पता चलता है कि हेल्थकेयर वर्कर्स या कोरोना वॉरियर्स भी इस महामारी के संक्रमण से अछूते नहीं हैं।
शुक्रवार को ही ख़बर आई थी कि दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल के 37 डॉक्टर्स कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। दिल्ली के अस्पतालों में बीते कुछ दिनों से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है और इस वजह से भी हेल्थकेयर वर्कर्स भी इस वायरस के संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। इनमें से 32 डॉक्टर्स होम आइसोलेशन में हैं जबकि पांच को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गंगा राम अस्पताल में जो लोग संक्रमित हुए हैं, उनमें से अधिकतर युवा हैं और उन्हें वैक्सीन भी लग चुकी है। अस्तपाल के अफ़सरों का कहना है कि इनमें से अधिकतर को काफ़ी हल्के लक्षण हैं।
दिल्ली में रात का कर्फ्यू
बता दें कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने रात का कर्फ्यू लगा दिया है। ऐसे में छोटे-मोटे काम करने वाले लोग लॉकडाउन की आशंका से डरे हुए हैं और वे दिल्ली छोड़ रहे हैं। दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल से प्रवासी मजदूरों की तसवीरें सामने आई हैं। दिल्ली में बीते कुछ दिनों से संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं।ट्रेन पकड़ने के लिए आनंद विहार टर्मिनल पहुंचे प्रवासी मजदूर बताते हैं कि पिछले साल वे लॉकडाउन में यहां फंस गए थे और अब दुबारा वैसे हालात का सामना नहीं करना चाहते।