कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आने के बाद पहली बार तेलंगाना ने लॉकडाउन को पूरी तरह से हटाने की घोषणा की है। इसका मतलब है कि कोरोना को लेकर राज्य में लगाई गई अब सभी पाबंदियाँ हटा ली गई हैं। स्कूल-कॉलेज और दूसरे शैक्षणिक संस्थान भी 1 जुलाई से खुलेंगे। सरकार ने सभी विभागों को इसके लिए निर्देश दिया है और सभी दफ़्तरों को खोलने के लिए कहा है। वैसे, मई के आख़िर से ही देश के कई राज्यों में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। लेकिन तेलंगाना में इसे पूरी तरह हटा दिया गया है।
तेलंगाना सरकार का यह फ़ैसला ऐसे समय में आया है जब केंद्र सरकार डेढ़-दो महीने में तीसरी लहर की आशंका जताई है। इसने राज्यों को निर्देश जारी किया है कि जब लॉकडाउन हटाने की प्रक्रिया अपनाई जाए तो बाज़ारों में भीड़ बढ़ने नहीं दिया जाए और पाँच स्तरीय रणनीति- कोरोना नियमों का पालन, टेस्ट- ट्रैक-ट्रीट और टीकाकरण की अपनाई जाए।
तेलंगाना में यह ताज़ा फ़ैसला तब लिया गया है जब देश के सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्यों में से एक तेलंगाना में शुक्रवार को सिर्फ़ 1.14 प्रतिशत पॉजिटिविटी रेट दर्ज कई गई और 24 घंटे में पॉजिटिव लोगों की संख्या क़रीब 1,400 थी। कोविड से जुड़ी मौतों की संख्या 12 थी।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर जानकारी दी है, 'राज्य मंत्रिमंडल ने लॉकडाउन को पूरी तरह से हटाने का फ़ैसला किया है। चिकित्सा अधिकारियों द्वारा दी गई रिपोर्टों की जाँच करके लॉकडाउन हटाने का निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि कोरोना मामलों की संख्या, पॉजिटिविटी रेट में काफी कमी आई है, कोरोना पूरी तरह नियंत्रण में आ गया है।'
राज्य के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने 9 जून को 10 दिन के लिए लॉकडाउन को बढ़ाने की घोषणा की थी जिसकी अवधि ख़त्म हो रही है।
बता दें कि अब देश में तीसरी लहर आने की आशंका है। एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि यह तो आएगी ही। यानी तीसरी लहर को टाला नहीं जा सकता है। उन्होंने तो यह भी कह दिया कि यह 6-8 हफ़्ते में आ सकती है। देश में हर रोज़ क़रीब 60 हज़ार संक्रमण के मामले आ रहे हैं। पहले हर रोज़ 4 लाख से भी ज़्यादा मामले आने लगे थे। अब पॉजिटिव केस कम होने के बाद राज्यों में लॉकडाउन में ढील दी जा रही है और लोग घरों से बाहर निकलने लगे हैं।
बाज़ारों में बढ़ती भीड़ और कोरोना प्रोटोकॉल की उड़ती धज्जियों के मद्देनज़र दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा है कि कोरोना प्रोटोकॉल के टूटने से इस महामारी की तीसरी लहर जल्दी आ जाएगी। इसने कहा कि इसके आने की संभावना है और ऐसा नहीं होने दिया जा सकता। अदालत ने इसे लेकर केंद्र व दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया और कहा कि वे अनलॉक को लेकर स्टेटस रिपोर्ट जमा करें। अदालत ने यह भी कहा कि अफ़सर कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ने वालों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई करें।