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संसद में घुसने वाले आरोपियों ने अपने जूते में बनवाई थी कैविटी

संसद में घुसने वाले आरोपियों ने अपने जूते में बनवाई थी कैविटी

13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वालों के खिलाफ दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर में कई जानकारियां सामने आई है।

बीते 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में दिल्ली पुलिस की एफआईआर में दर्ज जानकारियां सामने आई है। 

संसद पर 2001 में हुए हमले की 22वीं बरसी के मौके पर सुरक्षा में सेंध लगाकर कैसे ये लोग सदन तक पहुंचे थे और उनकी क्या तैयारियां थी इसे एफआईआर में दर्ज विवरण से समझा जा सकता है। 

एफआईआर दर्ज किए जाने के दो दिन बाद सामने आए इसके विवरण में उल्लेख किया गया है कि आरोपियों ने लोकसभा में सदन के बीचों-बीच पीला धुंआ फैलाने की योजना बनाई थी।

एफआईआर में यह भी बताया गया है कि विजिटर पास के माध्यम से संसद में सागर शर्मा और मनोरंजन डी ने प्रवेश किया था।

प्रवेश पाने वाले इन दो आरोपियों ने  धुंआ फैलाने के लिए इस्तेमाल होने वाले गैस कनस्तरों को सदन के अंदर ले जाने के लिए अपने जूतों में एक विशेष तरह की कैविटी बनवाई थी।

सागर शर्मा के एलसीआर ब्रांड के स्पोर्ट्स जूते स्लेटी रंग के थे। उसके बाएं पैर के जूते के अंदर के तलवे को काटने पर एक कैविटी बनी हुई पाई गई। 

इस कैविटी को सहारा देने के लिए नीचे अतिरिक्त रबर सोल लगाया गया था। इससे जूतों के सोल की मोटाई बढ़ी हुई पाई गई है।

वहीं संसद में प्रवेश करने वाले दूसरे आरोपी मनोरंजन डी के स्पोर्ट्स जूते एसआरवाई ब्रांड के हैं। ये जो गहरे भूरे रंग के हैं। इसके बाएं पैर के जूते के अंदर के तलवे को काटने पर उसके अंदर एक गड्डा बना हुआ पाया गया है।

दिल्ली पुलिस की इस एफआईआर में कहा गया है कि दोनों ने लोकसभा में धुंआ फैलाने के लिए इन्होंने क्रिएटिव कलर स्मोक टाइप कलर स्मोक 003 पीले रंग के गीले कनस्तरों का इस्तेमाल किया था। 

आरोपियों के पास से छपे हुए नारे भी बरामद

इन आरोपियों के पास से दिल्ली पुलिस ने अंग्रेजी और हिंदी में छपा नारा बरामद किया है। इन पर जय हिंद और मणिपुर के मुद्दे पर भी नारे लिखे थे। 

एफआईआर कहती हैं कि लोकसभा में घुसने वाले इन दो आरोपियों के साथ ही कुछ ऐसी ही गतिविधियों में लिप्त दो अन्य आरोपियों अमोल शिंदे और नीलम को भी उसी दिन पकड़ा गया था। अमोल और नीलम को संसद के गेट संख्या 2-3 से हिरासत में लिया गया था।

प्रारंभिक जांच के दौरान, ये दोनों व्यक्ति सागर शर्मा और मनोरंजन के सहयोगी पाए गए हैं। इन्हें संसद सुरक्षा कर्मचारियों ने पुलिस को सौंप दिया था। 

एफआईआर कहती हैं कि धुंआ फैलाने में इस्तेमाल होने वाले इन सभी कनस्तरों पर सुरक्षा चेतावनी लिखी हुई थी कि इसे इस्तेमाल करते समय चश्मा और दस्ताने पहने और कभी भी इनडोर या बंद स्थानों पर इस्तेमाल न करें। इस पर लिखा था कि 18 साल से ऊपर के व्यक्ति ही उपयोग करें और हवाई जहाज में न ले जाएं।

इन कनस्तरों पर "सुरक्षात्मक टोपी को हटाने, रंगीन धुएं को अपने से दूर रखने, इसकी रिंग को तेजी से साइड में करने, धुएं को तुरंत गिराने और सुरक्षित दूरी पर पीछे हट जाने जैसे निर्देश भी छपे हुए पाए गए हैं। इसके चीन में निर्मित होने की जानकारी सामने आई है। 

दिल्ली की एक अदालत ने गुरुवार को ही इन चारों गिरफ्तार आरोपियों को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच के लिए इनसे पूछताछ कर रही है। पांचवें आरोपी ललित झा को भी उसके आत्मसमर्पण के बाद गुरुवार की रात गिरफ्तार कर लिया गया है।

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